अरविंद कुमार सिंह वरिष्ठ पत्रकार हैं और इन दिनों भारतीय रेल मंत्रालय की मैग्जीन ‘भारतीय रेल’ के संपादकीय सलाहकार के रूप में दिल्ली में कार्यरत हैं। अरविंद ‘भारतीय डाक : सदियों का सफरनामा’ नामक जिस किताब के लेखक हैं, उसकी चर्चा आज मशहूर लेखिका और सोशल एक्टिविस्ट महाश्वेता देवी ने की है। महाश्वेता देवी हिंदुस्तान अखबार में प्रत्येक रविवार को परख नामक कालम लिखती हैं। उनका लिखा यह कालम आनंद बाजार पत्रिका भी बांग्ला में प्रकाशित करता है। आज के कालम में महाश्वेता देवी ने अरविंद कुमार सिंह को भारतीय डाक, चिट्ठियों के इतिहास, डाकियों पर केंद्रित किताब लिखने के लिए बधाई दी है। साथ ही, पत्रों के घटते चलन को एक गंभीर सांस्कृतिक खतरा बताया है।
महाश्वेता देवी का लिखा यह कालम पढ़ने के लिए क्लिक करें – अविराम चलने वाली यात्रा