देश के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल सीएनईबी और न्यूजपोल ने एक साथ आगामी बिहार विधानसभा चुनाव पर एक सर्वे कराया, और इस सर्वे में जो तथ्य निकलकर आए, वो वाकई चौंकाने वाले थे। सबसे बड़ी बात जो इस सर्वे में उभर कर सामने आई, वो ये थी, कि सबसे अधिक लोगों ने एक बार फिर बिहार की कमान नीतीश कुमार को सौंपने की राय दी। सर्वे में 58.7 फीसदी लोगों ने नीतीश कुमार को पसंद किया, जबकि बाकी के नेता उनसे काफी पीछे नजर आए।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को महज् 17 फीसदी लोगों ने पसंद किया, जबकि राबड़ी देवी को केवल 0.4 फीसदी लोग ही राज्य की कमान सौंपने के पक्ष में दिखे। इन चुनाव में लालू प्रसाद के सहयोगी की भूमिका निभा रहे राम विलास पासवान को 6.3 फीसदी लोगों ने पसंद किया, जबकि वर्तमान सरकार में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को केवल 1.8 फीसदी लोगों का ही समर्थन हासिल हो सका।
सीएनईबी और न्यूजपोल के सर्वे में राज्य के 243 विधानसभा क्षेत्रों के 12150 वोटरों से सवाल किए गए। 1 अक्टूबर से 11 अक्टूबर के बीच कराए गए इस सर्वे को 27 सर्वेयरों और 3 पर्यवेक्षकों ने रात-दिन मेहनत करके पूरा किया। इसके बाद 12 अक्टूबर को सर्वे की रिपोर्ट की जांच की गई, जिसमें लोगों ने नीतीश कुमार को कमान सौंपे जाने में सहमति तो जताई ही, कई और आश्चर्यजनक तथ्य भी सामने आए। सबसे बड़ी बात कि राज्य की 9.8 फीसदी जनता को पता ही नहीं है, कि बिहार में चुनाव होने जा रहे हैं, जबकि 2.3 फीसदी लोग इस बारे में कोई राय नहीं रखते। यानी बिहार के 5 करोड़ से अधिक मतदाताओं में से करीब 70 लाख मतदाताओं को या तो बिहार में होने वाले चुनाव के बारे में जानकारी ही नहीं है, और या फिर उन्हें इस बारे में कोई दिलचस्पी ही नहीं है। यही नहीं 17 फीसदी मतदाता ऐसे रहे, जो इस चुनाव में वोट डालने की इच्छा ही नहीं रखते हैं।
पिछले पांच साल के शासनकाल में जनता दल यूनाईटेड की लोकप्रियता काफी बढ़ी है। 32.6 फीसदी लोगों ने जेडीयू को अपना वोट देने में सहमति जताई, जबकि 15 साल बिहार में राज कर चुकी आरजेडी को सिर्फ 29.5 फीसदी लोगों ने ही पसंद किया। हालांकि सहयोगियों की बात करें, तो बीजेपी को सिर्फ 12.7 फीसदी लोगों ने, जबकि इस बार आरजेडी के साथ खड़ी लोकजनशक्तिपार्टी को 9.5 फीसदी लोगों ने ही पसंद किया। लेकिन कांग्रेस की लोकप्रियता कम से कम बीजेपी से अधिक नजर आई। कांग्रेस को 13.8 फीसदी लोगों ने पसंद किया।
इस सर्वे में मतदाताओं में जागरुकता का स्तर बढ़ने के भी संकेत मिले। 53 फीसदी लोगों ने कहा कि ऐसी कोई भी पार्टी नहीं है, जिसे वो बिलकुल पसंद नहीं करते। साफ है, कि ये लोग राज्य का विकास करने वाले दलों के हाथ मजबूत करने के पक्ष में हैं। सर्वे में 52 फीसदी लोगों का कहना था कि उनका परिवार हमेशा एक ही पार्टी को वोट नहीं देता है, जबकि 39 फीसदी लोगों की राय इस बारे में हां में रही और इनसे सबसे अधिक 31.6 फीसदी वोट आरजेडी के पक्ष में गए, जबकि कांग्रेस को 20.2 फीसदी लोगों ने पसंद किया। हालांकि सत्तारूढ़ जेडीयू और भाजपा का गठबंधन इन परंपरागत वोट बैंक के मामले में पिछड़ा हुआ नजर आया। बीजेपी को परंपरागत रूप से पसंद करने वाले लोगों का प्रतिशत 19.2 फीसदी, जबकि जेडीयू के हिस्से महज् 16.6 फीसदी वोट ही आए। हालांकि अब आरजेडी से नाराज होने वाले लोगों का प्रतिशत काफी बढ़ गया है। 28.4 फीसदी लोगों का कहना है, कि वो आरजेडी को बिलकुल पसंद नहीं करते, जबकि जेडीयू को नापसंद करने वाले लोगों का प्रतिशत 20.2 फीसदी ही रहा। लेकिन कांग्रेस को नापसंद करने वाले लोगों का प्रतिशत सबसे कम 14.7 फीसदी रहा।
