मंदी खत्म होने के बाद छंटनी से मचा हड़कंप : सीएनबीसी टीवी18 और सीएनबीसी आवाज के सभी विभागों में बंपर छंटनी : तीन महीने का नोटिस थमाया गया : संजय पुगलिया के भविष्य को लेकर चर्चाएं शुरू : जो आशंका भड़ास4मीडिया ने व्यक्त की थी, वही घटित हो रहा है। बेहद बुरी खबर है। टीवी18 के हिंदी और अंग्रेजी के बिजनेस न्यूज चैनलों ‘सीएनबीसी टीवी18’ और ‘सीएनबीसी आवाज’ के दिल्ली और मुंबई आफिसों से तकरीबन 80 से लेकर 125 लोगों की छंटनी किए जाने की खबर मिली है। दिल्ली में ‘सीएनबीसी आवाज’ के 21 लोगों के स्टाफ में अब सिर्फ 4 लोग बचे हैं। करीब 17 लोगों को तीन महीने का नोटिस दे दिया गया है। तीन महीने बाद इन लोगों को चैनल से बाहर होना पड़ेगा। इसी तरह सीएनबीसी टीवी18 और सीएनबीसी आवाज के दिल्ली-मुंबई आफिसों में कल से एक-एक कर लोगों को एचआर द्वारा बुलाया जा रहा है और छंटनी किए जाने की सूचना से अवगत कराया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक ‘सीएनबीसी टीवी18’ और ‘सीएनबीसी आवाज’ का संचालन अलग-अलग करने की बजाय एक साथ करने के कंपनी के फैसले के बाद संजय पुगलिया की भावी स्थिति के बारे में भी कयास लगाए जाने लगे हैं।
अभी तक संजय सीएनबीसी आवाज के एडिटर हुआ करते थे। अगर दोनों चैनलों का संचालन एक कर दिया जाएगा तो संजय पुगलिया को किसी दूसरे संपादक के अधीन काम करना होगा या फिर उन्हें दोनों चैनलों का संपादक बना दिया जाएगा। दोनों चैनलों का संपादक बनाए जाने की उम्मीद कम है क्योंकि सीएनबीसी टीवी18 में पहले ही एक एडिटर और एक एक्जीक्यूटिव एडिटर कार्यरत हैं। एक साथ करीब सौ-सवा सौ लोगों की छंटनी से इलेक्ट्रानिक मीडिया जगत में खलबली मच गई है। ये छंटनी उस समय की गई है जब मंदी का दौर खत्म होने की बात की जाने लगी है। छटनी दोनों बिजनेस चैनलों के सभी विभागों के लोगों की हुई है। सूत्रों के मुताबिक सीएनबीसी आवाज के दिल्ली ब्यूरो को करीब-करीब बंद कर दिए जाने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि आज भी सीएनबीसी आवाज और सीएनबीसी टीवी18 के एचआर के लोग छंटनी के दायरे में आए लोगों को तीन महीने का नोटिस पकड़ाएंगे।