जी मराठी के एक पत्रकार ने अन्ना हजारे से सवाल पूछा, अरविंद केजरीवाल ने जवाब दिया, कपिल सिब्बल नाराज हुए और पत्रकार की नौकरी चली गई. इस पत्रकार को पन्द्रह दिन पहले ही इंक्रीमेंट मिला था, पर उसकी नौकरी किस लिए गई उसे न तो बताया गया और ना ही उसे कुछ समझ में आया. बस कह दिया गया कि उपर से आदेश है.
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ढाई साल बाद पंजाब में केबल नेटवर्क पर ऑन हुआ जी पंजाबी
: सरकार के कोप ने कर दिया था गायब : पंजाब में एक बार फिर लोगों को जी पंजाबी के दर्शन होने लगे हैं. पिछले लगभग ढाई सालों से केबल से गायब रहा यह चैनल एक बार फिर केबल नेटवर्क पर ऑन कर दिया गया है. सरकार के गुस्से की वजह से केबल नेटवर्क से गायब था, परन्तु जी और स्टार के टाइअप होने की खबरों के बाद से सरकार ने इसे फिर से केबल नेटवर्क पर ऑन एयर कर दिया है.
न्यूज चैनलों में क्या सिर्फ जी न्यूज ही फायदे का न्यूज चैनल है?
जी न्यूज के सीईओ पुनीत गोयनका ने ‘कंपेन इंडिया’ मैग्जीन के एक जुलाई वाले अंक के लिए एक इंटरव्यू दिया है. इसमें उन्होंने दावा किया है कि… ”वे देश में एकमात्र न्यूज प्रतिष्ठान हैं जो धन पैदा कर पा रहे हैं. अन्य सभी न्यूज प्रतिष्ठान आजकल घाटे में जा रहे हैं. जी के लिए खबरों का धंधा (न्यूज बिजनेस) बढ़िया है.” उन्होंने इंटरव्यू अंग्रेजी में दिया है, इसलिए पढ़ लीजिए कि उन्होंने अंग्रेजी में क्या कहा-
जी ग्रुप आगरा में लांच करेगा केबल नेटवर्क!
आगरा में जल्द ही जी ग्रुप का केबल नेटवर्क पैर पसारने वाला है. इसके लिए आगरा में आफिस भी तैयार हो चुका है. इस नेटवर्क का नाम है डब्ल्यूडब्ल्यूआईएल यानी वायर एंड वायरलेस इंडिया लिमिटेड, जो कि जी ग्रुप का अग्रणी केबल नेटवर्क है. ये केबल नेटवर्क वर्तमान में लगभग 56 जिला में चल रहा है. अब आगरा से आगरा रीजन की शुरुआत होगी, जिसमें कंपनी 100 किमी के दायरे में नेटवर्क बिछायेगी.
जी न्यूज से इस्तीफा देकर यूटीवी से जुड़े जॉयदीप
जी न्यूज, कोलकाता से जॉयदीप दासगुप्ता ने इस्तीफा दे दिया है. वे ब्यूरोचीफ के पोस्ट पर थे. वे अब यूटीवी प्रोडक्शन से जुड़ गए हैं. उन्हें पूर्वी भारत का हेड बनाया गया है. इनके जिम्मे पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उड़ीसा के पूर्वोत्तर के सातों राज्य रहेंगे. इन राज्यों में यूटीवी प्रोडक्शन के प्रोजेक्ट को संभालेंगे. …
जी यूपी से अनिल बाहर, कई ने शुरू की जनसंदेश से नई पारी
जोफीसा, रितेश, प्रभात और किशोर की नई पारी
आजाद न्यूज से जोफीसा सिद्दिकी ने इस्तीफा दे दिया है. वे यहां पर असिस्टेंट प्रोड्यूसर थीं. इन्होंने अपनी नई पारी न्यूज एक्सप्रेस के साथ शुरू की है. इन्हें यहां भी असिस्टेंट प्रोड्यूसर बनाया गया है. जोफीसा ने करियर की शुरुआत चार साल पहले आजाद न्यूज से ही की थी.
जी 24 घंटे छत्तीसगढ़ से प्रियंका और जमशेद का इस्तीफा
जी24 छत्तीसगढ़ से प्रियंका कौशल ने इस्तीफा दे दिया है. वे यहां पर रिपोर्टर थीं. इन्होंने अपनी नई पारी बंसल न्यूज के साथ शुरू की है. यहां भी इन्हें रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी दी गई है. प्रियंका काफी समय से प्रबंधन से नाखुश थीं, एक बार उन्होंने पहले भी इस्तीफा दे दिया था, परन्तु प्रबंधन के मनाए जाने पर वापस आ गई थीं.
