डीडी इंटरनेशनल की कायापलट के लिए 100 करोड़ खर्च करेगी सरकार

प्रवासी भारतीयों और विदेशियों के मद्देजनर शुरू किए गए डीडी इंटरनेशनल चैनल को अच्छा रिस्पॉन्स न मिलता देख सरकार ने अब इसके कायापलट का फैसला किया है। अब तक इसकी अपलिंकिंग पर काफी खर्च आ रहा है। इसकी तुलना में रिटर्न नहीं मिलता। सरकार ने जब इसकी वजह जानने की कोशिश की, तो पता चला कि असली कारण लास्ट माइल कनेक्टिविटी (दर्शकों तक पहुंच) है।

ऑल इंडिया रेडिया और दूरदर्शन के कर्मचारियों ने दिया धरना

CHENNAI: Around 200 employees of the All India Radio (AIR) and Doordarshan (DD) held a dharna on Wednesday as part of an all-India protest at the Doordarshan Kendra on Sivananda Salai, demanding that the Centre restore recognition to the nine employee unions that Prasar Bharati had recently derecognised.

दूरदर्शन की पूर्व महानिदेशक अरुणा शर्मा के खिलाफ विभागीय जांच

बीएस लाली के बाद दूरदर्शन की पूर्व महानिदेशक अरुणा शर्मा भी जांच के दायरे में आ गई हैं. अरुणा शर्मा के खिलाफ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा कॉमनवेल्‍‍थ गेम के कवरेज में एक अनुबंध को मंजूर किए जाने के मामले में विभागीय जांच शुरू की गई है. बताया जा रहा है कि यह जांच शुंगलू समिति की रिपोर्ट के आधार पर कराया जा रहा है.

इस साल के आखिर तक डीटीएच पर 150 चैनलों का प्रसारण करेगा दूरदर्शन

नई दिल्ली । देश के सार्वजनिक प्रसारक दूरदर्शन में एक बड़ा विस्तार होने जा रहा है। प्रसार भारती बोर्ड ने दूरदर्शन को इस साल के अंत तक डायरेक्ट-टू-होम (डीटीएच) के जरिए अपने 150 चैनलों के प्रसारण की अनुमति दे दी है। डीटीएच प्लेटफार्म डीडी डायरेक्ट प्लस पर कार्यक्रमों के प्रसारण समय (स्लॉट्स) की इंटरनेट पर होने वाली नीलामी से प्रोत्साहित होकर प्रसार भारती ने 2012 में 100 और चैनल शुरू करने को स्वीकृति दी है। वर्तमान में दूरदर्शन के 59 डीटीएच चैनल हैं।

बरेली में दूरदर्शन एवं आकाशवाणी का प्रसारण ठप

बरेली में दूरदर्शन और आकाशवाणी का प्रसारण ठप हो गया है. ऐसा मशीनों को बचाने और शार्ट सर्किट की आशंका से बचने के लिए किया गया है. भारी बरसात के चलते यह कदम उठाया गया है. बारिश के चलते दूरदर्शन के ट्रांसमिशन रूम में पानी भर गया है. महंगी मशीनों को पानी के नुकसान से बचाने के लिए कर्मचारियों ने मशीनों को खोलकर सुरक्षित स्‍थानों पर रख दिया, जिसके चलते दूरदर्शन का प्रसारण ठप हो गया है.

दूरदर्शन न्‍यूज के कर्मचा‍री आज मना रहे ‘ब्‍लैक फ्राइडे’

दूरदर्शन न्‍यूज के अनुबंधित कर्मचारी पिछले तीन सालों से वेतन वृद्धि न होने समेत कई मांगों को लेकर आज ‘ब्‍लैक फ्राइडे’ मना रहे हैं. कर्मचारी किसी प्रकार का प्रदर्शन या शोर शराबा करने की बजाय बाहों पर काला पट्टी बांधकर अथवा शरीर पर कोई एक काला कपड़ा पहनकर शांतिपूर्ण तरीके से काम कर रहे हैं. पैकेंजिंग, एसाइनमेंट, कैमरा, पीसीआर, एमसीआर समेत सभी सेक्‍शन के कर्मचारी इसमें शामिल हैं.

प्रसार भारती कल से शुरू करेगा डीटीएच पर स्‍लॉट की ई-नीलामी

गवर्नमेंट ब्रॉडकास्‍टर प्रसार भारती अपने डीटीएच (डायरेक्‍ट टू होम) प्‍लेटफार्म डीडी डायरेक्‍ट प्‍लस पर चैनलों का स्‍लॉट नीलाम करेगी. प्रसार भारत गुरुवार से सभी उपलब्‍ध स्‍लॉटों की ई-नीलामी की तैयारी पूरी कर ली है. नीलामी के लिए न्‍यूनतम आरक्षित मूल्‍य डेढ़ करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं. सभी निविदाएं एक साल के लिए वैध होंगी. नीलामी के माध्‍यम से डीटीएच 400 करोड़ की आमदनी हर साल करने की कोशिश में जुटा है.

