: मंत्री की बेटी के चलते कैट ने उठाया यह कदम : एक केन्द्रीय मंत्री की पुत्री को प्रसार भारती में नियुक्ति दिलाने की कोशिश दूसरे न्यूज एंकरों तथा रिपोर्टरों पर भारी पड़ गई. केन्द्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ की पुत्री यशवी तीरथ को प्रसार भारती में नियुक्ति दिलवाने के लिए नियमों में हेरफेर किया गया. इस मामले के उजागर होने के बाद केन्द्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (कैट) ने नियुक्तियां रद्द कर दी. इसके चलते 25 न्यूज एंकरों और रिपोर्टरों को इसका नुकसान उठाना पड़ा.
वीके बाली की अध्यक्षता वाले न्यायाधिकरण ने जांच में पाया कि इंटरव्यू से पहले नियुक्ति के नियम में मनमाने ढंग से बदलाव कर दिए गए. ऐसा इसलिए किया गया ताकि लिखित परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन न कर पाने वाले कुछ उम्मीदवारों की नियुक्ति हो सके. न्यायाधिकरण के अनुसार, इंटरव्यू के लिए पहले से निर्धारित उम्मीदवारों की संख्या 30 से बढ़ाकर 35 कर दी गई, जिससे यशवी तीरथ को भी जगह मिल सके. यशवी को लिखित परीक्षा में 33वीं रैंक मिली थी. वह इंटरव्यू के लिए पहले से तय 30वीं रैंक से बाहर थीं. प्रसार भारती ने इंटरव्यू के लिए तय वेटेज को भी 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 33 प्रतिशत कर दिया. यह कारनामा इंटरव्यू से ठीक पहले किया गया.
न्यायाधिकरण ने कहा, ‘यशवी तीरथ का मेरिट में नम्बर 33वां था. उसके सलेक्शन को सुनिश्चित करने के लिए उसे इंटरव्यू में 90 अंक दिए गए. निश्चित तौर पर यह उनकी नियुक्ति करने और पक्ष लेने के लिए की गई मनमानी का उदाहरण है.’ न्यायाधिकरण ने यह भी कहा कि एक अन्य उम्मीदवार अनिता काल्हा की भी मनमाने ढंग से सिफारिश की गई, जबकि उसने प्रसार भारती में आवेदन भी नहीं किया था. ऑडिशन टेस्ट भी नहीं दिया था.
AAM AADMI
September 14, 2010 at 6:11 am
” JAI HO AISE MANTRI KI AUR JAI HO AISI SARKAR KI”….. Yahi aalam raha to desh ke sare imp. posts par inhi mantriyo ki santane satati hui nazar aayengi….
amit sharma
September 14, 2010 at 6:12 am
wha ri sarkar
Shiv Sharma
September 14, 2010 at 7:21 am
bareilly mien khushro mail dily news paper de raha hai media karmiyon ko dhokha paper shuru karne se pahle diya ek acchey monthly pakage ka bharosa baad mein kaha naokari karna tumahari majboori
ओंमनाथ शुक्ला
September 14, 2010 at 8:19 am
कहां हो सोनिया मां…हमें बचाओ…
Pravin Chandra Roy
September 14, 2010 at 10:22 am
सबा से करते हैं ग़ुर्बत-नसीब ज़िक्र-ए-वतन
तो चश्म-ए-सुबह में आँसू उभरने लगते हैं.
Shame shame shame……prasar bharti
Chandrabhan Singh
September 14, 2010 at 10:40 am
Sir ji,
Mantri-Santri ki olado ko Rajasthan ke AG office Jaipur me Chokidar, Bagwan ke 118 posto ke liye apply karwadena chahiye. Yaha koi pariksha nahi sidha interview 1 phone se sure salection.
akash rai , ,journalist
September 14, 2010 at 11:26 am
patkarita ka chehra or charita badal gaya hai, pahle politice me pedi baad chalta tha
ab media prasar bharti me rajnetao mantri santri ke bate betio ki ghus paith hone se yeh chautha stambh bhi dagdaar
hone nahi bach saka,
ajay golhani
September 14, 2010 at 2:41 pm
इसीलिए इसका नाम दूर दर्शन है. इसे कोई ‘दूर’ से भी नहीं देखता. यहाँ लोग मज़बूरी में जॉब करते हैं और गरीब जनता भी कभी-कभी इसे देख लेती है.
Ashish gupta
September 15, 2010 at 2:44 am
kya kehna in Ministaro ka abhi tak to media sector me kewal LINC, GOD FATHER, JACK tak ka hi use hota thha. AAB kya nayi kahani chal rhi hai ki Minister k suputra, suputriya hi without work experience or Dhandli kar k Prasar bharti & Doordarshan mei entry kr rhe hai. YE HAI AAJKI CHAUTHI DUNIYA KEWAL OR KEWAL MANTRI KA CORREPTION. DHIKKAR HAI AISE SAMAJ K NETAO PAR,
kamal jain
September 16, 2010 at 9:52 am
kiski naukri gayi uska naam to batao.india me kaam ki kami nahi hai.
babita
September 17, 2010 at 7:24 am
Aaj har media house m sirf or sirf ministaro ke bete,betio k liye hi jagah h sath hi har jagah bina seting kuch nahi hota chahe hum bat kare TV ya print media ki bahar se jitna khubshurat h andar se utna hi khat h. bina pairbi kuch nahi hota sath hi aap ki upar se pahuch honi chhiye, tabhi kuch ho sakta h.
