नागपुर. बर्डी थाने में पदास्थापित एक नायक सिपाही की दबंगई सोमवार को उस वक्त देखने को मिली, जब एक मीडियाकर्मी को घसीटते हुए वह थाने ले गया और थाने में शर्ट उतारकर दबंगई का प्रदर्शन करने लगा। वाक्या कुछ इस प्रकार है- एक स्थानीय टीवी चैनल का कैमरामैन गिरीश सोमवार को बर्डी थाने के सामने हुई दुर्घटना को कवर करने गया था। दुर्घटना में छात्रा शरवरी सोनारे घायल हुई है। एक महिला सिपाही ने शरवरी के बैग की तलाशी ली, तो उसके कॉलेज का पहचान पत्र मिला।
पत्र पर लगी फोटो को कैमरे में लेने के लिए गिरीश ने महिला सिपाही को छात्रा का पहचान पत्र दिखाने के लिए कहा। इसे लेकर दोनों में थोड़ी बहुत नोंक-झोंक भी हुई। उसी समय नायक सिपाही शेषराव पवार ने गिरीश का कैमरा छीनते हुए उससे हाथापाई की व उसे घसीटते हुए थाने ले गया। इस घटना को वहां पर मौजूद अन्य अखबारकर्मी व राहगीरों ने भी देखा। सिपाही शेषराव पवार की दबंगई यह पर खत्म नहीं हुई, थाने पहुंचकर उसने वरिष्ठ अधिकारियों के सामने ही शर्ट उतारा व गिरीश समेत अन्य मीडियाकर्मियों को ललकारते हुए देख लेने की धमकी देने लगा।
मामले को बिगड़ता देख सिपाही शेषराव ने अपने वर्दी पर लगी नेम प्लेट निकालकर जेब में छुपा ली थी। पूछे जाने पर कहा- नेम प्लेट कई गिर गई है। यही नहीं बटन टूटने से शर्ट निकालने की झूठी जानकारी उसने एसीपी धरमशी व पीआई जाधव को दी थी। भाजपा नेता विकास कुंभारे ने दबंग सिपाही को निलंबित करने की मांग की है। साभार : भास्कर
Comments on “मीडियाकर्मी को घसीटते हुए थाने ले गया सिपाही”
नागपुर पुलिस को संतरा खाने से फुर्सत ही नहीं मिलती…….और हर मेट्रो सिटी की मीडिया की यही कहानी है की हर कोई पीट देता है ये तो था पुलिस वाला………..आपने हमने ये कभी सोचा है की किसी भी शहर मे मीडिया क्यों पीट रही है उसका मूल कारण है मीडिया की अनेकता ……………जब तक हर शहर मे एक नहीं होगी तब तक ऐसे हमले होते रहेंगे मीडिया पर…………..जागो मीडिया जागो………….
गलती सिर्फ पुलिस की नहीं है. मीडिया वालो को भी अपना व्यवहार सुधारना चाहिए. दबंगई तो कैमेरामन भी करते हैं.
police ko apni harkato se baZ aana chahiye. press ke upar aaye din ho rahe hamle se samast meadia walo ko aab to jagjana chahiye.