इंडियन एक्सप्रेस के एडिटर इन चीफ एवं एनडीटीवी 24 x 7 के इंटरव्यू आधारित कार्यक्रम ‘वॉक द टॉक’ के प्रस्तोता शेखर गुप्ता मानते हैं कि राडिया के साथ बातचीत में कुछ पत्रकार जरूर मूल बात से भटकर कर कुछ इधर उधर की बात की अविवेकेपूर्ण बातें की, लेकिन उन पर लगे आरोप किसी मामले में साबित नहीं हुए हैं. हालांकि वे मानते हैं कि पत्रकारों ने पत्रकारिता की रेखा को पार किया था. शेखर गुप्ता ने ये बातें मेन्स फैशन मैगजीन जीक्यू (जेंटलमैंन्स क्वाटर्ली) को दिए गए अपने एक इंटरव्यू में कही.
शेखर गुप्ता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राडिया के फोन टेप होने के पीरियड में नीरा राडिया सौ ज्यादा पत्रकारों से बातचीत की होगी, परन्तु इस दौरान मात्र पांच-छह पत्रकार ही इधर-उधर की बातें करते पकड़े गए. पर अभी तक किसी पर कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ है. एक सवाल के जवाब में शेखर गुप्ता ने कहा कि निश्चित रूप में उन्हें भी कॉल किया होगा.
शेखर गुप्ता का इंटरव्यू अनिल थाकरने ने किया है. शेखर गुप्ता बताते हैं कि सबसे ज्यादा इंटरेस्टिंग इंटरव्यू सोनिया गांधी का रहा है. उन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता कि कोई संपादक कह सकता है कि मैं ये चीजें सही ढंग से पा चुका हूं. पत्रकारिता की खूबी और सुंदरता तभी है जब यह आपको रोज चुनौती दे और आश्चर्यचकित करे. उन्होंने कहा कि हमने अच्छा व्यवसाय किया है, हमारा बैलेंस शीट पब्लिक डोमेन है. हमारे कर्मचारी सभी अच्छी सेलरी पाते हैं.
उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस एक बेहतरीन अखबार है. हम अपने अखबार का सर्कुलेशन बढ़ाना चाहते हैं लेकिन मार्केट को घटिया अखबार उपलब्ध कराकर नहीं बल्कि एक अच्छे अखबार के रूप में. आज युवा भारतीयों की एक बड़ी संख्या है जो चाहती है कि उनका अखबार उत्साहवर्द्धक, जानकारीप्रद तथा प्रभावी हो. इस समय केवल दो अखबार ऐसे हैं जो इन मामलों पर खरे उतरते हैं, पहला द हिंदू दूसरा एक्सप्रेस.
उन्होंने कहा कि एक अच्छे पत्रकार की पहचान उसके ज्ञान, भाषा, साहस और संबंधों के आधार पर होता है. जो समय के साथ आप डेवलप कर सकते हैं. लेकिन इन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है चीजों को समझने की जिज्ञासा. पत्रकारिता का मतलब है कि आपने सूचना पाई इसके बाद इसको जांचा परखा, तब खबर दी. अब स्थिति यह हो गई है आपके पास सूचना है और आप इसे बिना जांचे-परखे प्रकाशित कर दिया. मैं इस मामला की तुलना राडिया टेप से करना चाहूंगा यह हिट और रन जैसा मामला है.
Comments on “राडिया प्रकरण में पत्रकारों ने रेखा पार किया : शेखर गुप्ता”
good h
sab kuch saf hai. ye to wahi baat ho gayi ki billi dekh kar kabutar ka ankh band kar lena. hamam me sab nange kon kisko nanga kahe.