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भास्करवालों! इतने भी चिरकुट न बनो!!

[caption id="attachment_14963" align="alignnone"]भास्कर पर प्रकाशित खबर : प्रकाशन तारीख 31 मई 2009[/caption]

दैनिक भास्कर और नवभारत टाइम्स का प्रबंधन अपनी वेबसाइटों को हिट कराने के लिए किस तरह के हथकंडों को अपना रहा है, इसके बारे में कुछ ही दिनों पहले एक स्टोरी भड़ास4मीडिया पर प्रकाशित की गई थी, जिसका शीर्षक था- बड़े मीडिया हाउस अब हिंदी वेब मीडिया का सत्यानाश करेंगे? इस स्टोरी में बताया गया कि इन पोर्टलों के एडिटर और मैनेजर ज्यादा हिट्स पाने के लिए अपने पत्रकारों से न्यूज के साथ-साथ सेमी पोर्न सामग्री भी परोसने के लिए उकसाने लगे हैं। इसके आगे की कहानी अब शुरू होती है। ये बड़े मीडिया हाउस सेमी पोर्न खबरें खुद नहीं बनाते, कहीं से उड़ाते हैं। चोरी करने में फिलहाल फंसा है भास्कर ग्रुप।

दैनिक भास्कर और नवभारत टाइम्स का प्रबंधन अपनी वेबसाइटों को हिट कराने के लिए किस तरह के हथकंडों को अपना रहा है, इसके बारे में कुछ ही दिनों पहले एक स्टोरी भड़ास4मीडिया पर प्रकाशित की गई थी, जिसका शीर्षक था- बड़े मीडिया हाउस अब हिंदी वेब मीडिया का सत्यानाश करेंगे? इस स्टोरी में बताया गया कि इन पोर्टलों के एडिटर और मैनेजर ज्यादा हिट्स पाने के लिए अपने पत्रकारों से न्यूज के साथ-साथ सेमी पोर्न सामग्री भी परोसने के लिए उकसाने लगे हैं। इसके आगे की कहानी अब शुरू होती है। ये बड़े मीडिया हाउस सेमी पोर्न खबरें खुद नहीं बनाते, कहीं से उड़ाते हैं। चोरी करने में फिलहाल फंसा है भास्कर ग्रुप।

भास्कर की चोरी को एक वरिष्ठ ब्लागर ने पकड़ा है। उन्होंने कई जगहों पर शिकायती चिट्ठी भेज दी है। संजय बेंगाणी हिंदी के वरिष्ठ ब्लागर होने के साथ-साथ एक हिंदी पोर्टल के संचालन भी हैं। इस पोर्टल के एडिटर पंकज बेंगाणी हैं। संजय ने भड़ास4मीडिया को जो जानकारी दी है और जो कुछ सुबूत भेजे हैं, उसके मुताबिक उनके पोर्टल पर जो लेख 30 मई को प्रकाशित हुआ, उसी को हू-ब-हू भास्कर के पोर्टल पर 31 मई को प्रकाशित कर दिया गया।

भड़ास4मीडिया को भेजे अपने पत्र में संजय कहते हैं-


”….आज सुबह भास्कर.काम पर एक लेख देखकर [हाइलाइट किया हुआ था] मुझे काफी अचरज हुआ, क्योंकि वह लेख ज्यों का त्यों [लगभग] तरकश.काम पर पहले ही छप चुका है [वास्तविक]. यह काम छुटभैये ब्लागर और “चिल्लर” हिन्दी की समाचार साइटें तो पहले से करती आई है पर भास्कर का ऐसा करना दुखद भी है और आश्चर्यजनक भी. ये कडियाँ देखिए : तरकश का लेख:प्रकाशन तिथि : 30 मई 2009 : भास्कर का लेख : प्रकाशन तिथि : 31 मई 2009 :  मैं यह तो मानता हूँ कि “सेक्स” और अन्य कई विषय जैसे कि तकनीक, विज्ञान और समाचार ऐसे होते हैं जिनमें विषय वस्तु समान ही होती है, परंतु कम से कम शब्द तो खुद के हों. यहाँ तो शब्द दर शब्द पूरा ही कॉपी कर लिया गया…..”


