जी न्यूज के रीजनल चैनल ‘जी 24 घंटे छत्तीसगढ़’ में कार्यरत कुछ कर्मियों ने भड़ास4मीडिया को पत्र भेजकर सूचित किया है कि पिछले दिनों चैनल से 5 लोगों को अचानक निकाल दिया गया. इनमें से तीन पीसीआर स्टाफ और दो आउटपुट डेस्क के थे. इस टर्मिनेशन से गुस्साया पूरा पीसीआर स्टाफ अपने साथियों के फेवर में सामूहिक इस्तीफा दे बैठा. इसके बाद चैनल वालों ने सामूहिक इस्तीफा देने वाले कर्मियों के नेता को बात करने के लिए बुलाया.
इसी दौरान जी न्यूज, दिल्ली से 8 टेक्निकल स्टाफ को फ्लाइट से रायपुर बुला लिया. इससे डर कर इस्तीफा देने वाले पीसीआर स्टाफ ने इस्तीफा वापस ले लिया. बताया जा रहा है कि इनके लीडर को तोड़कर प्रमोट किया जा रहा है. चैनल में जब लोगों को ज्वाइन कराया गया था तब कहा गया था कि छह महीने में इनक्रीमेंट दिया जाएगा लेकिन चैनल खुले दो साल होने को आए, पर अभी तक केवल पांच प्रतिशत इनक्रीमेंट दिया गया है. हां, एक साल पूरे होने के जश्न में जरूर लाखों-करोड़ों रुपये खर्च कर दिए गए.
चैनल से दो एंकरों को जिनमें एक महिला और एक पुरुष एंकर है, को परेशान करने के बाद चैनल से निकाल दिया गया है. चैनल के ज्यादातर लोग परेशान और खुद को फंसा महसूस कर रहे हैं. कुछ लोगों को गुपचुप तरीके से इनक्रीमेंट दे दिया गया है. यहां के ज्यादातर कर्मचारी एक सीनियर प्रोड्यूसर से परेशान हैं. कृपया मेरा नाम न प्रकाशित करें. मैं जी24 घंटे छत्तीसगढ़ में कार्यरत एक इंप्लाई हूं.
(एक कर्मचारी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित है यह समाचार. अगर प्रबंधन इस पत्र में वर्णित बातों से सहमत नहीं है और अपना पक्ष रखना चाहता है तो हम तक [email protected] के जरिए पहुंच सकता है. -एडिटर)
savita
May 26, 2010 at 9:30 am
jabse chhanel kula hai tabse karib 100 log ja chuke hai channel ke sare employee loop line me pade hai
sudipta stu.of.mass/com.
May 25, 2010 at 3:17 am
oh and wa wa wa ………….. kaya bat kahi hai isse jayda kuch nahi kahunga
ramesh garg
May 25, 2010 at 4:03 am
ye media owners ki kaisi managment hai jisme employees ko to khush nahi kiya jata, lekin kisi function me lakhon rupees uda diye jate hain …..it’s very bad for media future