टीआरपी तय करने वाली संस्था टैम के मुताबिक लगातार दूसरे हफ्ते सहारा यूपी-उत्तराखंड चैनल ज़ी यूपी और ईटीवी को पछाड़ते हुए लगातार नंबर वन के पायदान पर कब्जा जमाये हुए है। इससे पहले जून महीने की शुरुआत में चैनल दूसरे नंबर पर था। ईटीवी की लगातार कम होती टीआरपी ने साबित कर दिया है कि सहारा यूपी और जी यूपी ही यूपी रीजनल मार्केट के दो असली चैनल हैं।
सहारा यूपी ने एक बार फिर साबित किया है कि ईटीवी और जी से बेहतर कोई है तो वो है सहारा, चैनल हेड राजेश कौशिक के नेतृत्व में सहारा यूपी चैनल की टीम काबिले तारीफ काम कर रही है। भले ही कुछ लोग सहारा यूपी के चैनल हेड के बारे में भला बुरा सोचते हैं लेकिन राजेश कौशिक ने फिर साबित किया है कि चैनल को नंबर वन कैसे किया जाता है। एक और महत्वपूर्ण बात सहारा यूपी का डिस्ट्रीब्यूशन जी और ईटीवी के मुकाबले काफी खराब है।
ईटीवी जहां सभी डीटीएच सर्विस पर है वहीं जी यूपी खुद की डीटीएच सर्विस डिश टीवी के साथ साथ कई डीटीएच पर भी देखा जा सकता है, लेकिन सहारा यूपी सिर्फ केबल पर ही दिखता है। इसमें भी कई मुख्य शहरों में चैनल बंद है लेकिन फिर भी सहारा यूपी नंबर वन है। इससे पहले पिछले हफ्ते चैनल में कुछ बदलाव भी किये गये थे। चैनल के ईनपुट को विजय राय ने अनिल साही को देखने के लिए कहा था, साथ ही एंकर शगुन त्यागी को चैनल हेड राजेश कौशिक ने डिप्टी आउट पुट हेड की ज़िम्मेदारी सौंपी थी।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
Comments on “लगातार दूसरे हफ्ते भी सहारा समय यूपी नंबर वन!”
यशवंत भाई लगता तुम भी उपेंद्र राय के दलाल राजेश कौशिक के झांसे में आ चुके हो। सहारा यूपी के चैनल के लोग कितना ज्यादा परेशान है इस सनकी आदमी से इसका अंदाजा आप को नहीं है। राजेश कौशिक के चमचों की खबर तो आप अपनी साइट पर लगा दोगे लेकिन जो आम पत्रकारों की आवाज है उसे नहीं उठाओगे। कभी-कभी तो लगता है कि आप भी सच्चाई को सामने लाने का दावा करते हो लेकिन वास्तव में ऐसा करते नहीं हो। यदि ऐसा होता तो राजेश कौशिक समते सहारा न्यूज़ में पत्रकारों पर हो रहे अत्याचार पर पूरी सीरीज चलाते- प्रमोद कुमार
ना जाने किस अत्याचार की बात ये प्रमोद कुमार नाम का व्यक्ति कर रहा है इसे पहले भी कई बार मैं समझा चुका हूं लेकिन लगता है इसकी बुद्धि पर बैठा भूत बातो से मानने वाला नहीं है यशवंत जी अगर किसी संस्तान में काम कराने वाले व्यक्ति को सनकी कहा जाता है तो ये गलत है हर किसी के साथ मज़ाक करने वाले को सनकी कहा जाता है तो ये गलत है सैलरी बढ़ाते वक्त हर किसी को दिखाकर अप्रैजल फॉर्म भरे जाते हैं और उसे सनकी कहा जाता है तो ये गलत है अब से पहला साम्राज्य तो बात तक नहीं करता था न्यूज़रूम के लोगों से लेकिन राजेश कौशिक हर किसी से बात करता है और उसे सनकी कहा जाता है तो ये गलत है
t.r.p. me number 1 hain. badhai. ab stringers ke bare me kuch sochiye.
