प्रिय यशवंत जी, आपकी हरियाणा के अखबार वाली रिपोर्ट पढ़कर मैंने बीस बार थूका. पर अभी मन नहीं भरा है. फिर थूकूंगा. आपको बताना चाहूंगा की हरियाणा सरकार के पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेन्ट में कमिश्नर हैं के. के. खंडेलवाल. उसी पर आरोप है कि वह मुख्यमंत्री के इशारे पर हरियाणा के अखबारों को कंट्रोल करता है. इसके बदले वह उन्हें कई फायदे पंहुचाता है. आप यकीन नहीं करेंगे, उसी के घर पर खबरें लिखी जाती हैं तथा अखबारों को जारी कर दी जाती हैं. ये आदमी सरकारी नौकर है, पर उसके घर पर ही कांग्रेस पार्टी के लिए स्पेशल पेज बनते हैं.
ये मुख्यमंत्री का अतिरिक्त निजी सचिव भी है. इसका फायदा उठा कर पत्रकारों को परेशान करता है. चंडीगढ़ में सरकार की चापलूसी के लिए ‘संवाद’ नामक सोसाइटी पिछले साल बनायी गयी थी. उसका काम ही यही है कि अखबारों के लिए पूरे पेज बनाये तथा उन पर संवाददाता के नाम से खबरों के रूप में विज्ञापन छपे. बताया जा रहा है कि सौ करोड़ रुपये की ऐड सरकारी खजाने से जारी की गयी है. इन तथ्यों की आप जांच करा सकते है. खंडेलवाल के डर से लोग हुड्डा के खिलाफ खबरें नहीं लिखते क्योंकि ऐड बंद होने का भय रहता है. हरियाणा में हुड्डा सरकार वही कर रही है जो गुजरात में मोदी सरकार प्रेस का गला घोटने, अख़बारों को निष्पक्ष ढंग से खबरें न छापने देने के लिए कर रही है. अखबारों के इस्तेमाल के मामले में बीजेपी व कांग्रेस में कोई फर्क नहीं रह गया है.
आपका
शुभचिन्तक
अजय भार्गव