इंडिया टुडे के सीनियर एडिटर श्‍यामलाल यादव को लेकर चर्चाएं

इंडिया टुडे के सीनियर एडिटर श्‍यामलाल यादव को लेकर दिल्‍ली की मीडिया में कई तरह की चर्चाएं और अफवाहें फैली हुई हैं. कहा जा रहा है कि श्‍यामलाल इंडिया टुडे से रिजाइन देकर ज्‍यादा बड़े पद और पैकेज पर इंडियन एक्‍सप्रेस ज्‍वाइन करने जा रहा है. जितने मुंह उतनी बातें कही जा रही हैं. कोई कह रहा है कि इंडिया टुडे के बदले माहौल में वे अपने को असहज पा रहे थे. किसी का कहना है कि वे कुछ बदलाव चाहते थे इसलिए इंडिया टुडे छोड़ने जा रहे हैं.

इंडिया टुडे से विदा हो गए ए‍सोसिएट एडिटर ओम सर्राफ

: आबिद मंसूरी ने प्रज्ञा से इस्‍तीफा दिया : नाराज नीरज सक्‍सेना अवकाश पर : ढाई दशक की लम्‍बी सेवा के बाद इंडिया टुडे से ओम सर्राफ विदा हो गए. वे एसोसिएट एडिटर के पद पर कार्यरत थे. ओम सर्राफ तीन साल पहले ही इंडिया टुडे से रिटायर हो चुके थे, परन्‍तु प्रबंधन ने इनके अनुभव तथा सेवाओं को देखते हुए इन्‍हें एक्‍सटेंशन दिया था.

हिंदी विश्वविद्यालय : तीन कुलपति और तेरह झगड़े-घपले

यह दास्तां देश के एक ऐसे अजीबो-गरीब विश्वविद्यालय की है, जिसके अब तक तीन कुलपति हुए हैं. लेकिन विडंबना है कि तीनों ही एक-दूसरे पर संस्थान को बीमार बनाने का आरोप लगा रहे हैं. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के पहले कुलपति और मूर्धन्य साहित्यकार अशोक वाजपेयी आरोप लगाते हैं, ”मेरे वक्त शुरू हुए काम को आगे बढ़ाने के बजाए दूसरे कुलपति जी. गोपीनाथन ने बंद करने में अपना समय लगाया.”

गासिप- राज चेंगप्पा लेंगे एमजे अकबर की जगह!

भाई लोग लगता है एमजे अकबर को इंडिया टुडे से विदा करा के ही मानेंगे. एक सज्जन ने भड़ास4मीडिया को एक मेल भेजकर लगभग भविष्यवाणी कर दी है कि एमजे अकबर की जगह इंडिया टुडे के नए एडिटर इन चीफ के रूप में राज चेंगप्पा ज्वाइन करने वाले हैं. राज चेंगप्पा पहले भी इंडिया टुडे में वरिष्ठ पद पर रहे हैं. इन दिनों वे द ट्रिब्यून, चंडीगढ़ के एडिटर हैं.

एमजे अकबर का कांट्रैक्ट खत्म होने वाला है!

एमजे अकबर को लेकर मीडिया में अटकलों का दौर शुरू हो गया है. एमजे अकबर ने जब इंडिया टुडे समूह ज्वाइन किया था, तब भी एक कोने से यह चर्चा उड़ायी गई थी कि वे बस दो तीन महीने के मेहमान हैं. अब फिर उनको लेकर चर्चा फैलाई गई है कि एमजे अकबर का कार्यकाल इस माह खत्म हो रहा है, उनका एक साल का कांट्रैक्ट था, जो इसी अक्टूबर में खत्म हो रहा है.

द संडे स्‍टैंडर्ड के सीनियर एडिटर बने सुभाष मिश्र

लखनऊ से खबर है कि ‘इंडिया टुडे’ से नाता तोड़ने वाले वरिष्‍ठ पत्रकार सुभाष मिश्र ने द न्‍यू इंडियन एक्‍सप्रेस ग्रुप का मैगजीन ‘द संडे स्‍टैंडर्ड’ ज्‍वाइन कर लिया है. उन्‍हें यहां भी सीनियर एडिटर और यूपी का ब्‍यूरोचीफ बनाया गया है. सुभाष मिश्र पिछले डेढ़ दशक से इंडिया टुडे के साथ जुड़े हुए थे. प्रभु चावला से उनकी नजदीकी के चलते ही इंडिया टुडे के नए प्रबंधन ने उनका तबादला विशाखापट्टनम कर दिया था, जिसके बाद उन्‍होंने संस्‍थान छोड़ दिया.

