है तो बात दो साल पुरानी मगर पता नहीं क्यों पर्दे में छिपा कर रखी गई थी। भारत का सूचना और प्रसारण मंत्रालय लगातार अच्छे खासे चल रहे टीवी चैनल ‘इंडिया टीवी’ को तब तक सबसे निचले पायदान वाला ‘इंडिया न्यूज’ कहती रही जब तक इंडिया टीवी की ओर से रजत शर्मा ने सीधे उन्हें पत्र नहीं लिखा। ‘इंडिया टीवी’ में घपले होते रहते हैं लेकिन यह घपला ‘इंडिया टीवी’ के साथ हुआ। आपको याद होगा कि आरुषि तलवार नाम की एक प्यारी-सी लड़की की हत्या हुई थी और इस मामले में आज तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। आरुषि के पिता को भी जेल जाना पड़ा था। उसी दौरान जब हर चैनल आरुषि हत्याकांड की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रहा था, भारतीय बाल अधिकार आयोग ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय को एक पत्र लिखा जिसमें आरोप लगाया गया था कि ‘इंडिया टीवी’ पर आरुषि के नाम से एक अश्लील एमएमएस प्रसारित किया गया है। दरअसल यह प्रसारण ‘इंडिया न्यूज’ पर हुआ था जिसके मालिक ताकतवर राजनेता विनोद शर्मा हैं। इनका बेटा मनु शर्मा मॉडल जेसिका लाल की हत्या के मामले में उम्र कैद काट रहा है।
मनु शर्मा के पेरोल के मामले में हाल ही में खासा हंगामा हुआ था। ‘इंडिया न्यूज’ विनोद शर्मा के बेटे और मनु शर्मा के भाई कार्तिकेय शर्मा चलाते हैं। इंडिया टीवी ने आयोग की सदस्य संध्या बजाज को पत्र लिख कर उनकी गलती समझाई थी लेकिन तब तक सारे अखबारों में इंडिया न्यूज की जगह इंडिया टीवी का नाम छप चुका था। यही पत्र तत्कालीन महिला और बाल विकास मंत्री रेणुका चौधरी को भी भेजा गया था मगर उसी समय एनडीटीवी पर बरखा दत्त द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सारे लोग इस एमएमएस का प्रसारण इंडिया टीवी पर ही बताते रहे और सिर्फ दीपक चौरसिया ने स्पष्ट किया कि प्रसारण इंडिया न्यूज पर हुआ था। और तो और, दिल्ली उच्च न्यायालय में भी इंडिया टीवी ही कहा गया और तत्कालीन सूचना और प्रसारण मंत्री प्रियरंजन दास मुंशी ने इंडिया टीवी को जिम्मेदार बनने के लिए जो पत्र भेजा उसके अंदर चैनल का नाम इंडिया न्यूज ही लिखा गया था मगर पत्र इंडिया टीवी को चला गया था।
अब ऐसा इंडिया टीवी के साथ ही क्यों होता हैं? दिक्कत यह है कि इंडिया टीवी ने अपने कर्मों से अपनी छवि ही ऐसी बना रखी है। एक जानी मानी सामाजिक कार्यकर्ता फरहाना अली ने रायटर्स एजेंसी को एक इंटरव्यू दिया था, इंटरव्यू अंग्रेजी में था मगर इंडिया टीवी ने कमाल किया कि फरहाना की आवाज पर हिंदी डव कर दी जबकि फरहाना को हिंदी आती ही नहीं है। टीवी चैनल पर दिखाया गया कि इंटरव्यू इंडिया टीवी को दिया गया है। यह भी कहा गया कि फरहाना पाकिस्तान की जासूस है। फरहाना ने शिकायत की तो नेशनल ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन ने इंडिया टीवी पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया और चैनल पर एक घंटे लगातार माफी प्रसारित करने के लिए कहा।
इसके पहले इंडिया टीवी तालिबानी नेता बैतुल्ला की शादी करवा दी थी। डंका पीट कर कहा गया था कि ये एक्सक्लूसिव तस्वीरे सिर्फ इंडिया टीवी के पास है। बाद में लोगों ने इंटरनेट से मूल तस्वीरे निकाल कर पेश कर दी मगर इंडिया टीवी ने माफी नहीं मांगी। इंडिया टीवी पर इस तरह के कारनामें होते रहते हैं और शायद इसीलिए उसे टीवी चैनलों का पंजाब केसरी कहा जाता है।
इंडिया टीवी की बात चली है तो यह भी बताना होगा कि हाल में वहां कुछ विचित्र काम हो रहे हैं। रजत शर्मा के सबसे विश्वास पात्र कार्यकारी संपादक रोहित बंसल चीफ ऑपरेटिंग अफसर बना दिए गए थे मगर तभी उनके इस्तीफे की खबर आई। जानकारी बटोरी तो पता चला कि इंडिया टीवी के मालिकों में से एक और रजत शर्मा की दूसरी पत्नी रितु धवन की बहन गुंजन धवन से रोहित ने शादी कर ली थी। गुंजन के पास भी कुछ शेयर हैं और रोहित बंसल अचानक कर्मचारी से मालिकों के परिवार के हो गए थे और यह मालिकों को पसंद नहीं था।
रोहित बसंल की शादी मुंबई के फाइव स्टार होटल में हुई थी। प्रधानमंत्र के भूतपूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारु शादी के समारोहों के आयोजक थे और दिल्ली में भी कार्ड उनके नाम से बंटे। रोहित बंसल अब शायद विदेश के किसी विश्वविद्यालय में पढ़ाने जा रहे हैं और इंडिया टीवी को कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि वहां बाकी वेबसाइटों पर पाबंदी लगी है मगर यूटयूब पर नहीं। कुछ भी उतारों और चिल्ला चिल्ला कर कहो कि देखो हम आपको चलती हुई चट्टान दिखा रहे हैं। ऐसे में अगर इंडिया न्यूज के साथ इंडिया टीवी होने की गलतफहमी हो जाए तो अचरज क्या हैं। दोनों ही इंडिया है।
लेखक आलोक तोमर देश के जाने-माने पत्रकार हैं.