इस हफ्ते भी इंडिया टीवी को पीछे किए रहा : टैम वाले पैसे के भूत हैं. दे दिया तो अभयदान. न दिया तो ये टाइम-टाइम पर काटे-बकोटेंगे. लाख अच्छा कंटेंट दिखा लो पर ये कुछ फर्जी मीटरों के जरिए फर्जी रेटिंग से उन्हीं चैनलों को प्रमोट करते रहेंगे जिन्होंने इन्हें पुष्पम-पत्रम प्रदान किया होगा. इस हफ्ते जो टीआरपी टैम वालों ने जारी की है उसमें आज तक को तो नंबर वन पर फिर से पहुंचा दिया है लेकिन स्टार न्यूज को नंबर दो पर ही रखा. इंडिया टीवी वाले अच्छे खासे परेशान हो रहे हैं कि आखिर अब वे ऐसा क्या दिखाएं कि उनकी टीआरपी नंबर वन नहीं तो कम से कम नंबर टू पर तो रहे ही.
कुछ लोगों का कहना है कि स्टार वालों ने अपने अंतरराष्ट्रीय हाथ को टैम के टामियों के उपर आशीर्वाद देने की मुद्रा में रख दिया है. इसके बाद से टैम के टामी स्टार न्यूज का झंडा बिना बात बुलंद किए हुए हैं. उधर, इंडिया टीवी के खेमे में भारी मात्रा में निराशा की सप्लाई हो चुकी है. आखिर रजत शर्मा जैसा जमीन से उठा हुआ इंडियन मीडिया हीरो कब तक और कितनी देर तक टैम वालों के लंबे-चौड़े मुंह में गुड़-शक्कर भारी मात्रा में डालता रह सकता है.
लगता है, टैम वाले भी पुलिस वालों की तरह हो गए हैं. जिसने ज्यादा माल दिया, निर्णय उसी के पक्ष में. नहीं दिया तो उत्पीड़न शुरू. खुद के ही दिल की बात मान लो टीवी वाले बंधुओं. टैम को लात मारो. टैम वालों का भूत उतारो लतिया के. महीने में भारी-भरकम पैसा देना बंद करो. सारे न्यूज चैनल मिल कर अगर टैम को छोड़ दें तो नंबर एक-दो वाले न भी छोड़ेंगे तो कम से कम वो दोनों टैम के टामियों से मिलीभगत करने वाले चोर-चोर तो पुकारे जाएंगे.
अनिमेष पाठक
January 15, 2010 at 10:43 am
जय हो टीआरपी मैया..ग्रहण पर स्टार न्यूज़ में दंगल लाईव, वैज्ञानिक और ज्योतिषियों को भिडवाया ..
स्टार न्यूज़ के स्टूडियो में आज अनोखा नज़ारा देखने को मिला..जब सभी चैनल ग्रहण पर पिले हुए थे तो स्टार ने ज्योतिषियों, तर्कशास्त्रियों और वैज्ञानिकों का दंगल लाइव करा दिया..लगता है स्टार ने सुबह से ही इसकी तैयारी कर रखी थी. एक तरफ थे वैज्ञानिक और तर्कशास्त्री तो दूसरी ओर ‘तीन देवियों’ के साथ बाबा नुमा ज्योतिषियों ने मोर्चा ले रखा था..शुरू में तो ग्रहण के साइंटिफिक और एस्ट्रोलोजिकल पहलुओं पर सार्थक व स्वस्थ बहस होती रही पर जल्द ही दोनों दल एक दूसरे पर आक्रामक हो गए और एक-दूसरे की विधाओं पर ही सवाल उठाने लगे..कुछ ही देर में ये शो ग्रहण से डाइवर्ट हो कर व्यक्तिगत कटाक्षों पर आ गया. माइक की झीना-झपटी होने लगी. स्टूडियो का माहौल गरमाने लगा..तीन देवियाँ ‘रण-चंडिया’ बन गयी..’प्रोड्यूसरों को लगा कि बात बन रही है तो वे फ़ौरन ग्रहण को साइडलाइन करके पूरी तरह ये दंगल लाइव दिखाने पर पिल गए.आखिर टीआरपी मसाला मुफ्त में जो मिल रहा था..किसी को समझ नही आ रहा था कि विज्ञान और धर्म के बीच की इस चिरंतन बहस को आखिर किस दिशा में ले जाया जाये. और हुआ भी यही. कोई निष्कर्ष नही निकला. लेकिन चैनलों के हुजूम के बीच, दर्शकों का ध्यान बटाने की ये आजमाई हुई टेक्नीक काम करती लगी..अब देखना ये होगा कि अगले शुक्र को इसे टीआरपी मईया का आशीर्वाद मिलता है कि नहीं…
अनिमेष पाठक, टीवी 9.
