हमारे प्रस्तावों की सरलता ही हमारी दिक्कत है – अनिल बोकिल

[caption id="attachment_20959" align="alignleft" width="151"]अनिल बोकिलअनिल बोकिल[/caption]: बातचीत : ‘अपनी आवश्यकता से अधिक वस्तुओं का संग्रह भी चोरी है।’ गांधीजी की इस उक्ति को अपने जीवन में अक्षरश: उतारने वाले अनिल बोकिल, 175 लाख करोड़ के घोटालों के युग में एक अजूबे की तरह हैं। उनसे फोन पर दिनेश चौधरी की हुई लंबी बातचीत के संपादित अंश यहां प्रस्तुत हैं:

अन्ना व बाबा के सवालों का सटीक जवाब है ‘अर्थक्रांति’

दिनेश चौधरीछत्तीसगढ़ के एक छोटे-से कस्बे बालोद में स्थानीय महावीर विद्यालय का सभागार खचाखच भरा हुआ है। वातावारण में थोड़ी उमस भी है। व्याख्यान प्रारंभ हुए कोई दो घंटे हो चुके हैं, फिर भी लोगों की एकाग्रता भंग नहीं हुई है। मजे की बात यह है कि व्याख्यान किसी धर्मगुरु का नहीं है, जो सरस पौराणिक गाथायें सुनाकर श्रोताओं को बांधे हुए हो।

भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन के दौरान संत निगमानंद की जान गई

[caption id="attachment_20586" align="alignleft" width="142"]स्वामी निगमानंद जीस्वामी निगमानंद जी[/caption]एक दुखद खबर देहरादून से है. साधु निगमानंद की मौत हो गई. वे अनशन पर थे और कोमा में चले गए थे. उनका इलाज हिमालयन अस्पताल में चल रहा था. निगमानंद ने 19 फरवरी को अनशन शुरू किया था. वे दो मई को कोमा में चले गए थे. उसके बाद उनका उपचार किया जाता रहा पर वे वापस नहीं लौटे.

रामदेव के भाजपा एजेंट होने की चुगली करते ये दो वीडियो

: क्या भाजपा नेताओं के इशारे पर टूटा बाबा का अनशन? : निशंक-आडवाणी और निशंक-रामदेव वार्तालाप सुनिए :  उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मीडिया वालों के सामने फोन पर आडवाणी और रामदेव से बातचीत की थी. यह बातचीत रामदेव के अनशन खत्म होने से ठीक पहले हुई.

बाबा रामदेव पर इंडिया टीवी वाले रजत शर्मा की टिप्पणी

Deshpremi Bharatvanshi नामक किन्हीं सज्जन ने deshpremi.bharat@gmail.com मेल आईडी से ग्रुप में मीडिया के सैकड़ों लोगों को एक मेल किया है, जिसमें एक लेख है और लेखक के बतौर इंडिया टीवी के मालिक रजत शर्मा का नाम है. चूंकि ये मेल रजत शर्मा की मेल आईडी या इंडिया टीवी की मेल आईडी से आफिसियली नहीं आया है, इसलिए ये कनफ्यूजन है कि वाकई ये लेख रजत शर्मा का है या नहीं.

असल में, हमारा समाज और सरकारी व्यवस्था लोकतांत्रिक नहीं है

राजकिशोर: यह नागरिक जमात क्या होती है : जब भारत सरकार ने जन लोकपाल विधेयक पर अण्णा हजारे और उनके समूह के साथ दोस्ती कर ली, तभी मुझे शक हो गया था कि सरकार ने बहुत मजबूरी में यह समझौता किया है और उसके भावी इरादे ठीक नहीं हैं। जन लोकपाल विधेयक वाकई एक रेडिकल विधेयक है और वह संसद द्वारा पारित हो गया, तो भ्रष्टाचार के एक बड़े और अहम क्षेत्र को प्रदूषण-मुक्त किया जा सकता है।

अन्ना हजारे, रामदेव और कांग्रेस (अंतिम)