आखिरकार टूट ही गया इंडिया टुडे से सुभाष मिश्र का नाता

लखनऊ से खबर आ रही है कि इंडिया टुडे से सीनियर एडिटर सुभाष मिश्र का नाता टूट गया है. प्रभु चावला के खास माने जाने वाले सुभाष मिश्र का तबादला प्रबंधन ने मार्च में विशाखापट्टनम के लिए की दिया था, लेकिन वे वहां नहीं गए. पत्‍नी के स्‍वास्‍थ्‍य को कारण बताते हुए उन्‍होंने प्रबंधन से लखनऊ छोड़ पाने में असमर्थता जता दी थी. पर उन्‍होंने अब वहां ज्‍वाइन नहीं किया था.

तो इसलिए कनिमोझी की वकालत कर रहे थे एमजे अकबर!

पिछले दिनों भड़ास4मीडिया पर इंडिया टुडे में प्रकाशित एमजे अकबर का संपादकीय प्रकाशित किया गया था, जिसके जरिए पाठकों को बताया गया कि किस तरह एक बड़े नाम वाला संपादक एमजे अकबर अपने करियर के उत्तरार्ध में आकर भ्रष्टाचारियों पर रहम किए जाने की कुतार्किक वकालत कर रहा है. उस लेख को आप इस हेडिंग… एमजे अकबर बेशर्मी से कर रहे हैं कनिमोली की वकालत…. पर क्लिक करके फिर से पढ़ सकते हैं.

एमजे अकबर बेशर्मी से कर रहे हैं कनिमोली की वकालत!

इण्डिया टुडे के ताज़ा अंक में एमजे अकबर का जो संपादकीय छपा है, उसमें उन्होंने बड़ी बेशर्मी से कनिमोली को जेल से छोड़े जाने की वकालत की है. भड़ास4मीडिया के एक पाठक ने एमजे अकबर द्वारा लिखित संपादकीय को टाइप कराकर भडा़स के पास भेजा है. इसे यहां प्रकाशित किया जा रहा है. आप भी पढ़ें और बताएं कि क्या वाकई इस आलेख से यह मैसेज निकलता है कि एमजे कनिमोली को जेल से छोड़े जाने की बात कह रहे हैं. -एडिटर

इंडिया टुडे ग्रुप प्रकाशित करेगा लाइफ स्‍टाइल पत्रिका ‘रॉब रिपोर्ट’

मशहूर अमेरिकी लाइफ स्‍टाइल पत्रिका ‘रॉब रिपोर्ट’  अब भारत से भी प्रकाशित होगा. इसके लिए इंडिया टुडे ग्रुप ने अमेरिकी कंपनी कर्टको मीडिया के साथ समझौता किया है. यह मैगजीन उच्‍च वर्ग को ध्‍यान में रखकर लांच किया जा रहा है. इस मासिक पत्रिका का एक्‍जीक्‍यूटिव एडिटर गोविंद धर को बनाया गया है. इंग्‍लैंड से शिक्षित गोविंद धर फिलहाल फ्रीलांसिंग जर्नलिस्‍ट के रूप में कई कंपनियों से जुड़े हुए थे. इसके पहले वे टर्निंग प्‍वाइंट, मिंट, एचटी, खलीज टाइम्‍स  और कंटेंट स‍िंडिकेट से भी विभिन्‍न रुपों में जुड़े रहे हैं.

अपने कर्मियों को तीन को इंक्रीमेंट देगा अमर उजाला, इंडिया टुडे में इंक्रीमेंट

अमर उजाला ग्रुप के कर्मचारी जल्‍द ही खुश होने वाले हैं. प्रबंधन तीन मई को ग्रुप के समस्‍त कर्मचारियों को इंक्रीमेंट और प्रमोशन देने जा रहा है. कारपोरेट आफिस के सूत्रों ने बताया कि इसके लिए लगभग सभी कारवाईयां पूरी की जा चुकी हैं. यूनिट हेड और संपादकों की रिपोर्ट तथा अप्रेजल के आधार पर इंक्रीमेंट की फाइनल कॉपी तैयार कर ली गई है. तीन को विधिवत सभी को लेटर इशु कर दिए जाएंगे.

फरजंद अहमद के साथ इंडिया टुडे मैनेजमेंट ने अच्छा सुलूक नहीं किया

: कांट्रैक्ट रीन्यू न करने का फरमान :हिंदी पट्टी में इंडिया टुडे मैग्जीन के पर्याय बन चुके वरिष्ठ पत्रकार फरजंद अहमद के बारे में खबर मिल रही है कि संस्थान अब उन्हें एक्सटेंशन देने से मना कर रहा है. संभवतः 30 अप्रैल के बाद फरजंद अहमद इंडिया टुडे के साथ नहीं रहेंगे. सूत्रों के मुताबिक इंडिया टुडे में एमजे अकबर के आने के बाद से पुराने लोगों की विदाई का सिलसिला तेज हुआ है. मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में कई लोगों को इंडिया टुडे से कार्यमुक्त किया जा चुका है.

