निगमबोध घाट पर दूरदर्शन के पत्रकारों के साथ मारपीट

: कश्‍मीरी गेट थाने में शिकायत दर्ज : निगमबोध घाट पर अतिविशिष्ट व्यक्तियों के अंतिम संस्कार के लिए अवैध तौर पर अलग से चिता स्थल बनाने से संबंधित खबरों के बाद वहां शूटिंग कर रहे दूरदर्शन के पत्रकारों की एक टीम के साथ कथित रूप से मारपीट की गई और उन्हें धमकी दी गई।

दूरदर्शन के पत्रकार एवं पत्‍नी पर हमला

मेघालय में दूरदर्शन के एक पत्रकार पर हमले की खबर है. यह हमला मेघालय बंद के दौरान हुआ जब दूरदर्शन के पत्रकार पार्थो चक्रवर्ती अपनी पत्नी और एक दोस्त के साथ गुवाहाटी से शिलांग जा रहे थे. पीड़ित पत्रकार के मुताबिक हमलावरों ने उनकी गाड़ी पर पत्थर फेंकने के अलावा एयरगन से भी फायर किये. इस हमले में पीड़ित पत्रकार की पत्नी को मामूली चोट आई है.

दूरदर्शन की पूर्व महानिदेशक अरुणा शर्मा के खिलाफ विभागीय जांच

बीएस लाली के बाद दूरदर्शन की पूर्व महानिदेशक अरुणा शर्मा भी जांच के दायरे में आ गई हैं. अरुणा शर्मा के खिलाफ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा कॉमनवेल्‍‍थ गेम के कवरेज में एक अनुबंध को मंजूर किए जाने के मामले में विभागीय जांच शुरू की गई है. बताया जा रहा है कि यह जांच शुंगलू समिति की रिपोर्ट के आधार पर कराया जा रहा है.

”खानसामे और चपरासी से ज्‍यादा नहीं है दूरदर्शन के पत्रकारों की हैसियत”

दूरदर्शन के महानिदेशक त्रिपुरारी शरण की नजर में डीडी न्‍यूज में काम करने वाले तीन सौ से ज्‍यादे अनुबंधित पत्रकार एवं कर्मचारियों की हैसियत उनके खानसामे और चपरासी से ज्‍यादा नहीं है. बिहार कॉडर का यह आईएएस हाल ही में दूरदर्शन के डीजी का पद संभाला है. उन्‍होंने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी कई मांगों को लेकर विरोध जता रहे कर्मचारियों को दो घंटे के भीतर बाहर का रास्‍ता दिखा देने की धमकी भी दी.

दूरदर्शन न्‍यूज के कर्मचा‍री आज मना रहे ‘ब्‍लैक फ्राइडे’

दूरदर्शन न्‍यूज के अनुबंधित कर्मचारी पिछले तीन सालों से वेतन वृद्धि न होने समेत कई मांगों को लेकर आज ‘ब्‍लैक फ्राइडे’ मना रहे हैं. कर्मचारी किसी प्रकार का प्रदर्शन या शोर शराबा करने की बजाय बाहों पर काला पट्टी बांधकर अथवा शरीर पर कोई एक काला कपड़ा पहनकर शांतिपूर्ण तरीके से काम कर रहे हैं. पैकेंजिंग, एसाइनमेंट, कैमरा, पीसीआर, एमसीआर समेत सभी सेक्‍शन के कर्मचारी इसमें शामिल हैं.

डीटीएच की नीलामी से प्रसार भारती ने जुटाए 46 करोड़

गवर्नमेंट ब्रॉडकास्‍टर प्रसार भारती ने अपने डीटीएच (डायरेक्‍ट टू होम) प्‍लेटफार्म डीडी डायरेक्‍ट प्‍लस पर स्‍लॉट की ई-नीलामी से भारी राजस्‍व इकट्ठा किया है. एक साल के लिए आबंटित होने वाले स्‍लॉट के लिए न्‍यूनतम आरक्षित मूल्‍य डेढ़ करोड़ रुपये रुखा गया था. खबर है कि डीडी ने इस नीलामी में 46 करोड़ रुपये से ज्‍यादा का राजस्‍व जुटाए हैं.

दूरदर्शन का चेहरा और चरित्र बदलने की तैयारी में सरकार, 142 करोड़ दिए

सरकार दूरदर्शन को भी निजी चैनलों की टक्‍कर में लाने की कोशिशों में लगी हुई है. दूरदर्शन के कार्यक्रमों को नया लुक, तेवर और ताजगी देने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने करोड़ों रुपये का बजट तय किया है. इसके तहत दो सालों तक दूरदर्शन के कार्यक्रमों के लिए धन आबंटन की व्‍यवस्‍था होगी. सारी कवायद दूरदर्शन की लोकप्रियता और दर्शक बढ़ाने के लिए की जा रही है.

दूरदर्शन के महानिदेशक होंगे त्रिपुरारी शरण

बिहार काडर के आईएएस अधिकारी त्रिपुरारी शरण का दूरदर्शन महानिदेशक बनना तय हो गया है। वहीं आकाशवाणी के महानिदेशक की कुर्सी लीलाधर मंडलोई को मिल सकती है। प्रसार भारती बोर्ड ने दूरदर्शन और आकाशवाणी के महानिदेशकों के पद के लिए चयनित तीन-तीन नामों की एक संशोधित सूची सूचना व प्रसारण मंत्रालय को भेजी थी।

अंबिका सोनी ने दूरदर्शन-आकाशवाणी के पुराने साथियों को सम्‍मानित किया

दूरदर्शन और आकाशवाणी के कई पुराने न्‍यूज एंकर और रीडर जो नए जमाने के एंकरों की भीड़ में खो चुके हैं, कई साल बाद शुक्रवार को एक साथ नजर आए. सूचना प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी की पहल पर उन्‍हीं के सरकारी आवास पर ऐसे कई लोगों को आमंत्रित किया गया, जो एक समय में दूरदर्शन और आकाशवाणी के जाने-माने चेहरे थे. मकसद था उन्‍हें एक साथ बुलाकर उनके योगदान की तारीफ करना.

हड़ताल से आकाशवाणी, दूरदर्शन सेवा प्रभावित

आकाशवाणी और दूरदर्शन के कर्मचारियों के पूर्व घोषणा के अनुसार हड़ताल पर चले जाने से आकाशवाणी एवं दूरदर्शन की प्रसारण सेवा प्रभावित हुई है. कर्मचारी प्रसार भारती कानून को वापस लिए जाने की मांग को लेकर 48 घंटे की ह़डताल पर चले गए हैं.

पचास साल का दूरदर्शन लोगों के सबसे निकट

दूरदर्शन भारत में दूरदर्शन के पचास वर्ष पूरे के उपलक्ष्य में देशभर में मनाए जा रहे स्वर्ण जयंती समारोह के संदर्भ में चंडीगढ़ में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। पंजाब विश्वविद्यालय के सभागार में हुए राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार में वक्ताओं ने दूरदर्शन के पचास वर्ष के लेखे-जोखे को विस्तार से बताया वहीं आज चैनलों की गलाकाट स्‍पर्धा में भारतीय संस्कृति को बचाए रखने में दूरदर्शन की महिमा बताई गई।