डील न हो पाने के कारण वीओआई से अमित सिन्हा के अलग होने और मित्तल बंधुओं के चैनल बंद करने की घोषणा के बाद वीओआई कर्मियों ने फुल एंड फाइनल सेटलमेंट के लिए निर्णायक जंग शुरू करने का ऐलान किया है। वीओआई के सभी कर्मचारी कल वीओआई के नोएडा स्थित आफिस से एक साथ प्रदर्शन शुरू करेंगे और चैनल के मालिक मधुर और सुमित मित्तल के घर के सामने पहुंचेंगे। वे सुमित और अमित के घर के सामने बेमियादी धरना देने की योजना बना चुके हैं। इनका कहना है कि जब तक उनका एक-एक पाई का हिसाब नहीं कर दिया जाता, वे चैन से बैठने वाले नहीं हैं। जानकारी के मुताबिक वीओआई के कर्मचारी आज ही सुमित और मधुर मित्तल के घर धरना देने जा रहे थे पर इसकी भनक मित्तल बंधुओं को लग गई और उन्होंने कर्मचारियों के प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए बुला लिया।
बताते हैं कि बातचीत के दौरान कर्मचारियों के प्रतिनिधियों ने साफ-साफ कह दिया कि फुल एंड फाइनल सेटलमेंट उनकी शर्तों पर होगा, न कि प्रबंधन की शर्तों पर। बातचीत में काफी गर्मागर्मी हुई। पत्रकारों ने बैठक में अपने तीखे तेवर दिखा दिए और स्पष्ट कर दिया कि वे अब किसी कीमत पर मित्तल बंधुओं से डरने वाले नहीं हैं और न ही उनके आगे झुकने वाले हैं। अब लड़ाई बिलकुल आरपार की होगी। फुल एंड फाइनल सेटलमेंट की बातचीत टूट जाने के बाद कर्मियों ने वीओआई के नोएडा स्थित आफिस में बैठक की और कल मित्तल बंधुओं के घर की ओर कूच करने का निर्णय लिया है।
नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर वीओआई के एक वरिष्ठ पत्रकार ने बताया कि अभी तक तो उम्मीद थी कि अमित सिन्हा और मित्तल बंधुओं के बीच समझौता हो जाने के बाद चैनल चल जाएगा पर डील पर हस्ताक्षर न होने से पत्रकारों व कर्मियों की आशाओं पर तुषारापात हो चुका है। अब सवाल यही है कि क्या मित्तल बंधु अपने कर्मियों का जो बकाया भुगतान है, वह देंगे या नहीं? अगर मित्तल बंधु संपूर्ण बकाया भुगतान नहीं देते हैं तो पत्रकारों व कर्मियों का आंदोलन उग्र रूप ले सकता है। पत्रकारों की कोशिश है कि उनके आंदोलन में समाज के प्रत्येक हिस्से के लोगों को शामिल किया जाए और सरकार व नेताओं के जरिए वीओआई के मालिकों पर दबाव बनाया जाए। कुछ लोग कानूनी कार्रवाई करने पर भी विचार कर रहे हैं।