तरकश के एडिटर पंकज बेंगाणी भड़ास4मीडिया के एडिटर को भेजे अपने पत्र में कहते हैं-


यशवंत जी, नमस्कार.

दैनिक भास्कर द्वारा तरकश.कॉम के एक लेख को ज्यों का त्यों उडा लेने का मामला हमे पता चला है. मैने स्वयं देखा कि एक लेख जो हमारी साइट पर 30 मई को छपा था वह ज्यो का त्यो भास्कर.काम पर 31 को छाप दिया गया. ना हमे सूचित किया गया ना ही अनुमति ली गई. जबकि तरकश पर प्रकाशित सामग्री कॉपीराइटेड है.

original article :

http://www.tarakash.com/Sex-Life/5-sex-life-spoilers.html

copy lifted article on bhaskar :

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http://www.bhaskar.com/2009/05/31/0905311540_five_thing_effects_on_sex_life.html

इस बारे में मैने राजेन्द्र को को ईमेल किया एवँ भोपाल मे बैठने वाले श्री अनुज से फोन पर बात की. उन्होने जाँच का आश्वासन दिया. बाद मे मैने पाया कि उन्होने होम पेज से तो उस लेख की लिंक हटा दी लेकिन कडी अभी भी मौजूद है यानी कि भास्कर की साइट पर अभी भी चोरी किया गया लेख प्रकाशित है.

एक बडे मीडिया हाउस की यह ओछी हरकत है. इस बारे मे आप संज्ञान लेंगे ऐसी आशा है.

Pankaj Bengani

सम्पादक : तरकश.कॉम

http://www.tarakash.com/network


पंकज ने बड़े मीडिया हाउस की इस ओछी हरकत के खिलाफ चुप न रहने का इरादा किया है और भास्कर समूह के कई वरिष्ठों को मेल भेजकर अपनी शिकायत और आपत्ति दर्ज करा दी है। पेश हैं कुछ मेल-


From : [email protected]

To : [email protected]

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Dear Mr. Anuj,

We are surprised to see that the Copy-lifted article from Tarakash.com is still live on your domain, i.e. “Bhaskar.com” [http://www.bhaskar.com/2009/05/31/0905311540_five_thing_effects_on_sex_life.html].

It is almost 24 hours since we have registered a formal protest in this regard and we expect a quick response on this matter from your side.

Kindly do the needful.

Pankaj Bengani

Editor

http://www.tarakash.com


On Mon, Jun 1, 2009 at 5:53 PM, Team Tarakash <[email protected]> wrote:

Dear Sudhirji,

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I would like to bring to your notice that copywriters of Bhaskar.com are lifting articles from various other Hindi Sites. Recently, an article has been copied from our news site [Tarakash.com] without taking us into confidence and without seeking for permission.

original article : http://www.tarakash.com/Sex-Life/5-sex-life-spoilers.html

copy lifted article on bhaskar : http://www.bhaskar.com/2009/05/31/0905311540_five_thing_effects_on_sex_life.html

we published this article on 30th may 2009 and bhaskar.com copied the same article and published it on 31st may 2009.

Now, after our protest the link of the article is removed from home page but the link is still working.

Kindly look into this matter

Pankaj Bengani

Editor

http://www.tarakash.com/network

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On Mon, Jun 1, 2009 at 1:30 PM, Team Tarakash <[email protected]> wrote:

Dear Editor,

We came to know that an article has been copied from Tarakash.com to Bhaskar.com without taking appropriate permission.

It is very unfortunate and we would like to see that the article be removed from Bhaskar.com site with immediate effect.

original article : http://www.tarakash.com/Sex-Life/5-sex-life-spoilers.html

copy lifted article on bhaskar : http://www.bhaskar.com/2009/05/31/0905311540_five_thing_effects_on_sex_life.html

Pankaj Bengani

Editor : Tarakash.com

http://www.tarakash.com/network

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दोनों पोर्टलों पर प्रकाशित खबरों को पढ़ना चाहते हैं तो लीजिए पढ़िए और जांचिए कि भास्करवालों ने नकल करने में अकल कितना लगाया है-