हेमंत का जी छत्तीसगढ़ से इस्तीफा, पंकज एमएच1 पहुंचे
जी24 घंटे छत्तीसगढ़ से हेमंत खरे ने इस्तीफा दे दिया है. वे यहां पर सीनियर इंजीनियर थे. वे अपनी नई पारी कहां से शुरू कर रहे हैं इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है. चर्चा है कि वे दिल्ली में कहीं ज्वाइन करने वाले हैं. हेमंत इसके पहले कई चैनलों को अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उनके जाने के बाद संभव है कुछ और लोग चैनल से इस्तीफा दे सकते हैं.
आरिफ मिर्जा प्रदेश टुडे से जुड़े, जी से नरेंद्र का इस्तीफा
बंसल न्यूज से आरिफ मिर्जा ने इस्तीफा दे दिया है. वे यहां सीनियर रिपोर्टर थे. इन्होंने अपनी नई पारी मध्य प्रदेश से शीघ्र लांच होने जा रहे प्रदेश टुडे के साथ की है. इन्हें यहां भी सीनियर रिपोर्टर बनाया गया है. आरिफ ने अपने करियर की शुरुआत 1986 में दैनिक भास्कर के साथ की थी. इसके बाद ये नई दुनिया से जुड़ गए. यहां से इस्तीफा देने के बाद इन्होंने जागरण ज्वाइन कर लिया. आरिफ सिटी केबल, राज टीवी, पीपुल्स समाचार को भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
बीएचएन के एडिटर बने अफरोज, दिव्या का जी छत्तीसगढ़ से इस्तीफा
सीवीबी न्यूज (पूर्व यूएनआई टीवी) से सीनियर करेस्पांडेंट व आरटीआई डेस्क इंचाज अफरोज आलम साहिल ने इस्तीफा दे दिया है. वो अपनी नई पारी बियौंड हेडलाइंस न्यूज वेबसाइट से करने जा रहे हैं. इन्हें एडिटर इनवेस्टिगेशन बनाया गया है. अफरोज पत्रकार होने के साथ आरटीआई एक्टिविस्ट भी हैं. ये टीवी9 टीवी के साथ भी काम कर चुके हैं. इन्हें कई अवार्ड भी मिल चुके हैं.
एडिटर को आदेश- बिजनेस हेड को रिपोर्ट करें!
सोचिए, संपादक किसे रिपोर्ट करता होगा? आप कहेंगे- प्रधान संपादक को, सीईओ को, मैनेजिंग एडिटर को, मैनेजिंग डायरेक्टर को, चेयरमैन को या इनमें से किसी को भी। और, आपका कहना ठीक भी है। ऐसा अपने मीडिया में चलता है। लेकिन संपादक अपने बिजनेस हेड को रिपोर्ट करे, यह थोड़ी अजीब बात है। है न! कहां संपादक और कहां बिजनेस हेड। दोनों के अलग-अलग काम। दोनों के अलग-अलग विधान। दोनों के अलग-अलग तेवर। दोनों के अलग-अलग कलेवर। दोनों के अलग-अलग अंदाज। दोनों के अलग-अलग सरोकार। लेकिन इस बाजारवादी व्यवस्था में शेर और बकरी, दोनों एक साथ एक घाट पर पानी पीने लगे हैं। इस मार्केट इकोनामी में शेर सियार को रिपोर्ट करता दिख सकता है तो कहीं सियार हाथी का शिकार करते हुए मिल सकता है। वजह, तीन तिकड़म से माल कमाकर मालामाल करने वाला बंदा सबसे बड़ा अधिकारी मान लिया गया है। अन्य उद्योगों की तरह मीडिया में भी सबका माई-बाप रेवेन्यू हो गया है। यही वजह है कि विचार-समाचार से लेकर अचार बेचने वाले तक, सभी आजकल सुबह-शाम राग ‘सबसे बड़ा रुपैय्या भैया’ गाते हुए मिल जाएंगे। सबके सब रेवेन्यू की छतरी तले आने लगे हैं। रेवेन्यू की ‘जय गान’ कर नंबर बढ़ाने लगे हैं। कुछ लोग देर से ना-नुकुर के बाद शरमाते-सकुचाते रेवेन्यू की छतरी तले आ रहे हैं तो कुछ दौड़ते, जीभ लपलपाते भागे चले आ रहे हैं। इतनी सब कथा-कहानी के बाद अब आते हैं मूल खबर पर।