ये नकली कप है भारतीयों, अब पवार साहब से पूछो

हम खबरचियों के पास एक सनसनीखेज खबर है। हममें से कोई कहता है कि शुरूआत प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया यानी पीटीआई से हुई तो किसी का दावा है कि सबसे पहले उसने बताया। पता नहीं कौन है सही, लेकिन खबर ये है कि विश्व विजेता भारतीय टीम को असली नहीं, बल्कि रिप्लिका कप मिला। क्यों हुआ ऐसा? खबर है कि मुंबई हवाई अड्डे पर कस्टम ड्यूटी नहीं चुकाने की जिद्द की वजह से असली कप एयरपोर्ट के वेयरहाउस में भेज दिया गया।

भारतीय न्यूज चैनलों को आईसीसी ने दिखा दी औकात

: मस्त है पवार साहब…हम भले हो पस्त : पवार साहब की मुस्कुराहट थमे नहीं थम नहीं। शेट्टी साहब पवार साहब की खुशी में और भी खुश हो गए हैं। क्यों ना हो ऐसा। खबरें जो लगातार अच्छी  है। स्टेडियम हाउस फुल  है। कंपनियां कॉरपोरेट बॉक्स की मुंहमांगी कीमत देने को तैयार हैं। टेलिविजन रेटिग प्वाइंट यानी टीआऱपी उफान पर है। खिताबी मुकाबले के लिए राइट होल्डर ब्रॉडकास्टर अंतिम समय में बुक होने वाले 10 सेकेंड विज्ञापन के लिए 24 लाख रुपये तक वसूल रही है। अब तो इंटरनेशनल क्रिकेड काउंसिल को भारत में किए आयोजन से कमाई पर आयकर में छूट दी गयी।