‘इंडिपेंडेंट’ शब्द ने काफी आगे बढ़ाया : इस शब्द को हड़पने पर न्यूज-एक्स को नोटिस थमाया : नाम से क्या लेना, मेरा काम देखो यारों…!!! लेकिन कई बार नाम से बहुत कुछ लेना-देना होता है. नाम के चक्कर में कइयों का राम नाम सत्य हो जाता है तो कई एक दूसरे का सिर फोड़ देते हैं. नाम के चक्कर में ही इन दिनों इंडिया टीवी और न्यूज एक्स वाले भिड़े हैं. हुआ ये है कि न्यूज एक्स वालों ने हाल-फिलहाल अपना नाम बदलकर कर लिया है इंडिपेंडेंट मीडिया नेटवर्क. यही नाम है इंडिया टीवी को चलाने वाली कंपनी का, इंडिपेंडेंट मीडिया प्राइवेट लिमिटेड और इंडिपेंडेंट न्यूज सर्विस प्राइवेट लिमिटेड. ये दोनों कंपनियां रजत शर्मा की हैं. रजत शर्मा का इंडिपेंडेंट नाम से बहुत मोह इसलिए भी है क्योंकि यह नाम उन्हें काफी फला है.
रजत शर्मा और रितु धवन के इंडिपेंडेंट मीडिया की शुरुआत वर्ष 1996 में हुई थी. इसी की देन है ‘जनता की अदालत’. यह आजकल इंडिया टीवी पर ‘आपकी अदालत’ के नाम से चल रहा है. इंडिपेंडेंट मीडिया तो नामों का ये घनचक्कर देख इंडिया टीवी मैनेजमेंट ने आईएनएक्स न्यूज वालों को कोर्ट में घसीट लिया है. फिलहाल इंडिया टीवी की तरफ से लीगल नोटिस भिजवाया गया है. इंडिया टीवी की मैनेजिंग डायरेक्टर रितु धवन हैं. रजत और रितु को लगता है कि इंडिपेंडेंट शब्द से उनका इमोशनल नाता है इसलिए इस शब्द के जरिए किसी को उन पर इमोशनल अत्याचार करने का अधिकार नहीं है. इसी कारण इंडिया टीवी प्रबंधन ने न्यूज एक्स को नोटिस भेजकर नाम बदलने का अनुरोध किया है या फिर कोर्ट में मुकदमा झेलने को तैयार रहने को कहा है.
Comments on “रजत-रितु पर न्यूज-एक्स का इमोशनल अत्याचार”
इंडिपेंडेंट पर पूरे विश्व में लगता है केवल इनका ही अधिकार है। भारत की आजादी की खबर में यदि अंग्रेजी अखबार वालों ने इस साल 15 अगस्त को इस नाम का यूज किया तो उनको भी मुकदमा झेलना पड़ सकता है। भूत प्रेत, सांप अजगर, बंदर चैनल को यह शब्द खूब भा गया।
इंडिपेंडेंट मीडिया ne hai india tv ko khada kiya hai. Are apne bachhe se har kisi ko payar hota hai . Agar rajat sharma or Ritu ko apne es naam se pyar hai to kya buri baat hai. Hakikat me Rajat sharma ki Pahchan Adalat or India TV hai. Jiske jariye vah media guru ban chuke hai. Hum to yah hi kahege ki jara bachakar Rajat ji ?
http://www.sakshatkar.com