मंदी और कम विज्ञापन से अब तक का सबसे खराब समय झेल रहा रुपर्ट मरडोक का टाइम्स ग्रुप पैसे बनाने के लिए अपने आनलाइन न्यूज कंटेंट के ग्राहकों से शुल्क लेने पर विचार कर रहा है। लंदन से द टाइम्स, द संडे टाइम्स, द सन, न्यूज आफ द वर्ल्ड और अमेरिका में वाल स्ट्रीट जरनल व न्यूयार्क पोस्ट जैसे अखबारों को प्रकाशित करने वाली मरडोक की कंपनी न्यूज कार्प को घाटे से उबारने के लिए कई तरह के उपायों और प्रयोगों पर विचार चल रहा है। इसी में एक है आनलाइन न्यूज के उपभोगकर्ताओं से पैसे लेना। मरडोक ने 2009 को कंपनी के लिए सबसे खराब साल करार दिया।
बताया कि मंदी और विज्ञापनों के अभाव के कारण कंपनी को दो बिलियन डालर का नुकसान उठाना पड़ा है। मरडोक का मानना है कि डिजिटल क्रांति ने वितरण के सस्ते और नए तरीके पैदा किए हैं। उनकी कंपनी प्रिंट कंटेंट को डिजिटलाइज कर अच्छा-खासा पैसा बनाने में सफल हो रही है। इसे देखते हुए मरडोक अपनी सभी न्यूज वेबसाइटों के इस्तेमाल के लिए शुल्क लेने के बारे में सोच रहे हैं।
रुपर्ट मरडोक के बयान और उनके विजन पर अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ में जो खबर छपी है, उसे पढ़ने के लिए क्लिक कर सकते हैं- Murdoch media to charge for online news