प्रेस क्लब आफ इंडिया में ‘जंग’ जारी है। महासचिव पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ और कोषाध्यक्ष नदीम अहमद काजमी आमने सामने आ चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि क्लब के कोषाध्यक्ष नदीम द्वारा सभी सदस्यों को क्लब की आर्थिक स्थिति के बारे में भेजे गए मेल को क्लब को बदनाम करने की साजिश मानते हुए महासचिव पुष्पेंद्र के गुट की ओर से आज शाम चार बजे जनरल बाडी मीटिंग (जीबीएम) बुलाई गई है। इसका एजेंडा नदीम को दंडित करना है। सूत्रों का कहना है कि पुष्पेंद्र गुट अब किसी कीमत पर नदीम को क्लब के कोषाध्यक्ष पद से हटाने या दंडित करने के मूड में है। इसी कारण यह गुट क्लब के कई सदस्यों से नदीम को दंडित किए जाने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करवा चुका है। आज शाम चार बजे होने वाली इमरजेंसी मीटिंग में नदीम के खिलाफ दंडात्मक प्रस्ताव पारित कराए जाने की तैयारी पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ गुट ने कर ली है। अंकों का गणित भी पुष्पेंद्र गुट के पक्ष में है। इस मीटिंग में हंगामा होने के आसार हैं। नदीम गुट के लोगों ने बैठक में पुष्पेंद्र को घेरने की पूरी तैयारी कर रखी है। नदीम के नेतृत्व में कई पूर्व व वर्तमान पदाधिकारी पुष्पेंद्र को महासचिव पद से हटाने के लिए पहले से ही हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नदीम और उनके लोग इजीएम (एक्स्ट्रा जनरलबाडी मीटिंग) बुलाने की तैयारी कर रहे हैं जिसके जरिए पुष्पेंद्र को महासचिव पद से हटाकर नया महासचिव चुनने की रणनीति बनाई गई है। इस अभियान में नदीम के साथ दिनेश तिवारी, जावेद फरीदी और राहुल जलाली सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि ईजीएम के लिए कुल साधारण सदस्यों के एक दहाई के हस्ताक्षर होने चाहिए। प्रेस क्लब आफ इंडिया के 2600 साधारण सदस्य है। इस तरह 260 लोगों के हस्ताक्षर चाहिए और अब तक करीब तीन सौ लोगों के हस्ताक्षर हो चुके हैं। प्रेस क्लब के कोषाध्यक्ष नदीम कहते हैं कि वैसे तो ईजीएम के लिए 14 दिनों की नोटिस देनी होती है लेकिन अगर नोटिस देने पर भी ईजीएम नहीं बुलाया जाता है तो कमेटी के एक तिहाई सदस्य आपस में सहमत होकर ईजीएम बुला सकते हैं।
प्रेस क्लब के महासचिव पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ से भड़ास4मीडिया ने आज होने वाली आपात बैठक के बारे में पूछा तो उन्होंने कोई बैठक होने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि जीबीएम की आपात बैठक बुलाने का अधिकार अध्यक्ष के पास हैं इसलिए इस बारे में वे कुछ नहीं बत सकते। उनसे जब यह पूछा गया कि क्या आपको आज होने वाली किसी आपत बैठक में शामिल होने को बुलाया गया है तो उन्होंने जवाब ना में दिया। पुष्पेंद्र का कहना है कि प्रेस क्लब के मामले में उन्हें जो कुछ कहना होगी वह कमेटी की बैठक में कहेंगे। इस बारे में वह मीडिया से कोई बात नहीं करेंगे क्योंकि यह प्रेस क्लब का आंतरिक मामला है और इसे उचित प्लेटफार्म पर उठाया जाना चाहिए।