त्रिपुरारी शरण ने संभाला दूरदर्शन के महानिदेशक का पदभार

बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी त्रिपुरारी शरण ने दूरदर्शन के महानिदेशक का पद संभाल लिया है. उन्‍होंने यह पद आकाशवाणी के महानिदेशक लीलाधर मंडलोई से लिया, जो अस्‍थाई रूप से दूरदर्शन महानिदेशक का पद भी संभाल रहे थे. त्रिपुरारी शरण का चयन मार्च में ही कर लिया गया था. त्रिपुरारी शरण खाद्य एवं उपभोक्‍ता मामलों के मंत्रालय में अतिरिक्‍त सचिव एवं बिहार स्‍टेट फाइनेंस कार्पोरेशन में एमडी थे.

एसएम खान होंगे दूरदर्शन न्‍यूज के महानिदेशक

वरिष्‍ठ सूचना अधिकारी एसएम खान दूरदर्शन न्‍यूज के नए डायरेक्‍टर जनरल होंगे. इस पर पर उनकी नियुक्ति जी गणेशन के स्‍थान पर की गई. श्री खान 1982 बैच के आईआईएस अधिकारी हैं. वे सीबीआई के प्रवक्‍ता के रूप में काम करने के अतिरिक्‍त पूर्व राष्‍ट्रपति एपीजे अब्‍दुल कलाम के प्रेस सेक्रेटरी भी रहे. ये भारत सरकार के फिल्‍म डिविजन के साथ भी डाइरेक्‍टर के रूप में जुड़े रहे. हाल-फिलहाल तक पीआईबी में डायरेक्‍टर थे.

दूरदर्शन के महानिदेशक होंगे त्रिपुरारी शरण

बिहार काडर के आईएएस अधिकारी त्रिपुरारी शरण का दूरदर्शन महानिदेशक बनना तय हो गया है। वहीं आकाशवाणी के महानिदेशक की कुर्सी लीलाधर मंडलोई को मिल सकती है। प्रसार भारती बोर्ड ने दूरदर्शन और आकाशवाणी के महानिदेशकों के पद के लिए चयनित तीन-तीन नामों की एक संशोधित सूची सूचना व प्रसारण मंत्रालय को भेजी थी।

खाली पदों को शीघ्र भरेगा प्रसार भारती

काफी समय से विवादों से घिरे प्रसार भारती की बुधवार को 101वीं बोर्ड मीटिंग हुई. जिसमें काफी समय से लंबित चल फंडिंग, खाली पदों की भर्ती, पदोन्‍नति, संचालन जैसे कई महत्‍वपूर्ण मसले पर चर्चा हुई. सभी मामलों को हल करने के लिए रूपरेखा तय की गई. बोर्ड ने प्रसार भारती के कामकाजी की आर्थिक समीक्षा के लिए ऑडिटर नियुक्‍त करने का फैसला किया है, जिसके अधिकार और कार्य पहले से ही सुनिश्चित होंगे.

दूरदर्शन कर्मियों के विरोध प्रदर्शन की कुछ तस्वीरें

दूरदर्शन में अनुबंध पर काम कर रहे कर्मचारियों ने अपने वेतनमान में बढ़ोतरी किए जाने की मांग को लेकर कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया.  न्‍यूज और प्रोड्क्‍शन विभाग के दर्जनों अनुबंधित कर्मचारी पिछले काफी समय से सेलरी में वृद्धि नहीं किए जाने से नाराज थे. इन लोगों ने कहा कि पिछले दो सालों से इनकी सेलरी में एक रूपए की बढ़ोतरी नहीं की गई.

डीडी न्यूज़ में सुधार की कोशिश अब शायद ही हो

: यहां मामला 25 एंकरों-करस्पाडेंटों के सामने सिर्फ नौकरी जाने, रोज़ी-रोटी का संकट या सड़क पर आ जाने का नहीं, बल्कि उस ज़िल्लत का भी है जो उन्हें झेलना पड़ रहा है : न्याय इसी सिद्धांत पर टिका होता है कि भले ही सौ मुजरिम छूट जाए, लेकिन किसी एक निर्दोष को सज़ा नहीं होनी चाहिए। क्या न्याय का ये सिद्धांत अमली जामा पहनने की हैसियत रखता है? मीडिया अपने तमाम उपलब्धियों पर खुश हो ले, लेकिन अपने पत्रकारों की दुर्दशा पर वो क्या कान देने को तैयार है?

