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जब से आईआईएमसी सवालों के घेरे में आया है तभी से वहाँ के हिन्दी पत्रकारिता के निदेशक प्राध्यापक आनन्द प्रधान चुप हैं. सूत्रों के...
इन दिनों आईआईएमसी गरमाया हुआ है. नए छात्रों के साथ नए सत्र की शुरुआत भले हो गई हो, पर पुराने कई छात्र बेहद नाराज...
Anand Pradhan : आज विश्व टेलीकाम दिवस है और मन कर रहा है कि आज अपने मोबाइल को उठाकर जंगल में फेंक दूँ... तंग...
पुण्य प्रसून बाजपेयी और रवीश कुमार. ये दो ऐसे पत्रकार हैं जो मुद्दों के तह में जाकर सच को तलाशने की कोशिश करते हैं....
: इतिहास को दोहराने की कोशिश का हश्र यही होता है : “देशभक्ति, दुष्टों-लफंगों की आखिरी शरणस्थली होती है” - सैमुएल जॉन्सन : सैमुएल...
: लोकतंत्र, न्याय और मानवाधिकारों का इससे बड़ा मजाक और क्या हो सकता है : जैसी कि आशंका थी, मानवाधिकार कार्यकर्ता और बाल रोग...
न्यूज चैनलों के लिए खतरे की घंटी तो काफी समय से बज रही है लेकिन अब लगता है कि पगली घंटी भी बज गई...