प्रभु चावला रोल माडल हैं. बाजार के. बाजारू मीडिया के. उन पत्रकारों के भी जिन्हें ढेर सारा पैसा और खूब सम्मान-वम्मान व नक्शेबाजी चाहिए. प्रभु चावला परंपरागत मीडिया के आदर्श पुरुष हैं. नीरा राडिया से फोन पर चोंच लड़ाते-बतियाते पकड़े गए, कुछ नहीं हुआ. अमर सिंह से बतियाते-रिरियाते पकड़े गए, कुछ नहीं हुआ. अरे, इसे आप होना कहते हैं कि वे आजतक से हटा दिए गए, इंडिया टीवी से हटा दिए गए.