दिनेश चौधरी: हां, मैं बिका हुआ हूं! : “आप अमेरिका के साथ हैं या नहीं हैं?”… 9/11 के बाद बुश ने सारी दुनिया से यही वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछा था और चूंकि वह दुनिया का दादा है इसलिए प्रश्न के उत्तर में “इनमें से कोई नहीं” वाला विकल्प नहीं रखा था। जिन्होंने उत्तर “नहीं” में दिया वे सब आतंकवादी कहलाये। प्रतिबद्धताओं को स्पष्ट करने-कराने की बुश की यह नीति कालांतर में काफी लोकप्रिय हुई।

ईटी के पत्रकार ने रामदेव को दी ‘बीफ’ खाने की सलाह

[caption id="attachment_20555" align="alignleft" width="122"]जोजी फिलिप थामसजोजी फिलिप थामस[/caption]: ट्विटर पर बवाल : जोजी फिलिप थामस. नाम से जाहिर है कि ये क्रिश्चियन हैं. पत्रकार भी हैं. इकोनामिक टाइम्स, दिल्ली में काम करते हैं. ट्विटर पर इन्होंने बाबा रामदेव को सलाह दी कि अनशन के दौरान जो कमजोरी आ रही है, उसे दूर करने के लिए और स्टेमिना बढ़ाने के लिए वे ‘बीफ’ का सेवन करें. बीफ माने गो मांस.

भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का धुंआ देख उसे तुरंत बुझाने में क्यों जुटे सत्ताधारी?

हरिवंश: दुनिया के एक विख्यात न्यायविद, न्यायमूर्त्ति हैंड ने कहा था, आजादी के बारे में… नैतिकता या भ्रष्टाचार के प्रसंग में भी वही चीज लागू है…. उनका कथन था, आजादी मर्दों-औरतों के दिलों में बसती है. जब वहां यह मर जाती है, तब इसे कोई संविधान, कानून या अदालत नहीं बचा सकती… :

पारदर्शिता क्रांति में नेता, अफसर, व्यवसायी बाधक

: पर अब रोके न रुकेगा यह महाभियान : भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम से कांग्रेस के अंदर भी खदबदाहट मची है. कोई कांग्रेसी चाहकर भी रामदेव और अन्ना के आंदोलन को सपोर्ट नहीं कर पा रहा क्योंकि देश में भ्रष्टाचार की जमनोत्री-गंगोत्री कांग्रेस को ही माना जाता है, और, बाबा व अन्ना का आंदोलन कांग्रेस के राज करने के तौर-तरीके के खिलाफ है जिसके कारण लाखों करोड़ रुपये विदेश में ब्लैकमनी के रूप में जमा है.

अन्ना के मंच से उतारी गईं वामपंथी नेता

[caption id="attachment_20540" align="alignleft" width="94"]कविता कृष्णनकविता कृष्णन[/caption]नई दिल्ली : राजघाट पर जुटे अन्ना हजारे के हजारों समर्थकों ने जंतर-मंतर की तरह ही एक बार फिर भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में अन्य दलों के नेताओं को किसी भी तरह से जुड़ने नहीं दिया। अगर कोई पार्टी से जुड़ा व्यक्ति मंच पर दिखा भी तो उसे लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा और मजबूरन उस नेता को चुपचाप वहां से खिसक लेना पड़ा।

अन्ना हजारे, रामदेव और कांग्रेस – (एक)

दिनेश चौधरी: जब धर्म धंधे से जुड़ता है तो उसे योग कहते हैं- हरिशंकर परसाई : इस समय देश की राजनीति में कुकरहाव जैसा मचा हुआ है। पता नहीं आपके किस बयान को किस रूप में ले लिया जाये और हमले करने के लिये आप पर किसी प्रवक्ता को छोड़ दिया जाये। इन प्रवक्ताओं ने और कुछ किया हो या न किया हो, कुछ बातों को अच्छी तरह से स्थापित कर दिया है।

”अमूल बेबी” के बोल कब फूटेंगे

[caption id="attachment_20539" align="alignleft" width="94"]भूमिका रायभूमिका राय[/caption]: रामदेव से लेकर अन्ना और भाजपा तक को कुछ न कुछ मिला… हर बार की तरह इस बार भी ठगी गई सिर्फ जनता : एक बार फिर जनता ठगी-सी खड़ी है. अवाक है और परेशान भी। अवाक, क्योंकि जिन हाथों में उसकी सुरक्षा का दायित्व था, उन्हीं हाथों से उसे ज़ख्म मिले हैं और परेशान इसलिए, कि आखिर वो जाए तो जाए कहां?

