: श्रद्धांजलि के बाद मौन जुलूस निकाला : काली पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन किया : पडरौना : पत्रकार तेज बहादुर की नृशंस हत्या किए जाने के विरोध में जिले के समस्त पत्रकार संगठनों से जुडे पत्रकार रविवार को नगर के डाकबंगले में जुटे और अपने गुस्से का इजहार किया। श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों ने काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला।
पत्रकारों ने पूरे शहर में भ्रमण कर शासन एवं प्रशासन के प्रति अपनी नाराजगी जताई। पीडब्ल्यूडी डाकबंगले में जनपद के कोने-कोने से जुटे पत्रकारों ने एक स्वर से मांग की कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए तथा दोषियों को गिरफ्तार किया जाए। पत्रकारों ने मांग की कि मृतक के लड़के को नौकरी दी जाए तथा दस लाख का मुआवजा दिया जाए। बैठक में सर्वसम्मति से पत्रकारों ने जिला प्रशासन को दो दिन का मौका देते हुए आगाह किया कि अगर दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो वे लोग अब उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। बैठक में पत्रकारों ने दो मिनट मौन रखकर पत्रकार तेज बहादुर को श्रद्धासुमन अर्पित की। इसके बाद आक्रोशित पत्रकारों ने काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला तथा पूरे नगर में भ्रमण कर शासन प्रशासन के विरुद्ध नाराजगी जताई।
इस दौरान प्रेस क्लब के अध्यक्ष अवधेश मल्ल, उपजा के अध्यक्ष अवधेश तिवारी, ग्रापए के अध्यक्ष ओम प्रकाश द्विवेदी, मिथिलेश्वर पांडेय, धनंजय सिंह, सूर्य प्रकाश राय, धीरेंद्र बिक्रमादित्य गोपाल, उदयभान त्रिपाठी, त्रिलोकी नाथ पांडेय, भाजपा नेता विजय प्रकाश दीक्षित, काजी ओबैदुर्रहमान, अभिषेक शाही, एसएन शुक्ला, रजनीश राय, जेड ए सिद्धिकी, मुन्ना, संजय चाणक्य, विद्याधर तिवारी, सुमंत दूबे, सुरेंद्र प्रताप सिंह, शैलेष उपाध्याय, महेश पांडेय, सच्चिदानंद मिश्र, अखिलेश तिवारी, रामरेखा सिंह, मनोज गिरी, आमोद कांत, राकेश गौड, संतोष वर्मा, राघवेंद्र मल्ल, सुनील मिश्र, भोलू उर्फ अजीत, उपेंद्र तिवारी, दीनानाथ जायसवाल, लल्लन गुप्ता, अविनाश जायसवाल, सुनील गुप्ता, हेमंत चौरसिया, संतोष सिंह, सुनील गुप्ता, हरिगोपाल मिश्र, हेमंत मधुप, प्रेमशंकर सूर्यवंशी, भानू प्रताप तिवारी, अश्वनि तिवारी, महेश मिश्र, गौरीशंकर गुप्ता, संजीव मिश्र, वृजेश गोविंद राव, जकाउल्लाह कुरैशी, अनिल सिंह, यशवंत सिंह, शैलेन्द्र मिश्र, गणेश गुप्ता, कलामुद्दीन, अफजल अंसारी, देवेंद्र कुशवाहा, मनोज यादव, राजेश यादव, वरुण चतुर्वेदी, सुभाष गौतम, अरविंद सिंह, ज्ञानेश्वर शर्मा, यशवंत सिंह, राजन शर्मा, अनिल सिंह, बैद्यनाथ तिवारी, नसरुल्लाह अंसारी इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
उधर, पुलिस ने तेजबहादुर की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता डा. सूर्यभान कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया है। कुशवाहा को पुलिस ने जेल भेज दिया। पत्रकार तेज बहादुर के बेटे दिलीप कुमार की तहरीर पर पुलिस ने डाक्टर सहित चार लोगों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया था। बाद में इसमें हत्या का मामला भी जोड़ दिया गया। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले का खुलासा जल्द कर दिया जाएगा।
जनप्रतिनिधि एवं राजनेता भी आए पत्रकारों के समर्थन में : मौन जूलूस में शामिल होकर गुस्से का इजहार किया : रविवार को पत्रकारों के विरोध प्रदर्शन में राजनैतिक दलों के लोगों ने भी बढचढ कर हिस्सा लिया। पत्रकारों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे इन लोगों ने पत्रकारों के हर आंदोलन में प्रत्येक स्तर पर शामिल होने का आश्वासन दिया तथा मौन जूलूस में शामिल होकर विरोध भी जताया। पत्रकारों के जुलूस में शामिल होने वालों में प्रमुख रुप से विधायक शंभू चौधरी, भाजपा नेता विजय प्रकाश दीक्षित, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेंद्र पांडेय, रणजीत मिश्र, भूषण सिंह सहित कई राजनेता शामिल हुए।
Akhilesh Tiwari
July 13, 2010 at 3:44 pm
Jab is samaj me desh ke chauthe stambh kahe jane wale kalam ke sipahi ki hatya ki ja sakti hai to fir samaj ki wo burai uthane ki himmat kaun karega jo patrakar karta hai. Vartman ki pradesh sarakar me jab mantri surakshit nahi hain to janta kaise surakshit rah sakti hai iski kalpana ki ja sakti hai.
mahendra singh
July 15, 2010 at 1:13 pm
repoter sab ke dhuko ko likh kar dor karne ki kosis karta hai lakin wah apne dukho ko kaha kahe.
santosh verma
July 21, 2010 at 3:12 pm
aise apradhiyo ko goli maar dena chahiye. patrakar samaj ka aaina hota hai. use marna kanun ke saath khilwad hai.