निरुपमा को सुसाइड के लिए परिजनों और प्रेमी ने उकसाया था!

कोडरमा से खबर आ रही है कि झारखण्ड की रहने वाली और दिल्ली में बिजनेस स्टैंडर्ड अखबार में कार्यरत रही पत्रकार निरुपमा पाठक की हत्याकांड की जांच पुलिस ने पूरी कर ली है. कोडरमा पुलिस ने अपनी जांच में निरुपमा पाठक की मौत को सुसाइड मान लिया है. साथ ही यह भी कहा है कि निरुपमा को उसके प्रेमी और परिजनों ने सुसाइड के लिए उकसाया था. पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि निरुपमा को आत्महत्या के लिए विवश किया गया था.

निरुपमा हत्याकांड की जांच सीबीआई करे

: डिजऑनर किलिंग के खिलाफ कड़े कानून की मांग : नई दिल्ली : वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण और कीर्ति सिंह ने केंद्र सरकार से डिजऑनर किलिंग के खिलाफ एक कड़े केंद्रीय कानून बनाने की मांग की है जिसके दायरे में ऐसे मामलों में जांच को पटरी से उतारने वाले पुलिस अधिकारियों को भी लाने की जरूरत है.

निरुपमा ने खुदकुशी की थी : एम्स

आईआईएमसी की छात्रा रहीं और बिजनेस स्टैंडर्ड अखबार की पत्रकार निरुपमा पाठक की मौत के मामले में ताजा अपडेट ये है कि दिल्ली स्थित एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) ने अपनी रिपोर्ट में निरुपमा की मौत को खुदकुशी करार दिया है. इस बाबत आईएएनएस न्यूज एजेंसी ने एक खबर रिलीज की है. खबर के मुताबिक- ”एम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि निरुपमा ने आत्महत्या की थी. झारखण्ड सरकार के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया- एम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि निरुपमा ने आत्महत्या की थी और उसकी हत्या नहीं की गई थी.”

निरुपमा हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराओ

निरुपमा पाठक हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर ”निरुपमा को न्याय अभियान” का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय माकन से दिल्ली में मिला. गृह राज्यमंत्री माकन ने प्रतिनिधिमंडल को समुचित कार्रवाई का भरोसा दिया है. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रेस क्लब के महासचिव पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने किया.

‘जागरण’ ने निरुपमा केस में फैसला सुनाया

दैनिक जागरण में कोडरमा डेटलाइन से एक खबर है. इस खबर में शीर्षक है ”धुलने लगा है माथे पर लगा कलंक”. खबर पढ़ते-पढ़ते आप भी मान बैठेंगे कि पाठक परिवार पर लगा दाग गलत था और यह गलत दाग जांच रिपोर्टों की बारिश में धुल रहा है. जागरण की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर को आप भी पढ़ें. -एडिटर

तो मान लें, निरुपमा ने आत्महत्या की थी?

सुसाइड नोट में राइटिंग निरुपमा की : बहुत दिन से निरुपमा हत्याकांड को लेकर कोई खबर नहीं आ रही थी. कल दैनिक जागरण ने एक खबर प्रकाशित की. सुसाइड नोट में जो राइटिंग है, वह निरुपमा की हैंडराइटिंग है. मतलब, निरुपमा ने आत्महत्या की थी? निरुपमा हत्याकांड की खबर छापने की होड़ में पिछले दिनों कुछ अखबारों ने गलत खबरें भी छापी थीं.