इमैजिन टीवी पर प्रसारित हो रहे राखी के इंसाफ और कलर्स पर चल रहे बिग बॉस के खिलाफ सूचना प्रसारण मंत्रालय के बाद अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मोर्चा खोल दिया है. आयोग ने राखी का इंसाफ में इस्तेमाल की जा रही भद्दी और अश्लील भाषा का इस्तेमाल करने पर कड़ी आपत्ति की है.
आयोग का कहना है कि इस शो की भाषा शैली निहायत ही खराब है. इस तरह की भाषा शैली के प्रयोग को कहीं से भी उचित नहीं ठहराया जा सकता. दूसरी तरफ आयोग ने रियलिटी शो बिग बॉस के चौथे सीजन में महिला प्रतिभागियों द्वारा पहने गए कपडों पर नाराजगी जताई है. आयोग का कहना है कि कुछ महिला प्रतिभागियों द्वारा शो में पहने जा रहे कपड़े निहायत ही घटिया किस्म के हैं. इस तरह के कपड़ों से खुबसूरती की जगह अश्लीलता झलकती है.
गौरतलब है कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अश्लीलता परोसने वाले सनसनीखेज रियलिटी शो ‘बिग बॉस 4’ और ‘राखी का इंसाफ’ पर निशाना साधा था. मंत्रालय ने दोनों कार्यक्रमों के प्रसारणकर्ता चैनल कलर्स व इमेजिन टीवी को इनका प्रसारण रात 11 बजे के बाद करने के लिए कहा था. मंत्रालय के अधिकारियों का कहना था कि दोनों कार्यक्रम अपनी सामग्री और भाषा शैली के चलते प्रसारण के नियमों का उल्लंघन और नैतिकता की अनदेखी किया है. इन दोनों कार्यक्रमों की सामग्री ऎसी नहीं है कि इन्हें पूरे परिवार के साथ बैठकर देखा जा सके.
इसके बाद कलर्स की ओर से मुंबई हाईकोर्ट में मामला दायर किया गया था. जिसके बाद हाईकोर्ट ने मंत्रालय के आदेश पर स्टे दे दिया था. जिसके बाद ‘बिग बॉस’ का प्रसारण पहले की तरह नौ बजे ही किया जा रहा है. हालांकि इमैजिन ने अपने कार्यक्रम ‘राखी का इंसाफ’ का समय बदल दिया है.
Devashish
November 24, 2010 at 1:43 pm
mahila aayog ya sarkar ke numainde kya kar sakte hain jab court hi unke faisle par rok laga de. court ko stay dene ke pahle ye sare karyakram dekhne bhi chahiye the.