इस बार चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा है ‘विकास’। सत्तारूढ़ जेडीयू-बीजेपी गठबंधन से लेकर विपक्षी आरजेडी-लोजपा और कांग्रेस तक सभी ‘विकास’ के नाम पर लोगों से वोट देने की अपील कर रहे हैं। सर्वे में ये बात साफ हो गई है, कि सबसे अधिक लोग मानते हैं कि जेडीयू-बीजेपी गठबंधन ने राज्य का विकास किया है। इस मामले में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन को पसंद करने वाले लोगों का प्रतिशत 46.4 फीसदी रहा, जबकि राज्य में 15 साल शासन करने वाली आरजेडी के पक्ष में महज् 15.6 फीसदी वोट ही पड़े। हालांकि 23.8 फीसदी लोगों का मानना रहा कि दोनो ही पार्टियों ने कुछ खास काम नहीं किया और 14.2 फीसदी लोग मानते हैं कि दोनों ही पार्टियों ने अच्छा काम किया।
राज्य की सड़कों के हालात लम्बे समय से खराब रहे हैं। लेकिन सर्वे में 64 फीसदी लोग मानते हैं कि राज्य में सड़कों का विकास हुआ है जबकि महज् 20 फीसदी लोग मानते हैं कि सड़कों के मामले में राज्य पिछड़ गया है। इसके बाद जिस दूसरे क्षेत्र में वर्तमान सरकार ने विकास किया, वो रहा कानून व्यवस्था। 62 फीसदी लोगों ने माना कि कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है, जबकि 18 फीसदी लोग मानते हैं कि कानून व्यवस्था में राज्य पिछड़ गया है। हालांकि 15 फीसदी लोग मानते हैं कि इस बारे में कोई बदलाव नहीं आया है जबकि 5 फीसदी लोग इस बारे में कोई राय नहीं रखते हैं। 65.2 फीसदी लोग मानते हैं कि वर्तमान सरकार के शासनकाल में रंगदारी और गुंडागर्दी कम हुई है, जबकि केवल 10.2 फीसदी लोग मानते हैं कि आरजेडी सरकार ने रंगदारी और गुंडागर्दी को काबू करने में बेहतर काम किया था। लोग मानते हैं कि वर्तमान सरकार ने सरकारी अस्पतालों, सरकारी स्कूलों से लेकर पीने के पानी तक में अच्छा काम किया है। हालांकि सिंचाई व्यवस्था में वर्तमान सरकार ने बेहतर काम नहीं किया है। 21 फीसदी लोग मानते हैं कि सिंचाई व्यवस्था पहले से बेहतर हुई है, जबकि 32 फीसदी लोग मानते हैं, कि सिंचाई व्यवस्था में हालात खराब हुए हैं। हालांकि 46 फीसदी लोग मानते हैं कि स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है और 4 फीसदी लोग इस बारे में कोई राय नहीं रखते हैं। बेशक वर्तमान सरकार के ज्यादातर कामों को लोगों ने पसंद किया, लेकिन ज्यादातर लोग बिजली की व्यवस्था से खुश नहीं दिखे। महज् 9 फीसदी लोगों का मानना है कि बिजली व्यवस्था सुधरी है जबकि 32 फीसदी लोग मानते हैं कि बिजली व्यवस्था खराब हुई है, हालांकि सबसे अधिक 52 फीसदी लोग मानते हैं कि बिजली व्यवस्था में कोई भी बदलाव नहीं हुआ है, जबकि 6 फीसदी लोग इस बारे में कोई राय नहीं रखते हैं।
