बनारस के निवासी विभूति ने बीएचयू से पत्रकारिता की डिग्री ली है. उसके बाद वे बनारस में ही आज और अमर उजाला जैसे अखबारों में रहे. रेडियो में काम किया. उसके बाद वे यूनीवार्ता, दिल्ली के हिस्से बने. यूनीवार्ता में साल भर रहने के बाद विभूति ने पीटीआई ज्वाइन कर लिया और वहां आठ साल अपनी सेवा दी. मेहनती, ईमानदार और प्रतिभाशाली विभूति टीवी, अखबार और रेडियो, तीनों माध्यमों के अनुभवी पत्रकार हैं.
Comments on “सहारा समय में ईपी बने विभूति”
लगता है इनके भी करियर के आखिरी दिन आ गये हैं तभी तो इन्होनें सहारा ज्वाइन कर लिया है
विभूति सर को नई पारी की हार्दिक शुभकामनाएं…
swagat hai
swagat hai
Sir Aapko hardik hardik badhai is nai shuruat ke liye!
Bahut bahut badhai ho bhaiya
Badhai…Vibhuti…Keep it Up….Ph karna…
Neeraj Narwar
sir, welcome in saharasamay nhr
badhaai, vibhuti ji. aane vaale samay mein bhi, isi tarah aap unnati karte rahen, shubhkamnayen.