जेपी इंडस्ट्रीज के जेपी गौड़ से खुद अमर सिंह बात करना चाहते थे. यह जानकारी जेपी इंडस्ट्रीज की तरफ से अमर सिंह के बंगले पर फोन करने वाले आपरेटर ने अमर सिंह के आपरेटर को दी और तदनुसार जेपी गौड़ की बातचीत अमर सिंह से कराने का अनुरोध किया. इस बातचीत में अमर सिंह एक शिकारी की तरह शिकार फांस रहे हैं. जेपी गौड़ को चुर्क की सीमेंट फैक्ट्री दे रहे हैं. बिड के बारे में बात हो रही है. अमर सिंह जेपी इंडस्ट्रीज के राइवलरों के नाम बताते हुए कहते हैं कि देखिए, हम आपका कितना खयाल रखते हैं.
जेपी गौड़ भी अमर सिंह को तेल लगाते हैं. याद रखिए, ये सब बातचीत उस दौर में हो रही थी जब यूपी में मुलायम की सरकार थी और अमर सिंह विकास परिषद के सर्वेसर्वा हुआ करते थे, और इसी कारणों उद्योगपतियों के आंखों के तारा हुआ करते थे. कहते हैं कि तब अमर सिंह ने दोनों हाथों से माल कमाया और उद्योगपतियों को भरपूर काम दिलाया… लीजिए, जेपी गौड़ से बातचीत सुनने के पहले बातचीत के ट्रांसक्रिप्ट को पढ़ लीजिए…
अमर- हैलो
जेपी गौड़- नमस्कार। जयप्रकाश बोल रहा हूं.
अमर- नमस्कार जी, दीपावली की बड़ी शुभकामनाएं.
जेपी गौड़- आपको भी बहुत हों.
अमर- और बहुत प्रणाम आपको.
जेपी गौड़- अरे आपको भी.
अमर- चुर्क की सीमेन्ट फैक्टरी लेना चाहते हैं?
जेपी गौड़- ऐं
अमर- मिर्जापुर के चुर्क की सीमेन्ट फैक्टरी लेंगे आप?
जेपी गौड़- हां बिल्कुल। वो बिड है पंद्रह तारीख।
अमर- हां जी।
जेपी गौड़- वो बिड है पंद्रह तारीख को।
अमर- हां बिड है
जेपी गौड़- अवश्य लेंगे साहब।
अमर- अच्छा।
जेपी गौड़- वो ऐसा है रीवां के अंदर फंसे हुए हैं तो हमें ये शूट करेगा.
अमर- अच्छा, शूट करेगा।
जेपी गौड़- हां। साइडें मिलती हैं न उसमें. रेलवे की साइडें मिल जाती हैं. रीवां में साइडे नहीं हैं हमारे पास.
अमर- हां हां।
जेपी गौड़- तो वो डिसअडवान्टेज हमेशा रहता है.
अमर- आपकी कम्पटीशन लाफार्ज से है.
जेपी गौड़- हां लाफार्ज से है.
अमर- और बिड़ला से है.
जेपी गौड़- हां, बिड़ला से है और एक डालमिया से है.
अमर- देखिए आपने तो बताया नहीं लेकिन हम आपका कितना ख्याल रखते हैं।
जेपी गौड़- हां ख्याल तो रखते हैं. बिल्कुल। अब कब मिलें?
अमर- आप ही नहीं मिलते।
जेपी गौड़- नहीं आप बिहार में बिजी थे इसलिए फोन नहीं किया। तीन तारीख को मैं रहूंगा दिल्ली में।
अमर- तीन तारीख को तो आपके गुरूनानक भी आ रहे हैं दिल्ली में।
जेपी गौड़- (हंसते हुए) सुनिये हमारे नानक यहां बैठे हुए हैं. जो बोल रहे हैं. समझे साहब।
अमर- आइये स्वागत है. तीन तारीख को मिलते हैं. हम भी रहेगे.
और ये है जेपी गौड़ से अमर सिंह की बातचीत का टेप. नीचे दिए गए आडियो प्लेयर का साउंड फुल करें और प्ले सिंबल पर क्लिक करें…
इनकी बातचीत को भी सुनें…
अमर सिंह – मुलायम सिंह यादव संवाद
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