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मेल से इंडिया टीवी में मचमच, साइबर सेल सक्रिय

इंडिया टीवी के अंदर का माहौल गरम है। एक मेल ने तहलका मचा रखा है। मैनेजिंग एडिटर विनोद कापड़ी से पीड़ित किसी व्यक्ति ने बदला लेने के लिए चरित्रहनन को हथियार बनाया और एक फर्जी मेल आईडी से इंडिया टीवी में कार्यरत सभी लोगों को एक मेल भेज दिया। इस मेल में ढेर सारी बकवास बातें लिखी गई हैं। मेल आते ही इंडिया टीवी में हड़कंप मच गया।

<p align="justify">इंडिया टीवी के अंदर का माहौल गरम है। एक मेल ने तहलका मचा रखा है। मैनेजिंग एडिटर विनोद कापड़ी से पीड़ित किसी व्यक्ति ने बदला लेने के लिए चरित्रहनन को हथियार बनाया और एक फर्जी मेल आईडी से इंडिया टीवी में कार्यरत सभी लोगों को एक मेल भेज दिया। इस मेल में ढेर सारी बकवास बातें लिखी गई हैं। मेल आते ही इंडिया टीवी में हड़कंप मच गया।</p>

इंडिया टीवी के अंदर का माहौल गरम है। एक मेल ने तहलका मचा रखा है। मैनेजिंग एडिटर विनोद कापड़ी से पीड़ित किसी व्यक्ति ने बदला लेने के लिए चरित्रहनन को हथियार बनाया और एक फर्जी मेल आईडी से इंडिया टीवी में कार्यरत सभी लोगों को एक मेल भेज दिया। इस मेल में ढेर सारी बकवास बातें लिखी गई हैं। मेल आते ही इंडिया टीवी में हड़कंप मच गया।

सभी लोगों को आनन-फानन में एक आंतरिक मेल जारी कर फर्जी आईडी से आई मेल की तरफ ध्यान न देने और अपना काम करते रहने का अनुरोध किया गया। सूत्रों के मुताबिक इस मेल की शिकायत साइबर क्राइम में कर दी गई है। इस हरकत को अंजाम देने वाले शख्स का पता पुलिस लगा रही है। उधर, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि मेल भेजने वाला शख्स अंदर का ही हो सकता है। यह भी संभव है कि इस साजिश के पीछे किसी अंदर के आदमी का हाथ हो और उसने मोहरा किसी निर्दोष को बना लिया हो। सूत्रों के मुताबिक इंडिया टीवी में मेल बाक्स हैक किए जाने और निजी मेल के साथ छेड़छाड़ कर उसका दुरुपयोग किए जाने की भी बात पता चली है।

जो भी है, पर इतना तो तय है कि मीडिया, खासकर टीवी मीडिया में चरित्र हनन की कोशिशें इन दिनों चरम पर हैं। पिछले दिनों फोकस और हमार टीवी को लेकर ढेर सारी अफवाहों ने सिर उठाया। जब इनका सिरा तलाशने की कोशिश की गई तो ज्यादातर में सच्चाई रत्ती भर भी नहीं थी। इसी तरह इंडिया न्यूज में कार्यरत एक वरिष्ठ पत्रकार के खिलाफ सुनियोजित तरीके से चरित्र हनन की साजिश की गई। अब इंडिया टीवी के वरिष्ठों को निशाना बनाया गया है। इन अफवाह फैक्ट्रियों और इनसे निकलने वाले धुओं से किसी का दामन दागदार होता हो या न हो, पर मीडिया में काम करने वाली लड़कियों को सबसे ज्यादा मुश्किल उठाना पड़ता है। उनके चरित्र और करियर पर कई तरह के सवाल व उंगली उठाने का मौका इन अफवाहबाजों के चलते दूसरों को मिल जाता है, जो बिलकुल गलत है। इसे हर किसी को हतोत्साहित करना चाहिए।

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