[email protected]
Animesh
praveen
January 15, 2010 at 12:02 pm
yahi haal aapka bhi hai yaswant ji. paisa milne par khabar daba di jati hai aapke bhi site pe. iska example maurya tv hai.
यशवंत सिंह
January 15, 2010 at 12:11 pm
मौर्या टीवी में रंगरेलियां न उड़ा पाने वाले और प्रकाश झा को चूना लगा पाने से पहले ही बाहर का रास्ता देख लेने वाले असंतुष्ट आजकल गली-गली घूम कर मौर्या टीवी की बदनामी कर रहे हैं. कहीं भी कुछ भी छपवा लेने पर आमदा है. इसी साइट पर मौर्य टीवी के बारे में जाने कितनी नकारात्मक खबरें छपी हैं लेकिन वे सब की सब घटना प्रधान रहीं. अभी हाल में ही जब वहां प्रकाश झा ने आठ लोगों को निकाला तो इसी हेडिंग से हम लोगों ने पब्लिश किया कि प्रकाश झा ने मौर्य से खड़े-खड़े आठ को निकाला…
यह सब आपको नहीं दिखेगा क्योंकि आपकी आंख पर विरोध की पट्टी पड़ी हुई है.
मुझे कोई सफाई देने की जरूरत नहीं है लेकिन कमेंट का आप्शन नया नया खुला है इसलिए मेरे हाथ में भी खुजली हो रही है. वैसे बता दूं, अब मैं आरोपों से घबराता नहीं क्योंकि इतने आरोप लग चुके हैं कि आरोप न लगने पर खुद को असहज पाने लगता हूं. चलिए, आपने कोई आरोप तो लगाया. अभी देखते जाइए, कमेंट आप्शन खुला है तो भाई लोग मेरे खिलाफ क्या क्या भड़ास निकालते हैं. पर भड़ास तो मुझे अपने खिलाफ भी झेलना पड़ेगा क्योंकि अगर मैं दुनिया के खिलाफ भड़ास निकाल रहा हूं तो लोगों को भी ये अधिकार मिलना चाहिए कि वे भी मेरे खिलाफ उचित या अनुचित भड़ास निकालें. प्रवीण भाई…. लगे रहो…
आभार के साथ
यशवंत सिंह
भड़ास4मीडिया
Anil Saxena
January 15, 2010 at 12:37 pm
yashwant ji
Aapne varisth patrkaro ke bhut bariya sakstkar kiye he . In interviews se patrkarita ke chetra ki jankari milti he sath hi prerna bhi. lage raho tarif aur aalochna milti rahegi.
Anil Saxena
VOI Udaipur
Mahabir Seth
January 15, 2010 at 5:01 pm
एह दुनिया पुत्तर पैसे दी, आंखी गल्ल सच्ची जांदी ।
पैसा जिवें नचाई जांदा, दुनिया नच्ची जांदी ऐ ।
praveen
January 15, 2010 at 5:10 pm
मौर्या टीवी में रंगरेलियां न उड़ा पाने वाले और प्रकाश झा को चूना लगा पाने से पहले ही बाहर का रास्ता देख लेने वाले असंतुष्ट आजकल गली-गली घूम कर मौर्या टीवी की बदनामी कर रहे हैं.
mai aaj bhi maurya tv mai hi hun. aur gali gali nahi ghum raha. ek website chalane wale se jayada ki kubat rakhta hun
Mahabir Seth
January 15, 2010 at 5:36 pm
एह दुनिया पुत्तर पैसे दी, आंखी गल्ल सच्ची जांदी ।
पैसा जिवें नचाई जांदा, दुनिया नच्ची जांदी ऐ ।
manoj
January 22, 2010 at 3:28 pm
tommiyo ne paise khakar etv ko bhi regional me no.1 kiye raha.etv ke ceo jagdigh chandra ne tommiyo ko paise khilakar pharji trp kharida.lekin jab is mahine paise nahi khilaya to etv ke trp ka sach samne aa gaya.