अमिताभ का लग गया काम, बाकी नूतन बताएंगी हाल-ए-धाम

: एक कमरे में चार आईपीएस अफसरों की तैनाती : बिना किसी इंट्रो और भूमिका के, केवल एक बात सूचनार्थ बताना चाहूंगा, उनको जिन्हें नहीं पता है कि ये अमिताभ कौन हैं. अमिताभ एक आईपीएस हैं. यूपी कैडर के हैं. पहले उनका नाम अमिताभ ठाकुर हुआ करता था. लेकिन उन्होंने अपने किसी आदर्शवादी जिद के कारण जाति-उप-नाम को निजी और सरकारी तौर पर त्याग दिया.

चार साल बाद मायावती को पता चला कि जितेंद्र सिंह समाजविरोधी हैं

कुमार सौवीर: अपराधी सुधारने की बसपाई फैक्‍ट्री फेल : रीता का घर फूंकने वाले को सम्‍मानित कर चुकी है बसपा : पीस पार्टी की कलंगी पर सजे बीकापुर के एमएलए जीतेंद्र सिंह : धनंजय की कोशिशों पर पानी फेर थामा पीस पार्टी का झंडा : अपनी पार्टी के डेढ दर्जन के करीब जनप्रतिनिधियों की कारण-बेकारण हत्‍या करने वाली बसपा को आज पार्टी के ही एक विधायक जितेंद्र सिंह ने करारा झटका देते हुए पीस पार्टी ज्वाइन कर लिया।

मुंबई से चप्पल मंगाने के लिए मायावती ने भेजा खाली जहाज

विकीलीक्स के एक ताजे खुलासे के बाद यूपी की राजनीति के गर्माने के आसार हैं. खुद को दलितों की मसीहा बताने वाली मुख्यमंत्री मायावती ने अपने लिए एक जोड़ी चप्पल मुंबई से मंगाने के वास्ते एक निजी जेट विमान भेजा था. भारत में अमेरिकी दूतावस द्वारा वाशिंगटन को भेजे गए कई केबल में मायावती का खूब जिक्र है.

यूपी के अफसरों की खुली पोल, एक फोन पर हराम की रकम हाजिर

: दो ठगों ने दर्जनों अफसरों को चूना लगाया : ग्‍वालियर के डीएम ने भी दिए दो लाख रुपये : यूपी में यह एसटीएफ की अक्‍लमंदी है, अफसरों की औकात या फिर अफसरशाही में उगाही की प्रवृत्ति का भंडाफोड़। जो भी हो, मगर गुरुवार की एक घटना ने बता दिया है कि यूपी के अफसरों को टुच्‍चे किस्‍म के धोखेबाज ब्लैकमेल कर सकते हैं।

‘अफसरों के बाप’ शशांक शेखर ने दिल्ली वालों को भी धूल चटाया

बड़ा शोर हुआ था कि अबकी तो शशांक शेखर गए. अबकी तो शशांक शेखर सिंह निपटा ही दिए जाएंगे. पर हुआ वही जो हर बार होता रहा है. शशांक शेखर सिंह सच में सबके बाप निकले. न आईएएस, न आईपीएस, न पीसीएस न पीपीएस, न आईएफएस, न आईआरएस… पर हैं वे सबके बाप. नेताओं का जहाज उड़ाने वाला यह शख्स कई नेताओं का खास रहा और एक एक सीढ़ी चढ़ते हुए आज यूपी का सबसे ताकतवर नौकरशाह बन चुका है.

न आईएएस है, न आईपीएस, न पीसीएस है, न पीपीएस पर है वह सभी का बाप

: शशांक शेखर का भांडा फूटा : कभी जहाज उड़ाता था, अब पूरा प्रदेश हांक रहा है : शशांक शेखर उत्तर प्रदेश का सबसे ताकतवर नौकरशाह है. वह आईएएस और आईपीएस अफसरों से गालियों से बात करता है. वह मायावती का सबसे खास अफसर है. वह कैबिनेट सचिव है. पर वह खुद न तो आईएएस है और न आईपीएस, न पीसीएस और न पीपीएस. फिर भी वह कैबिनेट सचिव है और सारे अफसरों का बाप है.

