चर्चाएं महज अफवाह, मैं एक प्रोजेक्ट के लिए महीने भर की छुट्टी पर हूं : आशुतोष

आईबीएन7 न्यूज चैनल के मैनेजिंग एडिटर आशुतोष को लेकर दिल्ली की मीडिया में कई तरह की चर्चाएं और अफवाहें फैली हुई हैं. जितने मुंह उतनी बातें सामने आ रही हैं. कोई कह रहा कि आशुतोष को अन्ना हजारे के ज्यादा कवरेज करने के कारण सूचना प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी के इशारे पर राजदीप ने फोर्स लीव पर भेज दिया है. किसी का कहना है कि वह सहारा ग्रुप ज्वाइन करने वाले हैं और उनकी एक मीटिंग सहारा में हो चुकी है.

नोटिस की बात आप आज प्‍लीज मत बोलना, मैं हाथ जोड़ रहा हूं आपके आगे : प्रभु चावला

कल प्रभु चावला आईबीएन7 पर दिखे. उसी आईबीएन7 पर जिसके प्रबंध संपादक आशुतोष हैं. ये वही प्रभु चावला हैं जो नीरा राडिया से ढेर सारी बातें करते पाए गए और इन्हें इंडिया टुडे-आजतक से जाना पड़ा. और ये वही आशुतोष हैं जिन्होंने नीरा राडिया टेप में पाए गए पत्रकारों को दल्ला कहा था और उनकी हरकतों को दल्लागिरी का नाम दिया था (आशुतोष का लिखा पढ़ने के लिए क्लिक करें- दल्ला और दल्लागिरी).

नकवी जी की सेलरी 10 लाख रुपये महीने है!

अनुरंजन झा ने अपनी संपत्ति घोषित करते हुए अपनी सेलरी का जो खुलासा किया है, उसके आधार पर लोग टीवी इंडस्ट्री के बिग बॉसों की सेलरी का अंदाजा लगाने लगे हैं और इस तरह ”सेलरी रहस्य” से पर्दा उठने लगा है. अनुरंजन ने खुद लिखित रूप से बताया कि वे सालाना तीस लाख रुपये के पैकेज पर सीएनईबी गए हैं. महीने का ढाई लाख रुपये हुआ. लेकिन ये सेलरी कुछ नहीं है, अगर आप सुनेंगे कि दूसरे न्यूज चैनलों के संपादकों की सेलरी क्या है.

अयोध्या कवरेज में आशुतोष ने मिसाल कायम की

: आइए, आईबीएन7 की इस पत्रकारिता का स्वागत करें : तारीख 30 सितम्बर 2010. टेलीविजन मीडिया के लिए एक इम्तिहान का दिन. आमतौर पर भारतीय टेलीविजन मीडिया अपनी अपरिपक्वता और जल्दबाजी के लिए कुख्यात है. परन्तु मामला इस बार बेहद संगीन और फिसलनदार. देश-विदेश के लाखों करोड़ो लोगों की नजर अपने टेलीविजन चैनल के स्क्रीन पर चस्पा थी.

वो पत्रकार बाद में बनता है, टीआरपीबाज पहले : आशुतोष

आशुतोषअब तो एडिटर से अधिक पावरफुल हो गये ब्रांड मैनेजर : आइना दिखाने के लिये थैंक्स रामू : ‘हाऊ ऑनेस्ट इज द फिल्म’, उस अजनबी लड़के ने मुझसे ये सवाल किया। 

टीआरपी को फौरन बंद करें : आशुतोष

आशुतोषएक विदेशी वेबसाइट के हवाले से आंध्र प्रदेश के कई न्यूज चैनलों द्वारा वाईएसआर की मौत से जुड़ी अपुष्ट खबर दिखाने, इस भ्रामक खबर को सच मान गुस्साए लोगों का सड़क पर उतरने व हिंसा भड़कने, इसके बाद मीडिया, खासकर टीवी न्यूज चैनलों की भूमिका को लेकर देशव्यापी बहस शुरू होने के इस दौर में आईबीएन7 के मैनेजिंग एडिटर आशुतोष ने स्वीकार किया है कि राष्ट्रीय न्यूज चैनलों से प्रेरणा लेकर क्षेत्रीय चैनल भी टीआरपी के लिए सनसनीखेज, अपुष्ट व अफवाह आधारित खबरें दिखाने लगे हैं। ‘हिंदुस्तान’ अखबार में आज प्रकाशित लेख में आशुतोष ने कई ऐसी बातें कहीं हैं जिसे टीवी एडिटरों द्वारा आत्मावलोकन करते हुए भविष्य के लिए सही राह तलाशने की गंभीर शुरुआत कहा जा सकता है।