कशिश न्यूज, रांची से कुलदीप भारद्वाज ने इस्तीफा दे दिया है. वे यहां पर रिपोर्टर थे. इन्होंने अपनी नई पारी रांची में ही महुआ न्यूज के साथ शुरू की है. इन्हें यहां भी रिपोर्टर बनाया गया है. कुलदीप ने करियर की शुरुआत बीएजी के साथ की थी. इसके एसवन तथा एनएनआई होते हुए कशिश पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि कुलदीप राजनीतिक बीट कवर करेंगे. उनका जाना कशिश के लिए झटका माना जा रहा है.
अमर उजाला ग्रुप, बरेली से जल्द ही दो विकेट गिरने वाला है. खबर है कि अमर उजाला में कार्यरत सुमित पाण्डेय एवं कांपैक्ट में कार्यरत सुधीर कुमार अब हिंदुस्तान, मुरादाबाद को अपनी सेवाएं देंगे. इन लोगों का चयन किया जा चुका है. उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों बरेली में मुरादाबाद यूनिट के लिए हुए इंटरव्यू में ये दोनों भी शामिल हुए थे. अभी फिलहाल इन्होंने अमर उजाला और काम्पैक्ट से इस्तीफा नहीं दिया है, परन्तु ऑफर लेटर मिलते ही ये लोग अपने संस्थान को बाय कर देंगे.
xyz
October 15, 2011 at 2:02 pm
bhai mubarak ho aapko aapne mahua news join kia isse acchi baat aur kiys ho sakti hai lekin jara bhadas walo ko samjahe ki aapko jane se kashish ko jhatka lagne ka swal hi nhi hai yhan pr harek level pr ek se ek maharathi baithe hai aur karyarat hai ….baki ke liye aapko badahi
B. Razak
October 16, 2011 at 6:40 am
Congrats ….kuldeep Babu aap jiwan me tarakki kare …
mukesh singh
October 16, 2011 at 12:11 pm
सबसे पहले कुलदीप जी को उनकी नई पारी शुरू करने के लिए लाख-लाख बधाईया….लेकिन सभी के लिए इस खबर से जुडी एक और खबर बता दू वो ये की .. कुलदीप जी कशिश रांची में तो कभी थे ही नहीं ..उन्होंने पटना में कुछ समय तक काम किया उसके बाद अपनी हरकत और – ज्यादा अकलमंदी के कारण कंपनी ने उन्हे तीन महीने पहले ही नौकरी से लात मार के निकाल दिया है ..सो ये बाते यहाँ पर लिखा की कशिश को बड़ा झटका लगेगा सही नहीं है .. क्यों की उनके होने से अगर कशिश न्यूज़ का कुछ हुआ है तो वो ये की काकशिश न्यूज़ को कुलदीप जी ने बेचा और अपने सकुनी बुधि के कारन सभी को बैचेन की कोशिस भी की
Himanshu
October 17, 2011 at 7:18 pm
आईटी के परम ज्ञानी मुकेश जी बात एडिटोरियल की है । अपना अज्ञान प्रदर्शित मत करे ।
अगर कुलदीप जी की करनी है ,तो दो तीन बाते स्पष्ट कर दु ।पहला कशिश पटना टीम मे आज भी उनकी टक्कर का कोई नही है ।दुसरी बात आपने जो बात कही
हर पत्रकार पीटीसी लाइव इत्यादि माध्यम से खुद को बेचता ही है , हाँ अगर उनके जीवन शैली से आप प्रभावित है तो भैया अब वो क्या कर सकते है
उनके अपने पारिवारीक लाभ हानी।रही बात लात मारने की तो ये मिडिया मे चलन है कोई जाये यही कहा जाता है आप को ताकीद करु जब कशिश
की वर्तमान टीम नवम्बर या दिसम्बर मे प्रस्थान करेगी जिसमे आपके अवैध दत्तक नौकरी देने वाले पिता भी शामिल है आप यही जुमला दुहराये .. क्योकि आप के
शब्द आपकी प्रकृति को बताते है .. वैसे भी जिन सज्जन को आप खुश करने की कवायद मे ये लिख रहे है वो न्युज चैनल को दिन दुनी रात चौगुनी गति से गर्त मे ले जा रहे है खबर की समझ तो श्रीमान
को नही ही हैँ पर बाकी चीजो की उम्दा समझ है उदाहरण जमशेदपुर देवघर और लिखु क्या ???
एक फिल्मी संवाद है तेरे दिन भी आएगे छोटू .. काम पे ध्यान दो चाटुकारिता मत करो …अब देखो कशिश का निज़ाम बदलने ही वाला है अब तक जहाँ तक मेरी जानकारी है इतने कम पैसे की तख्वाह मे
चैनल हेड (स्वघोषित) का रिकार्ड और न जाने ऐसे कितने अद्वितीय रिकार्ड नये बने कमरे माफ करना आँफिस मे बन चुके है या बन जायेगे …कशिश का शकुनी तो अभी भी फेविकोल लगा कर बैठा है कशिश की पटना मेँ बुनियाद रखने वालो मे कुलदीप भी है अपने बीट मे उनकी धमक आज भी है आज क्या हालात है चैनल के किसी से छुपा नही है लगातार पीछे से नं. 1 कहो तो TRP की लिस्ट शुरु से लगा दुँ जिन्होने इस चैनेल को खडा किया वो सब दुसरे चैनलो मे है अब दो चार बचे है वो भी .. और हाँ मातृ भाषा मे इतनी अशुद्दियाँ करोगे तो पता चल जाएगा तुम्हारा स्तर क्या है किसी के बारे मे कुछ लिखने से पहले सत्य को जान लिआ करे अन्यथा यु ही लिखते रह जाएगे और उद्देश्य की पुर्ति भी नही हो पायेगी जल्द ही कुछ और लोगो की विदाई होगी चैनल से .. आपने जिन महापुरुष के खुशामद के वास्ते ये लिखा है वह मुलत: भस्मासुरिये प्रवृति के है अपने अज्ञान और नाकाबिलिएत को छुपाने की कवायद मे दुसरो की बलि लेने वाला यह शख्स कही आपको भी ..सावधान …एक अच्छे संस्थान का कबाडा कैसे किया जाता है इस का ज्वलंत उदाहरण है कशिश न्युज़