यूपी में फिर एक मां का अपमान, डा. निशीथ राय के घर पुलिसवालों का तांडव

पत्रकारों पर सरकारी और प्रशासनिक दमन का कहर यूपी में लगातार ऊफान पकड़ता जा रहा है। शलभमणि त्रिपाठी पर हुए पुलिसिया हमले पर छीछालेदर के बाद भी पुलिसवालों का रवैया मीडियावालों के प्रति लगातार हमलावर बना हुआ है। ताजा घटना इलाहाबाद में हुई जहां डेली न्‍यूज एक्‍सप्रेस के प्रबंध सम्‍पादक डॉ निशीथ राय के घर छह थानों की पुलिस ने दबिश डाली।

डीएम बोला- बहनजी कहें तो मीडिया को ठीक कर दूं

यशवंत जी, आज तड़के जैसे ही उठा, मेरी नजर आज के हिंदुस्तान अखबार के प्रथम पेज पर गई. एक खबर देखकर मेरा माथा ठनक उठा. इस खबर को पढ़कर ऐसे लगा जैसे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर बिजली सी गिरा दी गयी हो. अनायास ही दिल से आवाज निकली कि क्या अब बहन जी के राज मे खबर छापने के लिये पत्रकारों को डीएम महोदयों से परमीशन भी लेनी पड़ेगी? खबर आप भी पढ़ लें. और उचित लगे तो भड़ास के पाठकों को भी पढ़ा दें. -घनश्याम, जनपद औरैया, उत्तर प्रदेश

यूपी में एक और बलात्कार, पुलिस का रिपोर्ट लिखने से इनकार

यूपी में महिलाओं के साथ उत्पीड़न थमने का नाम नहीं ले रहा है. लखीमपुर खीरी में दिलदहला देने वाली घटना का खुलासा हुआ था कि जिसमें पुलिसवालों ने ही थाना परिसर में एक किशोरी के साथ गैंगरेप कर उसे मारकर पेड़ से लटका दिया, अब एक और रेप कांड का पता चला है. इस रेप कांड में पुलिस पीड़ितों की रिपोर्ट नहीं दर्ज कर रही है. घटना 30 मई की है. जिसके साथ घटना हुई है, वह एक गरीब घर की बेटी है, इसलिए पुलिस वालों ने तहरीर रख ली.

दैनिक जागरण को विज्ञापन रोकने की धमकी दी मायावती ने

मायावती सरकार के चार साल पूरे होने पर दैनिक जागरण, लखनऊ संस्करण में चार किश्तों में मायावती के कामकाज पर स्टोरी प्रकाशित हुई. इन विशेष स्टोरीज वाले कालम का नाम था- वादा तेरा वादा. इन कालमों के जरिए बताया गया कि मायावती के राज में वे क्या क्या काम नहीं हुए, जिनका ऐलान किया गया था. साथ ही इन स्टोरीज में सरकार के कामकाज की आलोचनात्मक समीक्षा थी, जो कि अखबारों में आमबात है.

इन नतीजों के बाद मायावती की नींद उड़ेगी

पश्चिम बंगाल में साफ साफ दिख रहा था कि जनता ममता बनर्जी के साथ है और ममता की लहर आंधी के रूप में बह रही थी. कामरेड लोग भी सन्न की स्थिति में थे. अंततः वही हुआ. जो जन उभार ममता के पक्ष में दिख रहा था, वह उभार वोटों में भी तब्दील हुआ और ममता की जय जय हो गई. तमिलनाडु में जयललिता और करुणानिधि, यही दो लोग बारी बारी से राज करते हैं. करुणानिधि का कुशासन खत्म होता है तो जयललिता का शासन आता है और जया का शासन जब कुशासन में तब्दील हो जाता है तो करुणानिधि का शासन आ जाता है.

