मंदी और छंटनी का भयावह दौर जब बीतने की घोषणा मीडिया हाउसों द्वारा की जा रही है तो मंदी और छंटनी के दौरान की गई ज्यादतियों के साइड इफेक्ट्स भी अब इन्हीं दिनों में नजर आने लगे हैं। राजस्थान के श्रीगंगानगर से मिल रही एक बड़ी खबर के मुताबिक दैनिक भास्कर के श्रीगंगानगर संस्करण से छंटनी के शिकार दो पत्रकारों ने इस संस्करण के प्रभारी और कार्यकारी संपादक कीर्ति राणा पर 29 अक्टूबर की रात हमला कर दिया। हमला करने वाले पत्रकारों के नाम विनोद बिश्नोई और विकास सचदेवा है। हमले में कीर्ति राणा को चोटें आईं। इस संबंध में श्रीगंगानगर कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया है।
उधर, विनोद और विकास ने भी कोतवाली में काउंटर केस दर्ज करवाया है जिसमें राणा, उनके पुत्र और गवाह बने तीन अन्य पत्रकारों मनीष मुंजाल, गुरजंट सिंह धालीवाल और अजय बहादुर का नाम शामिल है। बताया जाता है कि दैनिक भास्कर, श्रीगंगानगर के कार्यकारी संपादक कीर्ति राणा ने कोतवाली में दर्ज रिपोर्ट में बताया है कि वे दुर्गेश पैलेस में स्टाफ के वरिष्ठ साथी सुंदर मिश्रा की पुत्री के विवाह समारोह में भाग लेने आए थे। तभी रात लगभग 11 बजे विनोद बिश्नोई एवं विकास सचदेवा ने उनसे मारपीट कर उन्हें चोटें पहुंचाईं तथा रुपए छीन लिए। पुलिस ने बिश्नोई व सचदेवा के खिलाफ 341, 323, 382, 427, 504 व 34 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पत्रकार कीर्ति राणा पर हुए हमले के आरोपियों विकास सचदेवा एवं विनोद बिश्र्नोई को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग को लेकर इसी रविवार के दिन श्रीगंगानगर क्षेत्र के पत्रकारों ने जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को पुलिस महानिदेशक के नाम ज्ञापन दिया। पत्रकारों ने इस बात पर असंतोष व्यक्त किया कि घटना के तीन दिन बाद भी अभियुक्तों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हो रही है। इस पर दोनों प्रमुख अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि पूरा मामला उनकी जानकारी में है और वे इसमें पारदर्शी एवं निष्पक्ष कार्रवाई करेंगे।
इससे पहले रविवार की सुबह क्षेत्र के सभी पत्रकार, दैनिक एवं सांध्य दैनिक समाचार पत्रों के संपादक-मालिक, उनमें काम करने वाले पत्रकार, राजस्थान पत्रकार संघ (जार) एवं श्रमजीवी पत्रकार संघ के पदाधिकारी सूचना केंद्र में एकत्र हुए और वहां से मौन जुलूस के रूप में सिविल लाइंस स्थित जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के आवास पर पहुंचे और दोनों अधिकारियों को मामले की गंभीरता से अवगत करवाया। पत्रकारों ने इस बात पर नाराजगी जताई कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होने से उनके हौसले बढ़ गए हैं। उन्होंने राणा व उनके पुत्र सहित घटना के चश्मदीद गवाहों के विरुद्ध भी झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया है।
पत्रकारों ने मांग की कि दोनों मामलों की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। शिष्टमंडल में ललित शर्मा (सीमा संदेश), शिवकुमार स्वामी (लोक सम्मत), रवि चमड़िया (सांध्य बॉर्डर टाइम्स), रेवतीरमण शर्मा (फाइटर), जसवंत सुथार (प्रशांत ज्योति), भास्कर के शाखा प्रबंधक राजेश गिल्होत्रा, कार्यकारी संपादक कीर्ति राणा, सूरतगढ़ पत्रकार परिषद के अध्यक्ष ब्रह्मप्रकाश शर्मा सहित बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल थे।