: भांडों के शब्दों का जनता पर कोई असर नहीं होने वाला : मीडियाकर्मियों के चरित्र पर हमेशा चर्चा होती रही है। नेता और अफसर लोग भी मीडियावालों के चाल-चेहरे की आलोचना करते रहे हैं जिससे कोई खास अंतर पड़ने वाला नहीं। लेकिन दु:खद यह है कि अब आम आदमी भी मीडियाकर्मियों के बारे में नकारात्मक सोचने लगा है। मीडियाकर्मियों ने समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया, तो आम आदमी उनसे घृणा भी करेगा।
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साध्वी चिदर्पिता का कुबूलनामा- इसलिए मैंने विवाह का निर्णय लिया!
बचपन से ही ईश्वर में अटूट आस्था थी. माँ के साथ लगभग रोज़ शाम को मंदिर जाती. बाद में अकेले भी जाना शुरू कर दिया. जल का लोटा लेकर सुबह स्कूल जाने के पहले मेरा मंदिर जाना आज भी कुछ को याद है. दक्षिणी दिल्ली के कुछ-कुछ अमेरिका जैसे माहौल में भी सोमवार के व्रत रखती. इसी बीच माँ की सहेली ने हरिद्वार में भागवत कथा का आयोजन किया.
साध्वी और पत्रकार ने शादी की
बदायूं निवासी जाने माने स्वतंत्र पत्रकार बीपी गौतम और आध्यात्मिक जगत की बड़ी हस्ती व मुमुक्षु आश्रम की प्रबंधक साध्वी चिदर्पिता विवाह के पवित्र बंधन में बंध गये हैं, जिससे मुमुक्षु आश्रम छोडऩे के बाद से चल रही तमाम अटकलों पर विराम लग गया है। साध्वी चिदर्पिता का कहना है कि वह विवाह बंधन में बंधने के बाद भी गंगा, गाय, पीपल, महिलाओं व हिंदुओं की रक्षा के साथ सर्व समाज व देश हित में कार्य करती रहेंगी।
जागरण ने छायाकार के पिटने की खबर नहीं छापी, पर समझौते की छाप दी

बीपी गौतम ने एसएसपी के अभद्र व्यवहार की शिकायत प्रेस परिषद से की
बदायूं के पत्रकार बीपी गौतम के साथ पुलिस अधीक्षक नवनीत राणा द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया. बदायूं में दैनिक जागरण के एक फोटोग्राफर की वकीलों ने एक घटना की कवरेज करते समय पिटाई कर दी तथा उसका कैमरा छीन लिया. इस मामले को लेकर लेकर कुछ पत्रकारों के साथ एसएसपी से मिलने पहुंचे थे. इसी दौरान मुकदमा दर्ज करने की बात कहने पर एसएसपी ने बीपी गौतम से अभद्रता से बातचीत की.
बरेली से प्रकाशित होगा मिड डे अनन्त घोष, बीपी गौतम बने संपादक
रुहेलखण्ड क्षेत्र से जल्द ही ‘अनंत घोष’ नाम के हिंदी दैनिक का प्रकाश शुरू होने जा रहा है. सोलह पेज के इस कलर मिड डे अखबार का प्रकाशन वेदभानु आर्य करने जा रहे हैं. इस अखबार का मुद्रण बरेली से होगा. अखबार को परम्परागत अखबारों से अलग आम आदमी को जोड़ने की कोशिश की जाएगी. इस अखबार का संपादक स्वतंत्र पत्रकार बीपी गौतम को बनाया गया है. बीपी की गिनती लीक से हटकर काम करने वाले पत्रकारों में की जाती है.
उत्तर प्रदेश छोडऩे को मजबूर हैं ईमानदार अफसर
: भ्रष्ट और बेलगाम अधिकारियों के हाथ सत्ता की लगाम : उत्तर प्रदेश में विकास का पहिया जाम हो गया है, साथ ही कानून व्यवस्था के भी हालात असहनीय होते जा रहे हैं, जिसे पटरी पर लाने के लिए मुख्यमंत्री मायावती ने एक बार फिर स्वयं कमान संभाल ली है। वह शीघ्र ही प्रदेश में दौरे शुरु करने वाली हैं। इस खबर से यह तो साफ हो गया है कि मायावती भी मानने लगी हैं कि प्रदेश के हालात सही नहीं हैं, लेकिन उनके दौरों से अधिक फर्क पडऩे वाला नहीं है, क्योंकि चपरासी से लेकर प्रमुख सचिव तक और सिपाही से लेकर एडीजी कानून-व्यवस्था तक के अधिकतर अधिकारियों-कर्मचारियों में लगभग एक ही जैसी मानसिकता घर कर गयी है। ऐसे में दौरों से कुछ बदलेगा, साफ तौर पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
जनपक्षधर पत्रकारिता का अग्रणी है डीएनए
दुर्भाग्य है या सौभाग्य नहीं पता, पर पत्रकारिता में मेरा कोई गुरू नहीं है। शायद, इसीलिए हर समय सीखने की प्रक्रिया में ही लगा रहता हूं। खैर, मन में न कोई आदर्श था और न किसी के जैसा बनने की कल्पना थी, लेकिन मन ही मन इतनी प्रतिज्ञा जरुर कर ली थी कि गुणवत्तापरक पत्रकारिता का अग्रणी नेता न बनूं, तो न सही, पर कम से कम ह्लास करने वालों की सूची में भी नाम दर्ज न हो।