सहारा के पूर्व पत्रकार सुबोध जैन के मामले में पीटीआई ने खबर दी थी कि नौकरी से निकाले जाने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अप्लीकेशन देकर सीबीआई की तरफ से गवाह बनने की इच्छा जाहिर की है. परन्तु सुबोध जैन ने इस पूरे मामले को कोरा बकवास देते हुए पीटीआई के खिलाफ एक करोड़ रुपये के मानहानि का दावा ठोंकने की बात कही है. उन्होंने कहा न तो वे सुप्रीम कोर्ट गए और ना ही सीबीआई ने उनसे कोई पूछताछ की.
पीटीआई के हवाले से खबर आई थी कि ईडी राजकेश्वर सिंह को धमकाने के आरोप में जिस पत्रकार सुबोध जैन का नाम आया था, उसे सहारा ने निकाल दिया है. इसके बाद ही सुबोध जैन सुप्रीम कोर्ट में आवेदन देकर सीबीआई का गवाह बनने की पेशकश की है. इस मामले में सुबोध जैन ने कहा बेशक सहारा ने मुझे नौकरी से निकाल दिया है पर मैं ईडी के दो भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ रहा हूं और अंत तक लडूंगा. पीटीआई ने झूठी खबर देकर मुझे बदनाम करने की कोशिश की है.
सुबोध ने कहा कि न तो वो सुप्रीम कोर्ट गए और ना ही अब तक सीबीआई ने उनसे पूछताछ की है और ना ही किसी प्रकार की जानकारी मांगी है और ना ही वे सीबीआई का गवाह बनने के लिए सुप्रीम कोर्ट में किसी प्रकार का आवेदन दिया है. पीटीआई के रिपोर्टर ने पूरी तरह से गलत खबर दी है. उन्होंने कहा कि इस मामले में मैं न्यायालय का सहारा लूंगा और पीटीआई के खिलाफ अपनी मानहानि करने के लिए एक करोड़ रुपये का दावा करूंगा.