नरसिंहपुर के वह गिने चुने पत्रकार, जो सच में जनता की आवाज बनकर उभरे है या अपनी लेखनी के दम पर भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े होने का साहस रखते है, इस वक्त भारी संकट में हैं। 29 नवंबर 2010 की शाम राज एक्सप्रेस के ब्यूरो प्रमुख वासुदेव शर्मा के साथ उस वक्त मारपीट की गई, जब वह होटल से रात का खाना खाकर घर लौट रहे थे। वासुदेव शर्मा की उम्र 45 के पार है और वह निर्भीक पत्रकार के रूप में नरसिंहपुर में प्रसिद्ध है। वासुदेव शर्मा से एक बीस-बाइस साल के लड़के ने हाथापाई की, जबकि वह उसे जानते भी नहीं थे। वासुदेव शर्मा ने इस घटना की शिकायत गृहनगर छिंदवाड़ा आकर दर्ज कराई।
वहीं दूसरी ओर एक दिसम्बर की रात 12 बजकर 28 मिनट पर ईटीवी न्यूज के संवाददाता जितेन्द्र चौबे को भी एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर गंदी गालियों के साथ जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने इसकी शिकायत तत्काल कोतवाली में दर्ज करा दी। ज्ञातव्य है कि जितेन्द्र चौबे को दूसरी बार जान से मारने की धमकी मिली है, इसके पहले एक सटोरिये के स्टिंग ऑपरेशन के बाद भी उन्हें इस तरह की धमकी मिली थी, जिसे ईटीवी पर प्रमुखता से दिखाया गया था।
नरसिंहपुर में पत्रकारों के साथ बढ़ रही इस तरह की घटनाओं से यह साफ नजर आ रहा है कि इस वक्त नरसिंहपुर के कुछ प़त्रकारों ने रसूखदारों की नाक में दम कर रखा है, जिसकी वजह से पत्रकार सुरक्षित नहीं है।
एक पत्रकार द्वारा भेजी गई चिट्ठी पर आधारित.
Comments on “नरसिंहपुर में एक पत्रकार की पिटाई, दूसरे को धमकी”
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यशवंत