यशवंत जी में दावे के साथ कह सकता हूं की। ये वीर चौहान नाम का व्यक्ति कोई और नहीं सिर्फ और सिर्फ राजेश कोशिक खुद हैं,या फिर इस दालाल का चम्मचा। क्योंकि इन्होंने सहारा की इतनी बड़ी बात आपके मंच पर लीक कर दी हैं की जो किसी भी किमत पर लीक नहीं होने चाहिए थी।सैलरी बढ़ाते वक्त हर किसी को दिखाकर अप्रैजल फॉर्म भरे गए। यह बात क्या सहारा से बाहर जानी चाहिए। इससे साफ हो जाता हैं की राजेश कोशिश किस मानसिकता का व्यक्ति है। किसकी कितना सैलरी बढ़नी है। यह गुप्त होता है। क्योंकि यदि लोगों को पहले ही बाता दिया जाता हैं की आपकी इतनी और आपकी इतनी तो निश्चित तौर पर यह लोगों में फुट डालने वाली बात है। जो राजेश कोशिश कर रहा है।
इस व्यक्ति की वजह से एक ईमानदारी पत्रकार श्रीनीवास ओली इस व्यक्ति की बतमीजी से नौकरी छोड़ कर चले गए। जिस व्यक्ति को बात करने का तरीका नहीं आता हो,वह व्यक्ति क्या चैनल चालेगा। आप खुद सोच सकते है। एक मित्र भड़ास के बारे में लिखा है। यह इसलिए की राजेश कोशिश अपने हर डाईलोग के बात कहता है। भड़ास पर मत भेज देना,वहां भी मेरे आदमी है। इसमें कैसे किस पर विश्वास करें। सोचना पड़ता है।
जहां तक नम्बर वन की बात है तो आज से दो साल पहले सहारा यूपी नम्बर वन स्टार,आजतक,आईबीएन और इंडिया टीवी जैसे चैनलों में होता था। जीयूपी,साधना और ईटीवी को पछाड़ कर खुद को सबसे बड़ा कहना सबसे बड़ा मजाक है।
यशवंत जी मैं कितनी बार भड़ास पर अपना पता लिख चुका हूं और मैं कौन हूं ये भी बता चुका हूं लेकिन सहारा यूपी के चूतियों को समझ में नहीं आता अबे रमेश नाम के भड़वे ध्यान से नोट कर मेरे दफ्तर और घर का पता A-25 phase-2 mohan corporative industrial area mathura road new delhi घर का पता है c-702 kaveri appartment shakti khand-2 indirapuram दुबई का पता है D-5/72 bank street dubai- UAE और अब मेरी बात ध्यान से सुन रमेश नाम के फर्जी अगर ये जानना है कि मैं कौन हूं अपनी खोपड़ी पर तेल लगाकर मेरे घर या दफ्तर कहीं भी आजा जिस ईमानदार पत्रकार का ज़िक्र तूने किया है कि वो राजेश कौशिक की गालियों से तंग आकर नौकरी छोड़कर चला गया वो कितना ईमानदार है ये तौ मैं नहीं जानता लेकिन तू सबसे बड़ा नमक हराम है काम तो तुझे घंटा नहीं आता और मैं भी ये भी जानता हूं कि तू है कौन लेकिन एक बात कान खोलकर सुन तू किसी के साथ भी खुश नहीं रह सकता क्योंकि तेरी हड्डियों को लग चुका है ज़ंग तुझे पड़ चुकी है हराम की खाने की आदत बेवकूफ व्यक्ति दो साल पहले चैनल नैशनल चैनलों में नंबर वन था अबे दो साल पहले चैनल दिखता ही नहीं था यूपी में तो नंबर वन कहां से हो गया लेकिन साले मैं जिस दिन सहारा आया राजेश जी से मिलने और मुझे पता चल गया कि तू है कौन उस दिन तबाही होगी तबाही ये जान ले
यशवन्त जी यही के कहल जाला गांव में हगते में बटइल मारल दो हफ्ता टीआरपी का आइल लगता जग जितलिहल अरे ईटीवी सात महिना लगातार नंम्बर वन रहत ते कही ढोल नही पिटाइल
u p me number one koi bhee ho jaye, leader etv hee rahega…………………….