तरकश पर प्रकाशित खबर


सेक्स जीवन पर विपरित प्रभाव डालती 5 बातें 

आज की स्पर्धात्मक और तनाव भरी जिंदगी में अपने साथी के साथ बिताए जाने वाले पल ऐसे होते हैं जो आप दोनों को राहत दे सकते हैं. लेकिन यदि ये पल ही आप दोनों के लिए तनावपूर्ण साबित होने लगे तो इससे बुरा और क्या हो सकता है?  कभी कभी पति और पत्नी समझ ही नहीं पाते कि आखिर उन्हें चिडचिडाहट क्यों हो रही है. आखिर क्या वजह है कि दोनों में से कोई एक हर समय शिकायत ही करता रहता है. कुछ छोटी छोटी बातें ऐसी हैं जो यूँ तो पता नहीं चलती लेकिन उनसे आपका दाम्पत्य और सेक्स जीवन प्रभावित हुए बिना नहीं रहता:

तुलना करना: किसी अन्य व्यक्ति के साथ तुलना करने से सामने वाले व्यक्ति को हीनभावना की शिकायत हो जाती है. दो व्यक्तियों की तुलना करना सही नहीं है. अपने साथी को यह बताना कि फँलाने व्यक्ति के कपडे पहनने का ढंग देखो, या बात करने का तरीका सिखो, या फिर “वह कितना सुंदर है”, “कितने बढिया कार है उसके पास” गलत है और इससे आपके साथी के अंदर कुंठा की भावना भर सकती है. इससे सेक्स जीवन प्रभावित होता है. क्योंकि ऐसी बातों से आपके साथी के अंदर असुरक्षा की भावना उत्पन्न होती है.

सुना अनसुना: आपकी पत्नी आपसे कुछ कह रही है लेकिन आपका ध्यान टीवी पर चल रहे समाचार पर है! आपके पति आपसे कुछ पूछ रहे हैं लेकिन आपका ध्यान फोन पर अपनी सहेली के साथ जारी बातचीत पर है! अपने साथी की बात को सुना अनसुना करना भी सही नहीं है. यदि कोई आपसे कुछ कह रहा है तो कोशिश करें कि उन्हें यह अहसास ना हो कि आप उनकी बात सुन नहीं रहे. जब आपका साथी आपसे बात करे तो उनकी तरह ही देखें और सुनें.

अपने परिवार के लिए समय: आज की भागदौड भरी जिंदगी में यह एक मुश्किल कार्य हो चुका है, लेकिन अपने परिवार के लिए पर्याप्त समय निकालना बहुत महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि आप समय का पालन करें. ऐसा ना हो कि आपके घर में कोई पार्टी चल रही हो और आप ऑफिस में ही व्यस्त हों. कार्य और परिवार के बीच सही संतुलन सुखी दाम्पत्य जीवन अति आवश्यक है.

दूसरों के आगे अपने साथी की बुराई: मान लिजिए आप किसी पार्टी में गए और वहाँ अपने मित्रों के साथ बातचीत करते करते अपनी पत्नी के बारे में शिकायत करने लग गए. कई बार यह अनजाने में भी हो जाता है, लेकिन इससे बचना चाहिए. किसी दूसरे व्यक्ति के आगे अपने साथी की आलोचना करने से बचना चाहिए, चाहे वह कितना भी नजदीकी मित्र क्यों ना हो.

शिकायत ही शिकायत: क्या आप शिकायतों का अम्बार लगा देती हैं? कोई मानेगा तो नहीं इसे पर यह ऐसी बात है जिस पर हमारा ध्यान बहुत कम जाता है. तुमने आज तक कुछ नहीं किया, कपडे तो ध्यान से पहनो, पडोस वाली आंटी कितनी बुरी है, मौसम कितना खराब है… कहने का अर्थ यह कि चाहे आप अपने साथी से शिकायत करो या अन्य लोगों से या फिर चीजों से, लेकिन उससे बना बनाया मूड खराब हो सकता है.

इसके अलावा गडे मुर्दे उखाडना भी गलत है. यदि कोई बात महिनों पुरानी है तो उसे फिर से याद कर नई लडाई में ना बदलें. 


