राज एक्सप्रेस में जारी उठापटक थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजी सूचना के अनुसार इस अखबार के ग्रुप एडिटर हृदयेश दीक्षित के पर कतरने की शुरुआत हो गई है. संभव है, आने वाले दिनों में उन्हें कार्यमुक्त कर दिया जाए. सूत्रों के मुताबिक राज एक्सप्रेस के मालिक अरुण शहलोत ने हृदयेश दीक्षित का प्रिंट लाइन में जा रहा नाम हटाने का आदेश दे दिया है. इंदौर स्थित राज एक्सप्रेस के मुख्यालय से प्रकाशित होने वाले अखबार से हृदयेश दीक्षित का नाम हटा दिया गया है. जानकारी के मुताबिक प्रबंधन ने यह कदम हृदयेश दीक्षित के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के चलते उठाया है. सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश में नेता विपक्ष जमुना देवी ने बीते दिनों एक पर्चा बंटवाया. पर्चे में राज एक्सप्रेस के ग्रुप एडिटर पर कई गंभीर आरोप लगाए गए. पर्चा पत्रकारों के बीच वितरित कराया गया.
जमुना देवी ने हृदयेश पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इस बात की शिकायत लोकायुक्त से कर डाली और राज एक्सप्रेस प्रबंधन को भी सूचित कर दिया. जब यह जानकारी राज एक्सप्रेस के सीएमडी अरुण शहलोत तक पहुंची तो उन्होंने हृदयेश दीक्षित को किनारे करने की तैयारी कर दी. उनका नाम प्रिंटलाइन से हटवा दिया. प्रबंधन ने इंदौर में रेजीडेंट एडिटर के रूप में रवींद्र जैन की तैनाती कर उन्हें हृदयेश के लोगों को हटाने की छूट दे दी है. इसी के चलते बीते दिनों कई लोगों को राज एक्सप्रेस, इंदौर से हटा दिया गया.
इस बीच, भड़ास4मीडिया की तरफ से जब रवींद्र जैन से राज एक्सप्रेस, इंदौर से लोगों को हटाए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा- ”पत्रकारिता में दलालों को और दलाली को समाप्त कराने आया हूं और जो भी संदिग्ध हरकतों में लिप्त पाए जाएंगे उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा.”
इन आरोपों के बारे में जब हृदयेश दीक्षित से संपर्क का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका.
xyz
March 11, 2010 at 6:52 am
Lage Rahoooooooooooooooooooooooo
anurag sharma
March 11, 2010 at 3:17 am
hradayesh ji ko ham aachi tarah se jante hai. smd arun ji ne rajexpress ke madhyam se patrkarno ka bhala hee kiya hai.
hradayesh mishra
March 11, 2010 at 2:13 am
jahna tak hradayesh ji ki bat hai to vo press balno ke liye raja hai..
anil purohit
March 10, 2010 at 10:17 am
sir mai bhi raj exp. mai kam kar chuka hu . kai khyat aur bade patrkaro se arun sahlot sir ne pahle noukri karvai hai bad mai patrakarita .shayad yahi vajah rahi hogi ki jin unchaiyon ko raj exp. ne kam se kam ek bar to chhua tha wah usse barkarar nahi rakh paya aur jaha tak hradayesh ji ki bat hai gar unhe raj se jana padta hai to yah waha ke liye koi nai bat nahi hai.lekin jaha tak mai janta hu sahlot ji dil ke bure aadmi nahi hai wai soch -samaghkar hi koi faishla lenge
Diwas
March 10, 2010 at 12:49 am
राजीव भाईसाहब मुझे आपसे एक सवाल पूछना है कि आप ह्रदयेश जी से कितने “प्रभावित” है ?…ह्रदयेश दीक्षित वही व्यक्ति है जिसने भोपाल में भास्कर में रहते हुए बेहतरीन काम किये , मध्यप्रदेश के पत्रकार बंधू और राजनेता बिरादरी अभी तक तक ह्रदयेश जी के “नाड़ाखोल” पत्रकारिता को याद करते है …प्रदेश की कैबिनेट बैठक हो या किसी दल के कार्यकारिणी की बैठक सबसे पहले और सबसे सटीक खबर यही सज्जन दिया करते थे ,भले बैठक में 10 लोग हो या दो .ह्रदयेश जी प्रदेश के उन गिने चुने पत्रकारों में से है जिन्होंने अपनी दबंग पत्रकरिता से बहुत कम उम्र में बड़ा मुकाम हासिल किया और यही सफलता ने उनके कई दुश्मन पत्रकारिता क्षेत्र में बना दिए है . राजीव जी यदि आप उस तथाकथित पर्चे को पढकर उत्साहित है तो मुझे आपके विवेक पर आश्चर्य नहीं हँसी आ रही है .
RAJIV
March 9, 2010 at 12:34 pm
ह्रदेश दक्षित के पर कतरने की खबर सही है या नहीं…ये तो पता नही लेकिन किशन जी को इतना जरूर बता दूं की ह्रदेश दीक्षित की छवि कभी साफ रही ही नहीं। और हर जगह से उन्हें इसी तरह के आरोपों के चलते निकाला गया है। सहारा समय मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ हिंदी चैनल में भी ये सज्जन भोपाल के ब्यूरो चीफ हुआ करते थे और इस दौरान भी इसी तरह के गुल खिलाए गए थे जिसके बाद मैनेजमैंट ने इनकी छुट्टी कर दी थी। मुझे लगता है कि आप कुछ ज्यादा ही ह्रदेश जी से प्रभावित हैं;D
bakwas khabar
March 9, 2010 at 7:00 am
pharzi khabar
kishan
March 9, 2010 at 12:41 am
yaswant bhai raj exp. ke group editor shri. hirdesh dixit ji ke liye aapki prakasit khabar ne samuche patrkarita jagat par grahan laga diya hai. is khabar ke baad ab yeh saaf ho gaya hai ki punji pati akhbar malikon ko ab kalamkar nahi dalalo ki jarurat hai.dixit ji ne raj exp. kojis tarah se apni sevaen di usse dhekhne ke baad aapki khabar chokane waali hai raj exp. ka charitra ab yahi hai ki use editor nahi dalal chahiye. mere suggtion se ab group editor hirdesh dixit ji ko raj exp. mai nahi rukna chahiye
anonymous
September 22, 2010 at 4:06 am
Rajiv jaise log dixit ji se bas jalte hain..rajiv jaise log kabhi dixit ji ki jagah nahi le sakte toh bas unki burai karte rahte hain..
aur dixit ji ko hataya nahi gaya balki unhone khud raj express chchoda hai..
chavi toh hamesha se he saaf thi aur hai unki, bas rajiv jaise log he bigadne ki koshish karte hain..