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साहित्य जगत

: दयानंद पांडेय का उपन्‍यास : ‘ख़ुश रहो।’ कह कर दीपक ने फ़ोन रख दिया। वह रमेश की इस सर्द बातचीत से बहुत उदास...

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: दयानंद पांडेय का उपन्‍यास : वह क्या करें? किंकर्त्तव्य विमूढ़ हुआ एक वृद्ध पिता सिवाय अफ़सोस, मलाल और चिंता के कर भी क्या...

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मुक्ति व्यक्ति की चेतना का अनन्य सहजता की दिशा में रुपांतरण है। यह व्यक्ति का महत्तम महामौन है, जो अपनी प्रचंड चुप्पी में अप्रतिहत...

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: दयानंद पांडेय का उपन्‍यास : ‘क्या?’ रमेश बिदका। ‘आई लव यू। आई लव मुनमुन। आई लव बांसगांव। आल आफ़ बांसगाव। लव-लव-लव!’ ‘क्या बक...

साहित्य जगत

आस्था और विश्वास, दोनों शब्दों के अपने गहरे अर्थ हैं। आस्था एक विश्वास को जन्म देती है, वह एक पड़ाव है, जहां से कोई...

साहित्य जगत

: दयानंद पांडेय का उपन्‍यास : एस.डी.एम. ने फिर से सी.ओ. की तरफ़ घूर कर देखा। पर सी.ओ. ने इशारों-इशारों में संकेत दिया कि...

यश यश

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: वरिष्‍ठ पत्रकार यश गोयल के व्‍यंग्‍य संग्रह भ्रष्‍टाचार डॉट कॉम की समीक्षा :यश गोयल का यह व्यंग्य- संग्रह सभी दृष्टियों से बेजोड़ है।...

साहित्य जगत

कुछ आत्मकेन्द्रित शुद्धतावादी लोग यद्यपि खुद गलत काम करने से बचते हैं लेकिन वे किसी भी गलत काम का तब तक विरोध नहीं करते...

साहित्य जगत

: नंदलाल भारती के उपन्‍यास चाँदी की हँसुली की समीक्षा :  नन्दलाल भारती सामाजिक सरोकारों और अपने लेखकीय दायित्व के प्रति भी वे सचेत...

साहित्य जगत

: शाहन के शाह : महमूद गजनवी की बोलती बंद कर दी अबुल हसन ने :  महमूद गजनवी के इशारे पर गुलामों ने अशर्फियों...

साहित्य जगत

: दयानंद पांडेय का उपन्‍यास : ‘चलो अगर तिलक में लूला-लंगड़ा, काना-अंधा या ऐसा वैसा दिखा तो शादी कैंसिल कर देंगे। बस!’ राहुल बोला,...

साहित्य जगत

: दयानंद पांडेय का उपन्‍यास : संयोग ही था कि विवेक का बड़ा भाई भी थाईलैंड में था। विवेक और मुनमुन की दोस्ती की...

साहित्य जगत

: वीर दुर्गादास जयन्ती पर विशेष : ख्यातो में दुर्गादास मारवाड़ के रक्षक की उपाधि से विभूषित राष्ट्रीय वीर दुर्गादास राठौड़ का व्यक्त्वि कृतित्व...

सौवीर सौवीर

साहित्य जगत

: शाहन के शाह : कुमारिल भट्ट ने दी आदिशंकराचार्य को ऊंचाई : उनके तर्क और आस्‍था के अनुसार वेदांत का अध्‍ययन और चिंतन...

बांसगांव बांसगांव

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: दयानंद पांडेय का उपन्‍यास : हालां कि आर्थिक स्थिति पूरी तरह डांवांडोल हो चुकी थी। छुटपुट क़र्जे भी कोई नहीं देता था। बीवी...

साहित्य जगत

मनोज कुमार और जीनत अमान पर यह गाना एक पुरानी सफल फिल्म रोटी, कपडा और मकान में फिल्माया गया था. क्या इस समय यह...

सुभाष राय सुभाष राय

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: सुनो भाई साधो - 10 : क्या प्रेमचंद एक रचनाकार के रूप में उतने उदार और दृष्टिसंपन्न नहीं थे, जितना उन्हें साहित्य के...

साहित्य जगत

: दयानंद पांडेय का उपन्‍यास :  पिता के इस व्यवहार पर मुनक्का राय का यह बड़ा बेटा हतप्रभ था। क्यों कि अभी तक की...

दयानंद पांडेय दयानंद पांडेय

साहित्य जगत

अपनी कहानियों और उपन्यासों के मार्फ़त लगातार चर्चा में रहने वाले दयानंद पांडेय को 33 साल हो गए हैं पत्रकारिता करते हुए। उन के...

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