घपले-घोटालों को लेकर निशंक की घेराबंदी करने में बीसी खंडूरी ने हर वो दांव चला जो उन्हें सीएम की कुर्सी पर पुनः बैठा सकता था। सो उत्तराखंड में भाजपा में कथित तौर पर ईमानदार चेहरे के रूप में जाने जाने वाले खंडूरी इन दिनों राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के दावे दर दावे कर रहे हैं। लेकिन खंडूरी खुद दूध के धुले नहीं है। जी हां, यह पूरी तरह सच है।
Tag: corruption
खंडूरी ईमानदार हैं तो जरा सारंगी के तार छेड़ कर दिखाएं!
क्या आपको लगता है कि खंडूरी कुछ अलग, कुछ नया कर पाएंगे? यह सवाल उत्तराखंड के एक पत्रकार ने मुझसे पूछा तो मैंने प्रश्नवाचक मुद्रा में सिर हिला दिया. उन्होंने संक्षेप में समझाया- ”सब सेटिंग गेटिंग का खेल है. खंडूरी और निशंक में आपसी गठबंधन है. अंदरखाने डील हो चुकी है. तू मेरी धोती ना खोल, मैं भी तुझे नहीं छेड़ंगूा. निशंक के समय में जो भ्रष्टाचार हुए उसकी किसी भी जांच में निशंक नहीं फंसने वाले, यह पहले से तय हो चुका है.
निशंक के पाप का घड़ा भरा, हर कोई विदाई गीत गा रहा
देहरादून सरगर्म है. निशंक की विदाई के गीत गाए जाने लगे हैं. खंडूरी के खास लोग खंडूरी को फिर से मुख्यमंत्री बनाए जाने के फैसले पर बधाई लेने लगे हैं. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने की तैयारी कर चुकी भाजपा को पहले अपने घर को साफ करना पड़ रहा है. इसी कारण पिछले महीने कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदुरप्पा को हटाने का फैसला भाजपा आलाकमान को लेना पड़ा.
भ्रष्टाचार रोकने के लिए कानून की कम, हजारों अन्ना की जरूरत ज्यादा
किसी ने गणना की थी कि इस दुनिया में करीब तीन करोड़ तीस लाख कानून हैं। अगर दुनिया के लोग बाइबिल के टेन कमांडमेंट्स या गीता का निष्काम कर्म या कुरान की कुछ पवित्र आयतों को मानने लगें, तो शायद एक भी कानून की जरूरत न पड़े। लेकिन हमने न तो पवित्र ग्रंथों से कुछ सीखा, न ही इतने सारे कानूनों के बावजूद अपराध रुक पाए। भ्रष्टाचार दरअसल नैतिक प्रश्न ज्यादा है।
सीबीआई को उपेंद्र राय के खिलाफ नहीं मिला कोई साक्ष्य!
सहारा समूह में फिलहाल बनवास झेल रहे उपेंद्र राय के लिए खुशखबरी है. सीबीआई को अभी तक जो प्रमाण-साक्ष्य मिले हैं, उससे उपेंद्र राय पर कोई मामला नहीं बनता है. 2जी मामले और ईडी के अफसरों को धमकाने-रिश्वत देने की कोशिश करने के प्रकरण में सीबीआई ने पिछले दिनों अपना जवाब सुप्रीमकोर्ट में सीलबंद लिफाफे में पेश किया. इसमें कहा गया है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने संबंधित सभी से पूछताछ की.
एक मित्र ने कटाक्ष किया- अब आप पत्रकार ही बाकी हैं
एक दिन के ही अखबार (8 जुलाई 2011) में दो खबरें आयीं. (1) 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में दयानिधि मारन केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटे या हटाये गये. संभावना है कि वह भी तिहाड़ जेल जायें. पूर्व मंत्री (राजनेता), नौकरशाह (बड़े) और कॉरपोरेट वर्ल्ड के बड़े लोग तिहाड़ में पहले से ही हैं. इसी मामले में. एक मित्र ने कटाक्ष किया…. अब आप पत्रकार ही बाकी हैं.