बिहार की राजनीति में सबसे अधिक हावी रहती है, तो वो है जातिवाद और क्षेत्रवाद। 22.6 फीसदी लोगों का मानना है कि आरजेडी ने उनकी जाति के लिए बेहतर काम किया है, जबकि 21.8 फीसदी लोग इस मामले में जेडीयू के कामों को बेहतर मानते हैं। हालांकि क्षेत्र के विकास की बात करें, तो आंकड़े जेडीयू के पक्ष में जाते दिखते हैं। 33.4 फीसदी लोग मानते हैं कि जेडीयू ने उनके इलाके के लिए बेहतर काम किया है, जबकि 21.6 फीसदी लोग इस मामले में बीजेपी से साथ खड़े दिखाई देते हैं। माना जा सकता है कि आंकड़े फिलहाल जेडीयू-बीजेपी गठबंधन के पक्ष में जाते हुए दिख रहे हैं। राज्य के 44.9 फीसदी लोग मानते हैं कि जेडीयू-बीजेपी गठबंधन को एक बार फिर मौका मिलना चाहिए जबकि 32.7 फीसदी लोग मानते हैं कि कुर्सी इस बार किसी और दल के पास जानी चाहिए। सर्वे की रिपोर्ट से मुताबिक सत्ता का ऊंट बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की ओर बैठता दिख रहा है, हालांकि चुनाव परिणाम ही बताएंगे कि जनता को किसके वादे सबसे अधिक पसंद आए। PR
In Bihar, elections to the State Legislative Assembly will be held in the month of October and November 2010. CNEB (national news and entertainment channel) in partnership with Newspoll the election surveyors, conducted a Pre-Poll Survey across Bihar. The objective of the survey was to reflect the nature of voting behavior and attitudes of people on electoral politics in the state.
The outcome of the survey was exclusive if not very startling. Though we have asked almost two dozen of questions but the most important of all questions was “WHOM DO YOU LIKE AS CM OF BIHAR”. And in answer 58.7% respondents said NITISH KUMAR, 17.0 % said LALU Prasad, 6.3 % said RAM VILAS PASWAN, 2.1% said RAGHUVANSH PRASAD, 1.8% said SUSHIL MODI, 0.6 % said SHARAD YADAV, 0.4% said RABRI DEVI, 0.4% said SHAKEEL AHMED, 1.8% went in favor of OTHERS and 10.9 % said DON’T KNOW.
Apart from this key result one more revelation was startling that 9.8% voters of Bihar don’t know about Bihar assembly elections only 87.9% said that they about coming elections.
The survey was an attempt to understand the people’s perception on the performance of state government. Under this survey all 243 ACs of the state were scanned by selecting some 12150 respondents. Selection of respondents was random that means 50 respondents were selected from 4 PSs of every AC. PRESS RELEASE
Comments on “बिहार चुनाव : सीएनईबी के सर्वे में भी नीतीश कुमार बने मुख्यमंत्री”
main bihar ke nam se darta tha, aaj bhi bihar jane ke nam se meri jan pre ban aati hai. aaj hi (19.10.10) CG KE EX SPEEKER VA BIHAR KE NAJDEEK DEWRIA NIWASI PREM PRAKASH PANDEY SE CHARCHA HO RAHI THI KI NITISH KUMAR KE CM BANANE KE BAD GUNDO KA RAJ KHATAM HO GAYA. MERI NAJARO ME AAJ BHI BIHAR VA UP THEEK NAHI HAI. SURVRY REPORT PADA KA AACHHA LAGA KI JOKER LALOO AUR SELFISH RAMVILASH PASWAN KI HALAT KHARAB HAI. NITISH KUMAR GADBANDHAN BHARI BAHUMAT SE JEETE. MANOJ AGRAWL BHILAI NAGAR.CG.092391-02350.
सी एन ई बीचैनल की बात पर भरोसा किया जा सकता है
.क्योंकि ये वाकेही देश का एक एसा चैनल है जो देश के गम्भीर मुधों की बात करता
कभी टी आर पी के मकड जाल में नही आता ,
ye survey bilkul galat sabit hone wala hai.
my survey result
rjd+ljp=145-160
jdu+bjp=55-80
cong=15-22
media main to kuch bike hue hai to kuch ke workers ko samagh hi nahi hai.