ए. कुमार
September 20, 2010 at 3:31 am
श्रीमान यशवंत सिंह जी, नमस्कार, महोदय आज प्रथम बार मैं भड़ास4मीडिया से रूबरू हुआ। सर्वप्रथम आपको खबर ‘ये है कैट के काटने से पैदल 25 रिपोर्टर’ पर आपको धन्यवाद ज्ञापित कर रहा हूं। आज मेरी भी आपके भड़ास4मीडिया के माध्यम से भड़ास निकालने की इच्छा हुई है । आशा है आप उसे अपना प्रकाश देंगे। मेरा आपसे निम्नलिखित निवेदन है:-
1- उपरोक्त प्रकरण मे यदि कैट द्वारा शेष रिपोर्टरो के सम्बन्ध में भी जॉंच होती तो उसमें भी घपला व गड़बड़ी पायी जाती। मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने भी मनमाने ढंग से सिफारिश कराकर प्रसार भारती मे नियुक्ति पायी थी। उसने माननीय अशोक गहलोत तथा एक केन्द्रीय मंत्री से मनमाने ढंग से सिफारिश करायी थी। माननीय अशोक गहलोत द्वारा मनोज टिबड़ेवाल आकाश को भेजे गए पत्र की छाया प्रति साथ में संल्गन कर मेल से आपको भेजा है।
2- मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने महराजगंज में वर्ष 2002 से दुर्गा फार्मा के नाम से दवा की दुकान खोल रखी है जिसका स्वामी वह स्वयं है तथा आज भी उसका प्रोपराइटर है। उसने वर्ष 2009 में अपने पहुंच का दुरूपयोग करके, गलत तरीके तथा मनमाने ढंग से सिफारिश कराकर उसने भारत संचार निगम लिमिटेड से बीएसएनएल प्रोडक्ट फ्रेंचाइजी प्राप्त की है। यह व्यवसाय भी खुद उसके नाम से है। इससे सम्बन्धित साक्ष्य की छाया प्रति संल्गनक संख्या 2,3,4 मेल से आपको भेजा है।
3- मनोज टिबड़ेवाल आकाश वर्ष 2006 तक जनसत्ता एक्सप्रेस का संवाददाता था। इसके पूर्व या बाद मे दूरदर्शन के अलावा उसने कभी भी किसी इलेक्ट्रानिक मीडिया में काम नहीं किया है। जनसत्ता एक्सप्रेस एक पूर्व केन्द्रीय मंत्री का समाचार पत्र है। साक्ष्य की छाया प्रति संल्गनक सख्या 5,6 मेल से आपको भेजा है।
4- मनोज टिबड़ेवाल आकाश प्रसार भारती में बतौर संवाददाता काम करते हुए, पहले पूर्व सांसद माननीय बनवारी लाल कंछल के दिल्ली स्थित आवास पर रहता था और अब पूर्व सांसद माननीय सुरेन्द्र प्रकाश गोयल के मकान मे रहता रहा है।
5- मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने अपने महराजगंज (उप्र) स्थित मकान पर दूरदर्शन न्यूज, डीडी न्यूज, वायस आफ लखनऊ, पीटीआई, जनसत्ता एक्सप्रेस, इंडिया टुडे के ब्यूरो कार्यालय का बोर्ड लगा कर, अपने भाई तथा पिता के माध्यम से लोगों का काम करवाने के नाम पर भारी धन लेकर काम कराया है। उसने पत्रकारिता जैसे पवित्र काम को कलंकित किया है। ब्यूरो कार्यालय के बोर्ड की छाया प्रति संल्गनक सख्या 7 मेल से आपको भेजा है। इस प्रकरण की जॉंच जिलाधिकारी महराजगंज (उप्र) द्वारा करायी गयी जिसमें दोष सिद्ध होने के बाद भी मनोज ने अपने पावर का प्रयोग कर कोई कार्यवाही नहीं होने दी। जिलाधिकारी द्वारा करायी गयी जॉंच रिपोर्ट की छाया प्रति मेल से आपको भेजा है।
6- मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने अपनी पहुंच का दुरूपयोग कर अपने पिता श्री सुशील टिबड़ेवाल को दूरदर्शन केन्द्र लखनऊ के स्ट्रिंगर पैनल में जिला महराजगंज में समाचार कवरेज हेतु नियुक्ति कराया, जिसमें भी मनमाने ढंग से सिफारिश करायी गयी थी। नियुक्ति पत्र की छाया प्रति साथ में संल्गन(9) है ।
आपसे अनुरोध है कि कृपया इस पर भी नजर डालने की कृपा करें ।
आपका आभारी
ए. कुमार
पत्रकार
September 21, 2010 at 6:17 am
मनोज टिबड़ेवाल के लिए जो भी कहा जा रहा है मुझे लगता है की महराजगंज में मनोज की किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी है किसी भी पत्रकार के लिए वो भी ऐसे समय में जब उसकी नोकरी चली गयी हो इस तरह का कमेन्ट नहीं करना चाहिए यह छोटी मानसिकता का परिचायक है जब कोई उचाई पर जाता है तो उसकी आलोचना भी होती कुछ ऐसा ही हुवाहोगा मनोज के भी साथ ………पत्रकार लखनऊ
jai shankar
September 25, 2010 at 11:43 am
mafi chahege bhdas nikalne se siva mai bhi kuch nahi kar sakta lekin kisi din kisi mamle par pure saboot ke sath “bhdas nikalunga”………………..