तमतमाई मायावती ने राहुल गांधी को गिरफ्तार कराया

राहुल गांधी के धरने पर बैठ जाने से परेशान मायावती सरकार ने आखिरकार देर शाम फैसला ले ही लिया. राहुल बाबा को गिरफ्तार कर लिया गया है. राहुल को सीआरपीसी की धारा 151 के तहत पुलिस ने गिरफ्तार किया. यह जानकारी मेरठ परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक रजनीकांत मिश्र ने दी. ग्रेटर नोएडा के भट्टा पारसौल गांव में बुधवार की सुबह से धूनी रमाए राहुल ने किसानों को न्याय मिलने तक वहां से न जाने का जब ऐलान कर दिया तो यूपी सरकार और पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए.

राहुल की राजनीति से मायावती चित!

राहुल गांधी उस भट्टा परसौल गांव के ठीक बगल में बसी दिल्ली में रहते हैं जहां पुलिस-पीएसी वालों ने एक रात हर घर में घुसकर कोहराम मचाया था, बच्चों, बूढ़ों, बीमारों, महिलाओं, युवतियों, युवाओं को पीटा था, पैसा लूटा था, बेइज्जत किया था. राहुल गांधी तक खबर अगले दिन सुबह पहुंच गई होगी. अखबार और टीवी में खबरें आ चुकी थीं. आ रही थीं. उत्पीड़न की दास्तां को बताया जा रहा था.

Mayawati’s rule in greater Noida

Respected Editors, Greetings!, I read news about tension between the farmers and the cops at BHATTA-PARSAUL village in Greater Noida in  Hindustan Times/Sunday times (May 08,2011). I also appreciate the pictures taken by  photographers. What made me write to you : as a common man/national citizen I can say – UP GOVERNMENT (Hon’ble CM MAYAWATI) is not taking the right way its it tortuous and mental harassment throughout.

Why do the state must have the powers to recognise or de-recognise a Journalist or newspaper?

Dear Yashwant ji, There are numerous posts on your portal regarding bihar Govt’s hidden agenda of curbing independence of media using various coercive methods. Needless to say, advertising is the supermost reasons of all why the media willingly or unwillingly shy away from its duties.In my limited understanding, I have to make few points on this important issue.

उत्तर प्रदेश के दो भ्रष्‍ट मंत्रियों की छुट्टी

: ये हैं अनंत कुमार सिंह अंतू और बाबू सिंह कुशवाहा : भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे देश में माहौल बनता जा रहा है. दिल्ली में अन्ना हजारे अनशन पर बैठे तो शरद पवार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बने मंत्रियों के समूह से इस्तीफा देना पड़ा. आज खबर यूपी से है. हालांकि यूपी में जो हुआ है उसका सीधा संबंध अन्ना हजारे के अनशन से नहीं है लेकिन कहीं न कहीं ये माना जा रहा है कि जनता में भ्रष्टाचार के खिलाफ पैदा हुए आक्रोश को देखते हुए कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री अब भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने लगे हैं.

ये है बुलंदशहर में मायाराज प्रायोजित जाम में फंसी दलित महिला के मौत के दृश्य

[caption id="attachment_19696" align="alignleft" width="94"]स्वर्गीय गीतास्वर्गीय गीता[/caption]कभी किसी मां को बिना वजह थाने में बिठा दिया जाता है, क्योंकि ये यूपी है और यहां क्रिमिनल गवरनेंस है, कभी किसी मां की पुलिस-प्रशासन द्वारा लगाए गए जाम में मौत हो जाती है, क्योंकि ये यूपी है और यहां अंसवेदनशीलों का राजपाठ है. बुलंदशहर की घटना लोमहर्षक है. अफसरों का रेला, फौजफाटा लेकिन सब काठ के पुतले. किसी में दिल नहीं जो एंबुलेंस में बैठे मरीज व उसके परिजनों की गुहार को सुने.