संघ के विरोध पर भागवत का नाम इंडिया टुडे वालों ने अपनी वेबसाइट से हटाया

नई दिल्ली : इंडिया टुडे समूह ने अपने कॉनक्लेव में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को बुलाने की सूचना अपनी वेबसाइट से हटा ली है। संघ को ऐतराज था कि उनकी अनुमति के बगैर उनके नाम को क्यों जोड़ा गया। संघ ने मीडिया समूह से वेबसाइट से तत्काल नाम हटाने को कहा था। इंडिया टुडे समूह के 18 मार्च से हो रहे मीडिया कॉनक्लेव चैलेंज द पावरका 18 मार्च को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उद्घाटन करना था और 19 मार्च को संघ प्रमुख मोहन भागवत को कश्मीर मुद्दे पर र्चचा के लिए बुलाया गया था।

इंडिया टुडे के एक्‍जीक्‍यूटिव एडिटर अभिजीत दासगुप्‍ता का निधन

अभिजीत वरिष्‍ठ पत्रकार तथा इंडिया टुडे के एक्‍जीक्‍यूटिव एडिटर अभिजीत दासगुप्‍ता का निधन हो गया है. वे थोड़े दिनों से बीमार थे. उनके निधन से उनके जानने वालों में शोक की लहर है. सहसा किसी को विश्‍वास नहीं हो रहा कि अभी तक ठीक ठाक रहे अभिजीत अब उनके बीच नहीं हैं. वे पिछले तीन दशक से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय थे.

अरुण पुरी ने अपने संपादकों-रिपोर्टरों के हाथ-पांव बांधे!

राडिया टेपों के जरिए कई पत्रकारों के दागदार हो चुके दामन के बाद कई मीडिया हाउसों में प्रबंधन ने अपने पत्रकारों के लिए तरह-तरह की गाइडलाइंस जारी की हैं. अभी सूचना मिली है कि क्रिसमस के मौके पर अरुण पुरी ने अपने संपादकों और रिपोर्टरों को एक मेल कर क्या करें, क्या न करें टाइप की कई चीजें बताई हैं. अरुण पुरी के इस मेल पर कई तरह के विवाद उठ खड़े हो सकते हैं क्योंकि अगर इन गाइडलाइंस के आधार पर कोई रिपोर्टर काम करे तो वह पुष्ट न हो पा रही किसी सच्ची बड़ी खबर को नहीं दिखा सकता. आप भी अरुण पुरी द्वारा जारी पत्र को पढ़िए.

प्रभु चावला के बारे में अरुण पुरी का मेल

: प्रभु चावला का आज अंतिम कार्य दिवस होगा : एमजे अकबर का कद और काम बढ़ा : इंडिया टुडे हिंदी और अंग्रेजी वाले एमजे अकबर को रिपोर्ट करेंगे : मेल से कई तरह के बदलावों की आहट सूंघ रहे हैं लोग : To: All, Fm: Aroon Purie, Dear All : After a long career spanning 14 years in his second stint with the Group, Mr Prabhu Chawla has decided to move on and his last working day will be Friday, December 17, 2010.

सीधी बात; अरुण पुरी चोर है!

[caption id="attachment_18467" align="alignleft" width="122"]अरुण पुरीअरुण पुरी[/caption]एक वेबसाइट है, स्लेट नाम से. उस पर ग्रेडी हेंड्रिक्स का सुपरस्टार रजनीकांत के उपर लिखा एक आर्टिकल 27 सितंबर 2010 को प्रकाशित हुआ. उस आर्टिकल के पहले दो पैरा को इंडिया टुडे के मालिक अरुण पुरी ने हूबहू उड़ा लिया और उसे 18 अक्टूबर वाले इंडिया टुडे के अंक में अपने संपादकीय के प्रथम दो पैरा के रूप में प्रकाशित कर दिया. कुछ लोगों की नजर इस चोरी पर गई तो उन्होंने कई वेबसाइटों को सूचित कर दिया.

ये है अरूण पुरी का आंतरिक ई-मेल

एमजे अकबर को इंडिया टुडे और हेडलाइंस टुडे का एडिटोरियल डायरेक्टर बनाए जाने और प्रभु चावला को इंडिया टुडे मैग्जीन के गैर-अंग्रेजी संस्करणों का प्रभारी बनाए जाने संबंधी जो ईमेल ग्रुप के एडिटर इन चीफ अरूण पुरी ने जारी किया, उसकी एक प्रति भड़ास4मीडिया के भी पास है. पेश है, अरूण पुरी के मेल के प्रमुख अंश-