पता नहीं इन्हें शर्म आई या नहीं

दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर और दैनिक हिंदुस्तान। संजय गुप्ता, सुधीर अग्रवाल और शोभना भरतिया। तीन बड़े अखबार, तीन बड़े मीडिया ब्रांड और इनके तीन मालिक। तीनों ऐसे मालिक जिन्हें अपने-अपने ब्रांडों के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। तीनों में काबिलियत है। तीनों सिंसीयर हैं। तीनों डायनमिक हैं। तीनों देश व समाज के हित की चिंता करते हुए दिखते हैं। तीनों कभी न कभी किसी न किसी रूप में ताकतवर व्यक्ति, प्रतिष्ठित आदमी, सूझबूझ वाले उद्यमी, सोच-समझ वाले युवा आदि के रूप में अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। तीनों का व्यक्तित्व इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि तीनों के जीवन का एक नैतिक पक्ष है, जिसे उनके अधीन काम करने वाले लोग उद्धृत करते हैं, फालो करते हैं, बताते रहते हैं। पर इन तीनों ब्रांडों के तीनों मालिकों के दामन पर धब्बा है। बहुत गहरा धब्बा है। पेड न्यूज का धब्बा। पेड न्यूज को भ्रष्टाचार का दूसरा नाम बताया गया है। इन तीनों मालिकों ने कभी न कभी भ्रष्टाचार को देश के विकास में बाधक जरूर बताया है। पर इन्हीं मालिकों ने बदले हुए समय में भ्रष्टाचार को अंगीकार किया।

पैसे से ज्यादा कीमती समय : सुधीर अग्रवाल

[caption id="attachment_16908" align="alignleft"]सुधीर अग्रवालसुधीर अग्रवाल[/caption]अखबारों को पढ़ने का औसत समय लगातार घटते जाना सबसे बड़ी चिंता : अखबार सूचना की बजाय ज्ञान पर ज्यादा जोर दें : लक्ष्य नहीं होगा तो बेमकसद यात्रा से मंजिल नहीं मिलेगी : लक्ष्य प्राप्ति में बाधा दिखे तो रास्ता बदलें, लक्ष्य नहीं : दैनिक भास्कर समूह के प्रबंध निदेशक सुधीर अग्रवाल बुधवार को रांची में प्रभात खबर सभागार में पहुंचे. उन्होंने पहली बार भास्कर समूह के इतर किसी अन्य अखबार के सहयोगियों को संबोधित किया. श्री अग्रवाल ने अपने संबोधन में मीडिया की वर्तमान दिशा-दशा के साथ चुनौतियों व संभावनाओं पर विस्तार से अपनी बातें रखीं. श्री अग्रवाल ने कहा कि अब यदि अखबारों को अपना अस्तित्व बचाये रखना है और बढ़ना है तो बदलते समय के साथ हर मोर्चे पर कदमताल करना होगा. पाठकों की संख्या में वृद्धि होना नि:संदेह शुभ संकेत है लेकिन अखबारों को पढ़ने का औसत समय लगातार घटते जाना सबसे बड़ी चिंता की बात है. अखबारों के सामने यही भविष्य की सबसे बड़ी चुनौती भी है. ऐसे में संपादकीय विभाग के सभी साथियों को सोचना होगा कि हम क्यों ऐसा अखबार पाठकों को नहीं दे पा रहे, जो पाठकों को अधिक से अधिक समय तक पढ़ने के लिए बाध्य कर दे.

प्रभात खबर के दफ्तर पहुंचे भास्कर के एमडी सुधीर अग्रवाल

[caption id="attachment_16907" align="alignleft"]सुधीर अग्रवालसुधीर अग्रवाल[/caption]भास्कर समूह के प्रबंध निदेशक सुधीर अग्रवाल कल रांची में थे. इसकी जानकारी जब प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश को लगी तो उन्होंने सुधीर अग्रवाल को प्रभात खबर आफिस आने और पूरे स्टाफ से इंटरेक्ट करने का न्योता दिया. हरिवंश के विनम्र आग्रह को सुधीर अग्रवाल भी ठुकरा नहीं पाए. वे प्रभात खबर के रांची आफिस पहुंचे और सभी विभागों के कर्मियों के बीच अपना वक्तव्य दिया. इस आयोजन के एकमात्र वक्ता सुधीर अग्रवाल थे. श्रोता थे सभी प्रभात खबर कर्मी.