माया के दौरे ने ली दलित महिला की बलि, पुलिस-प्रशासन-मीडिया की घिग्घी बंधी

[caption id="attachment_19693" align="alignleft" width="261"]जाम में फंसे एंबुलेंस में मृत गीताजाम में फंसे एंबुलेंस में मृत गीता[/caption]: माया की सुरक्षा के नाम पर रचित जटिल जाम में फंसकर बीमार महिला का तिल-तिल कर मरना…. उधर सड़क पर मायावती जिंदाबाद होता रहा इधर एंबुलेंस में महिला के परिजन विलाप करते रहे…. संबंधित वीडियो भड़ास4मीडिया पर जल्द : दलित महिला की मौत से डरे अफसरों ने मीडिया को पटाया और इस तरह खबर का भी प्राणांत हो गया :

गुस्ताखी माफ : नाराज न होना ज्ञानी निशंक और महान मायावती

जो बात लिख लिख कर पढ़ा पढ़ा कर दिखा दिखा कर आप पाठकों दर्शकों को नहीं समझा सिखा बता पाते, वो काम कार्टून और एनीमेशन सेकेंड्स में कर देते हैं. आज आपको कुछ कार्टून और एनीमेटेड वीडियो दिखा रहे हैं. एक कार्टून उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के राजकाज से संबंधित है तो दूसरा यूपी में चरमराई पुलिस व्यवस्था पर. एनीमेटेड वीडियो एनडटीवी के गुस्ताखी माफ प्रोग्राम के हैं. यूपी की मुख्यमंत्री बहन मायावती पर केंद्रित हैं. एनडीटीवी की पापुलेरिटी में गुस्ताखी माफ कार्यक्रम का खास योगदान है. एनीमेटेड कैरेक्टर्स के जरिए गुस्ताखी माफ में सच्चा और तीखा वार किया जाता है ताकि मुस्कराएं भी, और सोचें भी. उम्मीद है आनंद आएगा. जय हो. -यशवंत

उत्तर प्रदेश में सूचना विभाग के स्वीपर तक पत्रकारों की सेवा में लगे

ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश में सूचना विभाग के पास कर्मचारियों की कमी है। यह कमी उस वक्त और महसूस की गयी जब रविवार को फतेहपुर रेप काण्ड में पुलिस की ओर से सफाई देने के लिए आनन फानन में स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था बृजलाल की प्रेसवार्ता आयोजित की गयी। लालबहादुर शास्त्री भवन एनेक्सी में आयोजित इस प्रेस वार्ता में सूचना विभाग के कर्मचारी और अधिकारी संडे का दिन होने की वजह से नदारद थे।

ये माया मैम की जूती है, इसे चमकाओ

: शर्म करो यूपी के पुलिस वालों : अगर महिला सामान्य या गरीब घर की है, तो यूपी के पुलिस वाले, सिपाही से लेकर आईपीएस तक, उसे जेल या थाने में डालने से हिचकेंगे नहीं, बिना किसी जुर्म.

यूपी की मीडिया डरपोक है : मुलायम

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव आज मीडिया से कुछ ज्यादा ही खफा दिखे। बरेली के सेंट्रल जेल के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए श्री यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। अन्याय, अत्याचार और भ्रष्टाचार चरम पर है। फिर भी मीडिया चुप है। मेरा मानना है कि मीडिया डरपोक हैं, और डरपोक नहीं है तो कुछ लेनदेन हो गया है। दिल्ली के कुछ पत्रकारों ने जरूर लिखा है।

यूपी में किधर है लॉ एंड आर्डर!

: फिर एक स्त्री को अपमानित किया पुलिस वालों ने : बनारस में इंस्पेक्टर ने किया यौन उत्पीड़न : उत्तर प्रदेश में यही कमाल है कि ये प्रदेश बहुत हर मामले में बहुत बदहाल है. खासकर कानून-व्यवस्था के मामले में तो इस हाल बेहद बेहाल है. और, खासकर यहां महिलाएं सबसे ज्यादा उत्पीड़ित की जा रही हैं. और, मजेदार है कि एक महिला का राज है. पर महिला के राज में उनके मनमाने अफसर सबसे ज्यादा महिलाओं को ही दुख दे रहे हैं.

लगा जैसे इनकी मां मरी हैं!

: कुंवर फतेहबहादुर की मां के मरने का मतलब समझ आया बनारसियों को : मसान बाबा ने भी तेलाही की यह इंतहा शायद ही कभी देखी हो : वाराणसी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर बुधवार को नौकरशाहों और पुलिसियों ने ऐसा नजारा पेश किया कि काशी के लोगों की आखें फटी की फटी रह गयीं। मौका था उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (गृह) कुंवर फतेह बहादुर सिंह की मां की अंत्येष्टि का।

Media’s double standards exposed in following rape stories in Bihar, UP

: Patna, (BiharTimes) : A very funny thing happened with television journalism in India on January 13. Several national channels took the Uttar Pradesh chief minister, Mayawati, to task for not expelling from the party the MLA arrested on the charge of raping a 17-year old girl belonging to the Nishad community, an extremely backward caste.