रामदेव के भाजपा एजेंट होने की चुगली करते ये दो वीडियो
: क्या भाजपा नेताओं के इशारे पर टूटा बाबा का अनशन? : निशंक-आडवाणी और निशंक-रामदेव वार्तालाप सुनिए : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मीडिया वालों के सामने फोन पर आडवाणी और रामदेव से बातचीत की थी. यह बातचीत रामदेव के अनशन खत्म होने से ठीक पहले हुई.
भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का धुंआ देख उसे तुरंत बुझाने में क्यों जुटे सत्ताधारी?
: दुनिया के एक विख्यात न्यायविद, न्यायमूर्त्ति हैंड ने कहा था, आजादी के बारे में… नैतिकता या भ्रष्टाचार के प्रसंग में भी वही चीज लागू है…. उनका कथन था, आजादी मर्दों-औरतों के दिलों में बसती है. जब वहां यह मर जाती है, तब इसे कोई संविधान, कानून या अदालत नहीं बचा सकती… :
निशंक का न्योता- रामदेव उत्तराखंड में सत्याग्रह करें, दिक्कत न होगी
दिल्ली के रामलीला मैदान से पुलिस कार्रवाई के जरिए सत्याग्रह-अनशन खत्म कराके बाबा व उनके भक्तों को बेदखल किए जाने के बाद जो ताजी स्थिति है, उसके मुताबिक रामदेव को सेना के हेलीकाप्टर से हरिद्वार ले जाया जा रहा है. केंद्रीय गृह सचिव जीके पिल्लई भी बता चुके हैं कि आपरेशन रामदेव के तहत बाबा को हरिद्वार भेजा जाएगा. उधर, बाबा के हरिद्वार पहुंचने की भनक मिलते ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के अंदर की राजनीतिक आत्मा जाग चुकी है.
बाबा व भक्तों पर जुल्म के खिलाफ आज ब्लैक डे मनाएं
कुछ काम अन्ना ने किया और काफी कुछ बाबा ने कर दिखाया. अन्ना ने करप्ट कांग्रेसियों पर भरोसा किया और सरकार के झांसे में आ गए तो नतीजा ये है कि उन्हें अब रोना पड़ रहा है, मुद्दा पीछे छूट गया और तेवर पीछे रह गया. शेष है तो सिर्फ फिजूल की बैठकों का दौर और बेवजह की उठापटकों की चर्चाएं.
लोकपाल बन गया होता तो अनिल अंबानी अब तक जेल में होते
: अगर लोकपाल बन गया तो आधे मंत्री जेल में होंगे : सरकार लोकपाल मामले को पटरी से उतारना चाहती है : “2जी मामले में सीबीआई अगर निश्पक्ष तरीके से जांच कर रही होती तो अनिल अंबानी अब तक जेल में होते” ये बात कही जनलोकपाल पर बनी संयुक्त ड्राफ्टिंग कमेटी के सदस्य प्रशांत भूषण ने सीएनईबी के सप्ताहिक कार्यक्रम क्लोज एनकाउंटर में। कार्यक्रम के होस्ट हैं वरिष्ठ पत्रकार किशोर मालवीय।
क्या प्रधानमंत्री को लूट की खुली छूट होनी चाहिए?
: स्वामी रामदेव के अनशन पर उठ रहे सवाल का जवाब भी मिलना चाहिए : स्वामी रामदेव का अनशन परेशानी खड़ी करने वाला है : भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम ज्यादा अहम है : प्रधानमंत्री के पास देश की सुरक्षा से जुड़ी सूचना होती है साथ ही कई मंत्रालय सीधे उसके हाथ में होते हैं तो क्या ऐसे में प्रधानमंत्री को लूट की खुली छूट होनी चाहिए? न्यायपालिका में भी भ्रष्टाचार किस हद तक अपनी जड़ें जमा चुका है?
अन्ना ने खाया धोखा पर होगी बाबा की जीत
: स्वामी रामदेव के आगे केंद्र सरकार के सारे दांव विफल होते नजर आ रहे हैं : रामदेव के आंदोलन में है लोहिया की खुशबू : योग गुरू रामदेव हठयोग की वैभवकारी मुद्रा में हैं। बाबा की मुद्रा से सियासी कुर्सी की चूलें हिली हुई है। सत्याग्रह का दायरा अन्ना हजारे की तुलना में व्यापक है।
Media coverage of corruption in Bihar least in the country
Patna : Though Chhattisgarh and Bihar, according to the recent survey done by the Centre for Media Studies (CMS), are the two top states so far rural corruption is concerned yet the TV media coverage of corruption are minimum here. In 2010 Bihar contributed only 0.01 percent, Chaattisgarh (0.05 percent) and Kerala (0.09 percent) to the news channels for corruption coverage in their prime time between 7:00 PM and 11:00 PM.
