: मालिक ने अपने साले को बनाया इंदौर का संपादक : विकास मिश्रा ने राज ज्वाइन किया : अजीब अखबार है राज एक्सप्रेस भी : बिल्डर और अखबार मालिक अरुण सहलोत के दिमाग का कोई ठिकाना नहीं. कब क्या कर दें, कुछ पता नहीं. आजकल वे प्रिंटलाइन-प्रिंटलाइन खेल रहे हैं. ताजी सूचना ये कि उन्होंने इंदौर एडिशन से रविंद्र जैन का नाम हटाकर अपने साले और कंपनी में निदेशक के रूप में कार्यरत संजय मेहता का नाम स्थानीय संपादक के रूप में दे दिया है.
कुछ रोज पहले ग्वालियर एडिशन में मिलिंद बायवार का नाम आरई के रूप में गया लेकिन 24 घंटे भी नहीं बीते कि मिलिंद का नाम आरई के रूप में गायब हो गया और उनकी जगह रवींद्र जैन का नाम आ गया. उधर, जबलपुर एडिशन में आरई के रूप में प्रभु मिश्रा का नाम जाने लगा है. चर्चा होने लगी है कि रवींद्र जैन के दिन लदने लगे हैं लेकिन रवींद्र जैन कहते हैं कि ऐसा कुछ नहीं है, उनका नाम दो एडिशनों (भोपाल और ग्वालियर) में आरई के रूप में जा रहा है और ग्वालियर में जो बदलाव की बात हुई थी वह उनसे सहमति लेकर हुई थी लेकिन प्रबंधन ने कुछ कारणों से मिलिंद को आरई के पद से हटाकर फिर से उनका (रवींद्र जैन का) नाम आरई के रूप में दे दिया है. साथ ही सीएमडी अरुण सहलोत ने मीटिंग में कह दिया है कि रवींद्र जैन की स्थिति पहले जैसी ही है, कोई अनावश्यक विवाद न खड़ा करे.
एक अन्य जानकारी के अनुसार अभी हाल तक पीपुल्स समाचार, इंदौर के आरई रहे विकास मिश्रा ने इंदौर में राज एक्सप्रेस में ज्वाइन कर लिया है. चर्चा है कि उन्होंने विशेष संवाददाता के रूप में काम शुरू कर दिया है. आरई बनने के बाद विशेष संवाददाता के पद पर कार्य करने को लेकर लोगों में चर्चाएं हैं. विकास मिश्र ने भड़ास4मीडिया से बातचीत में राज एक्सप्रेस ज्वाइन करने की तो पुष्टि की लेकिन किस पद पर ज्वाइन किया है, इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया.
Comments on “इंदौर से रवींद्र का नाम हटा, ग्वालियर में जुड़ा”
ravindraji
dimoson ki badhai
aloksharma gwalior
sala tu to gaya
sale teri to tere sath to ye hona tha
;D