सरकार और सत्ता की बखिया उधेड़न वाला और मीडिया की आजादी के लिए अभियान चलाने वाला एक बहादुर पत्रकार इन दिनों अस्पताल में है।
पत्रकार का नाम है पोद्दला जयंथा और ये श्रीलंका के रहने वाले हैं। पोद्दला जयंथा श्रीलंकाई पत्रकार एसोसिएशन के महासचिव भी हैं। सच कहने की आदत और जनपक्षधर लेखन के चलते वे लंबे समय से सरकार और सत्ता के निशाने पर बने हुए हैं। एक बार उनके अपहरण की कोशिश भी की गई थी। अपने उपर मंडराते खतरे को देखते हुए जयंथा कुछ दिनों के लिए श्रीलंका से बाहर चले गए थे और कुछ ही समय पहले वापस लौटे।
सरकार और सत्ता में बैठे लोग पोद्दला पर सरकार की छवि खराब करने का आरोप लगाते रहे हैं। इसके पीछे वजह पोद्दला जयंथा द्वारा सरकार व सत्ता की कमियों को लगातार उजागर करते रहना है। श्रीलंका में वैसे भी स्वतंत्र विचारधारा वाले पत्रकारों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। दबाव में न आने वाले कई पत्रकारों की हत्या की जा चुकी है।
पोद्दला जयंथा पर कायराना हमला सोमवार को कोलंबो स्थित उनके घर के नजदीक टहलते समय किया गया। बताया जाता है कि हमलावर गाड़ियों में आए और जयंथा को एक वैन में जबरन बिठाकर चलते बने। बाद में उनकी लगातार पिटाई की गई। जयंथा के सिर और पैर पर गंभीर चोटें आई हैं। हमलावरों की क्रूरता और उनके मंसूबे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि निर्भीक पत्रकार पोद्दला जयंथा को घायल करने के बाद उनकी दाढ़ी और बाल काट दिए। डाक्टरों ने घायल जयंथा की हालत को खतरे से बाहर बताया है। पुलिस का कहना है कि अज्ञात हमलावरों की तलाश की जा रही है। श्रीलंका सहित दुनिया के कई पत्रकार संगठनों ने श्रीलंकाई सरकार से पत्रकारों को समुचित सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।