निशंक का न्योता- रामदेव उत्तराखंड में सत्याग्रह करें, दिक्कत न होगी

दिल्ली के रामलीला मैदान से पुलिस कार्रवाई के जरिए सत्याग्रह-अनशन खत्म कराके बाबा व उनके भक्तों को बेदखल किए जाने के बाद जो ताजी स्थिति है, उसके मुताबिक रामदेव को सेना के हेलीकाप्टर से हरिद्वार ले जाया जा रहा है.  केंद्रीय गृह सचिव जीके पिल्लई भी बता चुके हैं कि आपरेशन रामदेव के तहत बाबा को हरिद्वार भेजा जाएगा. उधर, बाबा के हरिद्वार पहुंचने की भनक मिलते ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के अंदर की राजनीतिक आत्मा जाग चुकी है.

बाबा व भक्तों पर जुल्म के खिलाफ आज ब्लैक डे मनाएं

यशवंत सिंहकुछ काम अन्ना ने किया और काफी कुछ बाबा ने कर दिखाया. अन्ना ने करप्ट कांग्रेसियों पर भरोसा किया और सरकार के झांसे में आ गए तो नतीजा ये है कि उन्हें अब रोना पड़ रहा है, मुद्दा पीछे छूट गया और तेवर पीछे रह गया. शेष है तो सिर्फ फिजूल की बैठकों का दौर और बेवजह की उठापटकों की चर्चाएं.

रामदेव के सत्याग्रह पर पत्रकारों की तीन त्वरित टिप्पणियां

: अपरोक्ष सत्ता संघर्ष ही है बाबा रामदेव का आंदोलन : प्रकृति, मानवता, समाज, देश हित, ईमानदारी और सच्चाई की बातों का कौन समर्थन नहीं करना चाहेगा? सकारात्मक मानसिकता वालों की तो बात ही छोडिय़े, इन मुद्दों पर नकारात्मक सोच रखने वाले भी हां में हां करते नजर आते हैं, ऐसे में योग गुरू बाबा रामदेव की बातें किसी को भला क्यूं बुरी लगेंगी?

अन्ना ने खाया धोखा पर होगी बाबा की जीत

आलोक कुमार: स्वामी रामदेव के आगे केंद्र सरकार के सारे दांव विफल होते नजर आ रहे हैं : रामदेव के आंदोलन में है लोहिया की खुशबू : योग गुरू रामदेव हठयोग की वैभवकारी मुद्रा में हैं। बाबा की मुद्रा से सियासी कुर्सी की चूलें हिली हुई है। सत्याग्रह का दायरा अन्ना हजारे की तुलना में व्यापक है।

Don’t do this Ramdev..!

All Swamis are not saints. Swami Ramdev is no exception. He is in fighting mood. He fought with fatigue. He loves fighting with obesity. He made people rise early morning, watch him on TV, on his own channel rather and imitate him the way he likes. His Yoga skills make him guru for many. His gurudom gets him gutsy. He can muster big crowds mainly on sponsored events. He has attained the expertise on certain ‘not so far curable diseases’, they say.

पत्रकार जब भी जागें, प्राणायाम जरूर करें : रामदेव

संथाल परगना के अपने चार दिवसीय दौरे के आखिरी दिन बाबा रामदेव देवघर से प्रकाशित होने वाले प्रभात खबर के दफ्तर पहुंचे. प्रभात खबर के स्थानीय संपादक संजय मिश्र ने उनका स्वागत किया. इसके बाद योग व स्वाभिमान यात्रा से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि प्रभात खबर ने युवा पत्रकारों की टीम बनायी है.