मेरी हत्या कराना चाहती हैं मायावती : पुनिया

दलित जाति के पुनिया को दलित जाति के ही मायावती से जान का खतरा है. पुनिया और मायावती, दोनों दलितों के बीच के प्रभावशाली लोग हैं. मायावती यूपी की मुख्यमंत्री हैं जबकि पीएल पुनिया राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष. यूपी के जंगलराज और अराजक कानून व्यवस्था का इससे बड़ा क्या सुबूत हो सकता है कि एक दलित नौकरशाह को जो अब एक आयोग के अध्यक्ष हैं, खुद यूपी की मुख्यमंत्री से जान का खतरा है.

इस मायावती को हटाना-हराना जरूरी हो गया है

यूपी में जंगलराज चरम पर है. महिला मुख्यमंत्री के राज में महिलाओं की ही इज्जत सबसे ज्यादा असुरक्षित है. कभी निर्दोष महिलाओं को बिना किसी सुबूत रात भर थाने में बिठाए रखने जैसी जघन्य घटना घटित होती है तो कभी नाबालिग लड़की से दुराचार करने वाले बसपाई विधायक को बचाने में पूरा तंत्र लग जाता है. खबर आ रही है कि दुराचार की शिकार नाबालिग शीलू पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपने आरोप वापस ले ले.  इस बारे में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया चेयरमैन एवं बांदा सदर से विधायक विवेक कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती द्वारा एक अतिपिछड़ी नाबालिग लड़की शीलू के साथ हुए दुराचार की जांच सीबीसीआईडी से कराने का निर्णय लेना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

यूपी में माया का जंगलराज : देखिए, मंत्रीजी युवक का अपहरण कर रहे हैं…

यूपी का एक मंत्री पत्रकार को धमका रहा है. वही मंत्री जबरन एक युवक को उठा कर ले जा रहा है. उसके गुर्गे मंत्री के निर्देश पर युवक को डांटते फटकारते लेकर जा रहे हैं. सामने टीवी न्यूज चैनलों के कुछ पत्रकार दिखाई देते हैं तो मंत्री व उसके गुर्गे उन्हें भी धमकाते हैं. कुछ पत्रकार तो भाग जाते हैं और कुछ पत्रकारों को डांट कर मंत्री भगा देता है लेकिन कुछ पत्रकार ऐसे भी हैं जो मंत्री की धमकी के बावजूद अपना काम ईमानदारी से करते हैं.

भ्रष्‍टाचार और लालच ने बनाया पुलिस को पंगु

सेमिनार : पुलिस व्‍यवस्‍था में सुधार विषय पर सेमिनार : विधि विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय के नवीन परिसर में विधि विभाग तथा इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च एंड डॉक्यूमेंटेशन इन सोशल साइंसेस (आईआरडीएस) द्वारा “पुलिस व्यवस्था में सुधार” विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया. इस सेमिनार में पुलिस व्यवस्था में सुधार को उसकी समग्रता में समझने का प्रयास किया गया.

माया के वर्दी वाले गुंडों से नहीं डरूंगा

प्रिय भाई यशवंत जी, उत्‍तर प्रदेश के माया राज में पुलिस वालों की मार झेल रहा हूं, जहां लोगों को आवाज उठाना भारी पड़ता है. मुझे अखबारों में लिखना भारी पड़ गया. माया के इन गुण्‍डों ने मुझे कालेज से लौटते समय पकड़ लिया और पांच दिन तक बिना किसी सबूत व कारण के रिमांड पर रखा, फिर तेरह फर्जी केस लगाकर मुझे एक बड़े गिरोह के साथ जोड़ दिया गया. जिसके चलते मुझे तीन माह सोलह दिन जेल में काटना पड़ा.