लगातार दूसरे दिन भी आकाशवाणी और दूरदर्शन में प्रसारण ठप्प

: प्रसार भारती न वापस होने की स्थिति में भविष्य में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगे कर्मचारी : लखनऊ : देश के इतिहास में पहली बार दो दिन तक लगातार पूरे देश में रेडियो और दूरदर्शन से कोई भी प्रसारण नहीं हुआ। नेशनल फेडरेशन आफ आकाशवाणी एण्ड दूरदर्शन इम्पलाइज (NFADE) के तत्वावधान में विगत 23 नवम्बर को प्रातः 9 बजे से शुरू हुई हड़ताल का व्यापक असर आज भी देश के सभी हिस्सों में महसूस किया गया।

प्रसार भारती में 25 एंकरों-रिपोर्टरों की नियुक्तियां रद्द

: मंत्री की बेटी के चलते कैट ने उठाया यह कदम : एक केन्‍द्रीय मंत्री की पुत्री को प्रसार भारती में नियुक्ति दिलाने की कोशिश दूसरे न्‍यूज एंकरों तथा रिपोर्टरों पर भारी पड़ गई. केन्‍द्रीय मंत्री कृष्‍णा तीरथ की पुत्री यशवी तीरथ को प्रसार भारती में नियुक्ति दिलवाने के लिए नियमों में हेरफेर किया गया. इस मामले के उजागर होने के बाद केन्‍द्रीय प्रशासनिक न्‍यायाधिकरण (कैट) ने नियुक्तियां रद्द कर दी. इसके चलते 25 न्‍यूज एंकरों और रिपोर्टरों को इसका नुकसान उठाना पड़ा.

दूरदर्शन-आकाशवाणी के लिए 1540 करोड़ रुपये

डिजिटलाइजेशन के लिए फंड आवंटित :निजी कंपनियों के साथ डटकर मुकाबला करने के लिए केंन्द्र सरकार ने गुरुवार को दूरदर्शन और आकाशवाणी के डिजिटलाइजेशन के लिए 1540 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में सूचना और प्रसारण मंत्रालय के इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इसके तहत दूरदर्शन और आकावाणी के ट्रांमीटरों और स्टू़डियो के डिजिटलाइजेशन की योजना है।

‘सिसकते’ दूरदर्शन को बचाने आगे बढ़ी सरकार

प्रसार भारती बोर्ड के झगड़े में ‘सिसकते’ दूरदर्शन को बेचारगी से बचाने की दिशा में सरकार एक कदम और आगे बढ़ गई है। समझा जाता है कि कानून मंत्रालय ने विवादों का पिटारा बन चुके प्रसार भारती बोर्ड को भंग कर कमान अपने हाथ में लेने के सूचन प्रसारण मंत्रालय के प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी है। सूत्रों के अनुसार कानून मंत्रालय का मानना है कि स्वायत्तशासी संस्था या बोर्ड यदि कामकाज के मामले में निष्क्रिय साबित हो रहे हैं तो सरकार कानूनी तौर पर इनकी कमान अपने हाथ में ले सकती है। नई वैकल्पिक व्यवस्था होने तक इनका संचालन भी सरकार कर सकती है। इस आधार पर कानून मंत्रालय प्रसार भारती बोर्ड भंग करने के सूचना प्रसारण मंत्रालय के बिंदुओं से सहमत है।

डीडी के घपलों की होगी सीवीसी जांच

कारगिल विजय के शहीदों को सम्मान देना भूला दूरदर्शन : भारत के सभी टीवी चैनलों में जितनी पूंजी लगी है उससे ज्यादा बजट दूरदर्शन का है। इसके अलावा दूरदर्शन अपनी डीटीएच सेवाओं से भी अच्छी खासी कमाई करता है। इसके बावजूद दूरदर्शन का असर और पहुंच नहीं बन पा रही, इससे सरकार परेशान है। खास तौर पर कारगिल में विजय दिवस की दसवीं साल गिरह पर जब लगभग सभी टीवी चैनलों ने लाइव कवरेज किया, दूरदर्शन उस समय खेल और कारों की दौड़ के कार्यक्रम दिखा रहा था। ऐसा तब है जब लद्दाख में दूरदर्शन के दो रिले सेंटर हैं और उसे बाहर से व्यवस्था करने की जरूरत नहीं थी। इसके बावजूद दूरदर्शन ने देश के सम्मान का इतना बड़ा मौका हाथ से गवां दिया। इससे सरकार की भारी किरकिरी हुई है।