राजीव दीक्षित के शरीर का पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराया गया?

रायपुर/हरिद्वार : कोई जाना माना वैज्ञानिक हो, कई वर्ष विदेश की प्रयोगशालाओं में बिता चुका हो, एपीजे अब्दुल कलाम का सहयोगी रह चुका हो, देश भर में घूम कर भारतीयता का मंत्र जगा रहा हो, योग के स्वामी रामदेव जैसे विद्वान के साथ जिसने नाड़ी विज्ञान सीखा हो, वह राजीव दीक्षित अचानक छत्तीसगढ़ के भिलाई में दिल का दौरा पड़ने से रायपुर के अपोलो अस्पताल में रात को दस बजे दम तोड़ देगा, इस पर किसको भरोसा हो सकता है। इसके अलावा पता नहीं क्या सोच कर इस रहस्यमय मृत्यु के बावजूद राजीव दीक्षित का पोर्स्टमार्टम नहीं करवाया गया। हरिद्वार में राजीव दीक्षित की अंत्येष्टि के ठीक पहले शोक सभा में खुद स्वामी रामदेव ने यही कहा और यह भी कहा कि उन्हें एक पल के लिए विश्वास नहीं हो रहा है कि राजीव चले गए हैं। राजीव दीक्षित स्वामी रामदेव के भारत स्वाभिमान आंदोलन की असली शक्ति थे। पेप्सी और कोक के खिलाफ आंकड़े उन्होंने ही जमा किए थे।

रिश्‍वत मांगने वाले मंत्री का नाम बताएं रामदेव : खंडूरी

दिनांक 18 नवम्बर, 2010 को कतिपय टीवी चैनलों पर योगगुरु स्वामी रामदेव जी का वक्‍तव्‍य प्रसारित हुआ। उस वक्‍तव्‍य में स्वामी राम देव जी ने खुलासा किया कि उत्तराखण्ड के एक मंत्री ने उनसे दो करोड़ रुपये रिश्वत की मांग की थी। उक्त घटना की शिकायत उस समय के मुख्यमंत्री से की तो मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मंत्री को राशि चन्दे के रुप में मांगनी चाहिए थी। उक्त वक्‍तव्‍य के कुछ देर बाद एक टीवी चैनल ने पंतजलि योगपीठ के महामंत्री वैद्य बालकृष्ण जी से प्रश्न किये कि यह घटना कब की है, मंत्री कौन थे? रिश्वत किस काम को करने के लिए मांगी गई।

फिर तो बाबा कर देंगे नेताओं की छुट्टी!

अंचल सिन्‍हा आज से दो-तीन दिन पहले उगांडा की इस स्वार्थी धरती पर, जहां मौज मस्ती के अलावा कोई गंभीर जीवन कहीं नहीं दिखता, टीवी पर दिल्ली का एक कार्यक्रम दिखा। कंपाला में सिटी केबल के एक एजेंट ने कुछ भारतीय चैनलों को दिखाना आरंभ किया है। इसमें बाबा रामदेव का चैनल भी है। 14 नवंबर को बाबा और उनके अनेक समर्थकों, जैसे- मुसलमानों के प्रतिनिधि बन रहे कल्बे सादिक, शायद यही नाम है, और ईसाइयों के भी एक वरीय पादरी के साथ स्वामी अग्निवेश और किरन बेदी आदि- को एक मंच पर देखकर एक अजीब सी अनुभूति हुई।

Defiant Baba Ramdev defends Lauki Juice

: Hang black marketeers and adulterators : Baba Ramdev has demanded death sentence for black marketeers and adultrators. ‘Like China, we must hang those who are involved in black marketing-adulteration”, he demanded in a no-hold barred interview with Anurradha Prasad for her popular programme ‘Aamne-samne’ to be aired on Saturday. In a sensational disclosure, he said, there are many who feel that i should leave this world. There could also be some moves to eliminate me. But, i am not frightened. I am not afraid of them or death.”