वरिष्ठ पत्रकार उमेश चतुर्वेदी को महामना मदन मोहन मालवीय पत्रकारिता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। महामना की जयंती पर विगत 24 दिसंबर को मेवाड़ इंस्टीट्यूट के सभागार में तमिलनाडु और असम के पूर्व राज्यपाल भीष्म नारायण सिंह ने अंगवस्त्रम ओढ़ाकर सम्मानित किया। पुरस्कार स्वरूप उन्हें 5100 रूपए की राशि और सम्मान पत्र भी दिया गया।
गौरतलब है कि यह पुरस्कार अंशकालिक पत्रकारों को दिया जाता है। यूं तो उमेश चतुर्वेदी पूर्णकालिक पत्रकार रहे हैं लेकिन पिछले कई महीनों से वे फ्रीलांसिंग कर रहे हैं। वे जी न्यूज उत्तर प्रदेश के इनपुट इन्चार्ज के रूप में काम कर चुके हैं। मराठी के सकाल ग्रुप के टीवी चैनल साम मराठी की दिल्ली की टीम में रहे हैं। दैनिक भास्कर के दिल्ली ब्यूरो में बतौर वरिष्ठ संवाददाता और कॉलम कोऑर्डिनेटर की भूमिका निभा चुके हैं। अमर उजाला कारोबार से पत्रकारीय करियर की शुरुआत करने वाले उमेश जी न्यूज में भी काम कर चुके हैं।
स्टार न्यूज से एनडीटीवी अलग होने के बाद शुरुआती दौर में स्टार न्यूज को सरकारी हलकों में रिपोर्टिंग की अनुमति नहीं थी। तब स्टार न्यूज के लिए सरकारी हलकों की रिपोर्टिंग का जिम्मा बैग फिल्म्स के पास था। उन दिनों बैग की ओर से उमेश चतुर्वेदी ने ही रिपोर्टिंग का ये जिम्मा संभाला। टीवी खबरों की अच्छी स्क्रिप्टिंग में महारत हासिल होने के बावजूद उमेश चतुर्वेदी को प्रिंट में वैचारिक लेखन के लिए ही ज्यादा जाना जाता है। शायद यही वजह है कि उन्हें मेवाड़ इंस्टीट्यूट ने फीचर लेखक की श्रेणी में ही पुरस्कृत करने का निर्णय लिया।
इस पुरस्कार समिति के निर्णायक समिति के सदस्य थे- इंडिया टुडे के एसोसिएट एडिटर जगदीश उपासने, स्टार न्यूज के वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र त्रिपाठी और मशहूर कार्टूनिस्ट काक। अभी हाल ही में माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय ने धर्मयुग, साप्ताहिक हिंदुस्तान, रविवार, सारिका और दिनमान का मोनोग्राफ प्रकाशित किया है। इनमें से दिनमान का मोनोग्राफ उमेश चतुर्वेदी ने ही लिखा है।
amrendrakumar
January 31, 2010 at 2:50 am
Umesh Chaturvedi ek pratibhashali patrakar hain.Unke samman par meri badhai.