आज सबसे कठिन है भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना उर्फ अन्ना की घेरेबंदी
: ईमानदार लोगों को समाज भी समय के साथ व्यावहारिक नहीं मानता : जब तक जेपी भ्रष्टाचार के खिलाफ चुप रहे, उन्हें शासक वर्ग पूजता रहा, जैसे ही, 74 में वह बोले, उन पर चौतरफा प्रहार शुरू हुआ, उनके गांधी शांति प्रतिष्ठान की जांच के लिए कुदाल आयोग बैठा : गांव का सीधा-साधा आदमी भ्रष्टाचार के खिलाफ आज लड़ना चाहता है, तो उसे इस कदर व्यवस्था घेर लेगी कि या तो वह आत्महत्या कर लेगा या दयनीय पात्र बन जायेगा :
How to go against corruption?
: Including Why No Lokpal : Yes, we all feel that the existing organizations/Institutions have not come up to the mark but which new organization has? Secondly, we need new organizations only when they r not existing previously, in one form or another. But what is the logic for having a new Institution just for the heck of it?
भ्रष्टों को सेवा विस्तार का सिफारिशी पत्र लिखवाने का रेट चालीस लाख!
भारतीय जनता पार्टी में कौन नेता है जो दागी नहीं है? आप अंदाजा लगाते रहिए. शायद ही कोई माई का लाल दूध का धुला मिले. और, ये हालात किसी एक नहीं बल्कि हर बड़ी राजनीतिक पार्टी का है. लेकिन भाजपा की चर्चा इसलिए जरूरी है क्योंकि वे लोग अपने चरित्र, चाल, चेहरा, चलन को लेकर बहुत दावे करते हैं और परंपरा व संस्कृति पर काफी हायतौबा मचाते हैं.
15 दिनों के भीतर अपनी संपत्ति घोषित करेंगे अनुरंजन झा
Anuranjan Jha : देश से करप्शन कम करने में पहला कदम यह हो कि हम पत्रकारों को अपनी संपत्ति और उसके स्रोत का खुलासा करना चाहिए… क्योंकि हम सच दिखाने का दावा करते हैं …समाज के हितैषी का भरोसा दिलाते हैं। सबसे पहले शरुआत इसी समुदाय से होनी चाहिए। मैं 15 दिनों के अंदर करने जा रहा हूं। ...People’s Outburst against Barkha Dutt at INDIA GATE...
8 बड़े प्रभावशाली करप्टों को बचाने के लिए 4 अन्य करप्टों पर पिल पड़ने की परियोजना पर पक्ष-विपक्ष की सहमति!
: संदेहवाद अमर रहे! : मुझसे कई लोग पूछते कहते हैं कि गासिप, अफवाहों, चर्चाओं को खबर की तरह पेश क्यों किया जाता है भड़ास पर. मैं उनसे कहता हूं कि न्यू मीडिया के लिए गासिप, चर्चाएं और अफवाह भी खबर की तरह हैं और ये सच हैं या नहीं, इनका खंडन मंडन तुरंत कमेंट्स के जरिए किया जा सकता है. पर मेरी बात से बहुत लोग संतुष्ट नहीं हो पाते.
यूपी में नहीं पूछ सकेंगे भ्रष्टाचारी का नाम
: शासनादेश के जरिए पारदर्शिता पर प्रहार : अन्य लोगों के साथ-साथ पत्रकारों के लिए भी उत्तर प्रदेश से एक बुरी खबर है. सतर्कता विभाग तथा उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान को जन सूचना अधिनियम 2005 के प्रावधानों के बाहर कर दिया गया है. ऐसा जन सूचना अधिनियम 2005 की धारा 24 की उपधारा 4 के अधीन दी गयी शक्तियों के तहत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया गया है. इस बारे में प्रमुख सचिव, सतर्कता, उत्तर प्रदेश ने शासनादेश जारी कर दिया है.