भास्कर पर प्रकाशित खबर


सेक्‍स जीवन पर प्रभाव डालने वाली 5 बातें

आज की भागदौड़ और तनाव जिंदगी में अपने पार्टनर के साथ बिताए जाने वाले पल ही ऐसे हो सकते हैं जो आप दोनों को राहत का आभास कराएं। लेकिन ये पल ही आप दोनों के लिए तनावपूर्ण साबित होने लगे तो इससे बुरा और क्या हो सकता है? कभी-कभी पति और पत्नी समझ ही नहीं पाते कि आखिर उन्हें चिड़चिड़ाहट क्यों होती है। आखिर दोनों के बीच शिकायत की वजह क्‍या है। कुछ छोटी-छोटी बातें ऐसी हैं जिन्‍हें दंपति दरकिनार करते रहते हैं कि लेकिन उनसे दांपत्य और सेक्स जीवन प्रभावित होता है।

किसी से तुलना करना: किसी अन्य व्यक्ति के साथ तुलना करने से आपके पार्टनर को हीनभावना की शिकायत हो सकती है। दो व्यक्तियों की तुलना करना सही नहीं है। अपने साथी को यह बताना कि किसी व्यक्ति के कपडे़ पहनने का ढंग देखो, या बात करने का तरीका सीखो, या फिर ‘वह कितना सुंदर है’। इससे आपके साथी के अंदर कुंठा की भावना आ सकती है। ऐसी बातों से सेक्स जीवन प्रभावित होता है। क्योंकि इससे आपके साथी के अंदर असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो सकती है।

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सुना-अनसुना: आपकी पत्नी आपसे कुछ कह रही है लेकिन आपका ध्यान टीवी पर चल रहे समाचार पर है। आपके पति आपसे कुछ पूछ रहे हैं लेकिन आपका ध्यान फोन पर अपनी सहेली के साथ जारी बातचीत पर है। अपने साथी की बात को सुना-अनसुना करना भी सही नहीं है। यदि कोई आपसे कुछ कह रहा है तो कोशिश करें कि उन्हें यह अहसास ना हो कि आप उनकी बात सुन नहीं रहे। जब आपका साथी आपसे बात करे तो उनकी तरफ ही देखें।

परिवार के लिए समय: आज की भागदौड भरी जिंदगी में यह एक मुश्किल कार्य हो चुका है, लेकिन अपने परिवार के लिए पर्याप्त समय निकालना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि आप समय का पालन करें। ऐसा ना हो कि आपके घर में कोई पार्टी चल रही हो और आप ऑफिस में ही व्यस्त रहें। कार्य और परिवार के बीच सही संतुलन सुखी दांपत्य जीवन जरुरी है।

दूसरों के आगे अपने साथी की बुराई: मान लीजिए आप किसी पार्टी में गए और वहां अपने मित्रों के साथ बातचीत करते करते अपनी पत्नी के बारे में शिकायत करने लग गए। कई बार यह अनजाने में भी हो जाता है, लेकिन इससे बचना चाहिए। किसी दूसरे व्यक्ति के आगे अपने साथी की आलोचना करने से बचना चाहिए, चाहे वह कितना भी नजदीकी मित्र क्यों ना हो।

शिकायत ही शिकायत: क्‍या आप शिकायतों का अंबार लगाती हैं? कहने का मतलब है कि आप अपने साथी से शिकायत करें या अन्य लोगों से या फिर चीजों से, लेकिन उससे बना बनाया मूड खराब हो सकता है। इन सबके अलावा पुरानी बातों का जिक्र करते रहना भी गलत है। यदि कोई बात महीनों या वर्षों पुरानी है तो उसे फिर से याद कर तनाव न उत्‍पन्‍न करें। लडाई में ना बदलें.


इस पूरे मामले को देखने के बाद यह साबित हो जाता है कि भास्करवालों ने चोरी की है। भास्कर के लोगों से कहा जाना चाहिए कि एक तो वे इस तरह की चिरकुटई न करें। अगर दूसरों के माल से ही अपनी दुकान चलाने की ठान ली है तो कम से कम नकल के लिए अकल तो लगाएं। आपका क्या खयाल है? अपनी राय हमें [email protected] पर मेल कर सकते हैं।

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