CNEB (national news and entertainment channel ) you are rite in concepates your tem mambers in bihar eleaction 2010
nitish kumar beshak sabse achhe cm nahin hain, lekin anya ki tulna men ve thik hain. bihar men abhi nitish ka koi vikalp nahin hai.
jis bhai sahab ne ye bataya hai ki RJD-LJP Bihar me (unke anusar) Bahumat ke sath aa rahi hai. Isase yahi lagata hai ki Lalu yadav se unnko personaly jyada fayada tha. ya to Bechare ekdum uneducated hai .mujhe to yahi lagta hai ki unka pariwarik rista hoga. jin logon ne kahan hai ki Bihar me Vikas nahi hua hai wo jaroor RJD se sambandh rakhate hai.
Main eak sainik hun muje desh ki rajnitee se jaida dilchspee nahi hai lekin Mr Nitish Sarkar ka kam srahnia jarur hai. Aur jo sarve cahnel duara kia gaya hai kafi hud tak sahi hai
Main eak sainik hun muje desh ki rajnitee se jaida dilchspee nahi hai lekin Mr Nitish Sarkar ka kam srahnia jarur hai. Aur jo sarve cahnel duara kia gaya hai kafi hud tak sahi hai
Main eak sainik hun muje desh ki rajnitee se jaida dilchspee nahi hai lekin Mr Nitish Sarkar ka kam srahnia jarur hai. Aur jo sarve cahnel duara kia gaya hai kafi hud tak sahi hai. eak bar phir Nitish sarkar ko phir muaka dena chahea.
LALU KE LIA YE ACHCHHI BAT HAI KI LOG UNHE KAMJOR SAMAJH RAHE HAI. BIHAR KYA PURE DESH KA VIKASH HO RAHA HAI LAKIN EK RUPAYE KI JAGAH 100 RUPYE KHARCH KIYA JA RAHA HAI. LALU NE GALTIYA KI LEKIN RLY KE KAM KO PURE DESH NE DEKHA KAI. MAI BHAGWAN SE KAMNA KARUNGA KI EK BAR OUR LALU JI KO JITAYE OUR UNHE GALAT RASTE SE BACHAYE
waoooooo shekar sir anchoring kar rahe the is programe ki……….great……….raj kumar sports
वोटिंग के लिए लगी लम्बी लाइन जिसमे बड़ी संख्या में युवतियां और महिलाएं बेहिचक खड़ी नजर आ रही है यही नितीश कि सबसे बड़ी उपलब्धि है. लोग बेख़ौफ़ हैं. लोगों के दिल से डर निकल गया है उन्हें लगने लगा है कि वे बिहार नहीं हिंदुस्तान में रह रहें हैं. पहले महिलाएं क्या पुरुष तक वोट देने तक नहीं जाते थे. आज कि स्थिति का आंकलन बिहारवासी स्वयं कर रहें हैं. विकास कि सबसे बड़ी जरुरत बारहमासी सड़कें अब पुरे बिहार में नजर आ रही है.
लोग कह रहे हैं 1 का सौ खर्च हो रहा है. दरअसल आदरणीय पहले एक और सौ दोनों अन्दर हो जाता था आज रोड पर दिख तो रहा है. नीतीश के लिए शुभकामनायें Good Luck.
सत्यनारायण पाठक
जगदलपुर छत्तीसगढ़
jati ke naam per nahi batenge ab hum vikas ki hogi jeet jo karega vikas wo hi hoga ab hamara cm
ARE BHAI 100 BAT KI AAK BAT LALU KABHI WAPASH NAHI AA RAHA HAI BIHAR MAY
bihar ki rajniti mai lalu yadav ji ki bumika bahut mahtwpurn hai. inki lambi rajnitik anubhw bihar ko nai disa degi. i wish lalu ji CM ho.
Ka bhai abhi bhi ham nhi sudharenge ka kasam kha rakhe hai jo Lalu ko jitane me lage hai 15 saal kam tha kya ?.. 110% issbar Nitish ji CM banenge
Pahli baar to bihar me kuch achcha ho rha hai…. 🙂 🙂