: कोई हो-हल्ला नहीं : एक दूसरे के आदमियों की तोड़फोड़ भी सीमित स्तर पर : हर तरह की तैयारी सबने की लेकिन सब शांति से निपट गया : जमशेदपुर में भास्कर की लांचिंग को लेकर प्रभात खबर, हिंदुस्तान और दैनिक जागरण जैसे अखबारों के प्रबंधन की सांसें अटकी हुई थी. जमे-जमाए अखबारों के स्थानीय संपादक जमशेदपुर में दैनिक भास्कर की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए थे और अपने स्टेट एडिटरों को रिपोर्ट कर रहे थे. हिंदुस्तान और प्रभात खबर ने अपने एक-एक आदमी भास्कर की टीम में घुसा दिए थे ताकि उनकी हर आंतरिक रणनीति के बारे में सूचनाएं पाई जा सकें. यह स्ट्रेटजी सफल भी रही. लांचिंग के ऐन पहले हिंदुस्तान और प्रभात खबर ने अपने-अपने आदमी भास्कर से इस्तीफा देकर बुलवा लिए. यह घटनाक्रम रांची में भास्कर की लांचिंग के दौरान बड़े पैमाने पर हुआ था जबकि जमशेदपुर में सीमित मायने में.