आईआईएमसी की छात्रा रहीं और बिजनेस स्टैंडर्ड अखबार की पत्रकार निरुपमा पाठक की मौत के मामले में ताजा अपडेट ये है कि दिल्ली स्थित एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) ने अपनी रिपोर्ट में निरुपमा की मौत को खुदकुशी करार दिया है. इस बाबत आईएएनएस न्यूज एजेंसी ने एक खबर रिलीज की है. खबर के मुताबिक- ”एम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि निरुपमा ने आत्महत्या की थी. झारखण्ड सरकार के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया- एम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि निरुपमा ने आत्महत्या की थी और उसकी हत्या नहीं की गई थी.”
उधर, दैनिक जागरण में रांची डेटलाइन से प्रकाशित खबर के मुताबिक झारखंड की रहने वाली दिल्ली की पत्रकार निरुपमा पाठक की संदिग्ध मौत पर दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उसकी मौत आत्महत्या के कारण हुई हो सकती है. झारखंड के संयुक्त गृह सचिव सदानंद सहाय ने बताया कि एम्स के विशेषज्ञों की रिपोर्ट गृह विभाग को सोमवार को मिल गई है जिसमें इसे आत्महत्या का मामला बताया गया है.
निरुपमा की 29 अप्रैल को उसके गृह नगर कोडरमा (झारखंड) में हुई संदिग्ध मौत के बाद उसके शव के अंत्यपरीक्षण में कई तरह की खामियां पाई गई थीं जिसके बाद इस बारे में एम्स के विशेषज्ञों की राय लेने का फैसला किया गया था. एम्स के विशेषज्ञों ने कोडरमा के तीन चिकित्सकों द्वारा निरूपमा के किए गए अंत्य परीक्षण की रिपोर्ट की जांच की और इन चिकित्सकों से भी विस्तृत जानकारी प्राप्त की. इससे पूर्व कोलकाता की अपराध विज्ञान प्रयोगशाला ने भी निरुपमा के कमरे से बरामद उसके आत्महत्या से पहले लिखे गए पत्र की जांच में यह पाया था कि वह पत्र निरुपमा का ही था. सहाय ने कहा कि एम्स की रिपोर्ट झारखंड के पुलिस महानिदेशक को भेज दी गई है और अब पुलिस इस मामले में एम्स की रिपोर्ट को दृष्टि में रखकर आगे की कार्रवाई तय करेगी. ज्ञात हो कि दिल्ली की पत्रकार निरुपमा पाठक (23) के मृत अवस्था में मिलने के बाद उसकी मां सुधा पाठक को तीन मई को गिरफ्तार किया गया था. एक अदालत ने तीन अगस्त को उसे जमानत पर रिहा कर दिया था.
निरुपमा के मित्र पत्रकार प्रियभांशु रंजन ने निरुपमा के परिवार पर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया था. बदले में निरुपमा के परिवार ने रंजन पर बलात्कार करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया. निरुपमा के परिजनों ने आरोप लगाया कि वह अवसाद में थी, लिहाजा उसने आत्महत्या कर ली. एक अदालत के निर्देश पर कोडरमा में रंजन के खिलाफ बलात्कार करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने कहा कि कोलकाता स्थिति एक फोरेंसिक प्रयोगशाला की रिपोर्ट में कहा गया है कि निरुपमा की मौत के बाद पाया गया सुसाइड नोट निरुपमा द्वारा ही लिखा गया है.
पुलिस के अनुसार जिस तीन सदस्यीय दल ने गर्भवती निरुपमा का पोस्टमार्टम किया था, उसने अपनी रिपोर्ट में उसकी मौत का समय नहीं लिखा. उसकी आंत और भ्रूण को संरक्षित नहीं किया. इसके अलावा रिपोर्ट में निरुपमा के शरीर पर जख्म के निशान का जिक्र नहीं किया गया. इस मामले में पैदा हुई भ्रम की स्थिति को स्पष्ट करने के लिए पुलिस ने यह जानने हेतु एम्स की मदद मांगी कि क्या यह मामला हत्या का है या आत्महत्या का. सूत्रों ने कहा कि एम्स की विशेषज्ञ रिपोर्ट सोमवार को झारखण्ड पहुंची. ज्ञात हो कि निरुपमा और रंजन नई दिल्ली में पढ़ाई के दौरान एक-दूसरे से प्यार करने लगे थे. लेकिन दोनों के परिजन दोनों की शादी के खिलाफ थे.
Akhilesh
August 27, 2010 at 1:51 pm
yaad hai aapko, Aapne bhi Nirupma ke parents ko doshi mante hue abhiyaan chalaya tha. Ise Honour killing ka mamla bataya. unke parijno ko kafi jillat uthani padi aur maa ko jail bhi jana pada. Ab aap kaya kahenge. Mai janta hun ki ise aap nahi publish karenge.