मेरी मां यूपी के गाजीपुर जिले के नंदगंज थाने में पूरी रात बंधक बनाकर रखी गईं. साथ में विकलांग चाची को भी रखा गया. चाची की बहू को भी. इसके प्रमाण के तौर पर तीन वीडियो दे रहा हूं. वीडियो में एक चौथी बुजुर्ग महिला भी हैं, जो बैठी हैं, वे एक अन्य आरोपी के परिवार की हैं, शायद उसकी मां हैं. इन लोगों ने थाने के अंदर मीडियाकर्मियों को अपना बयान दिया. इसमें सब कुछ बताया.
इसमें साफ-साफ बताया कि पुलिस ने घर में किसी पुरुष को न पाकर इन लोगों को जबरन गाड़ी में बिठा लिया. कई घंटे इधर-उधर घुमाने के बाद थाने में लाकर डाल दिया. थाने में बंधक महिलाओं की तस्वीर मेरी पहली पोस्ट में आप लोग देख चुके हैं. अब ये वीडियो. ये वीडिया यह बताने के लिए पर्याप्त हैं कि किस तरह उत्तर प्रदेश की पुलिस बेलगाम हो चुकी है और किसी परिवार के आत्मसम्मान और इज्जत कौ रौंदने पर आमादा है. क्या इन प्रमाणों के बाद भी यूपी सरकार को कोई सुबूत चाहिए? लेकिन मायावती सत्ता के मद में चूर हैं. मायावती सरकार गूंगी-बहरी और अंधी हो चुकी है. उनके अफसर बुद्धि और विवेक हीन प्यादों की तरह कुर्सियां पर आसीन हैं और जी सर जी सर करते हुए लोकतंत्र की आत्मा के साथ बलात्कार कर रहे हैं.
मेरी इस निजी लड़ाई, जिसे मैं खुद निजी नहीं मानता क्योंकि कल तक यह सब दूसरों के घरों में हुआ करता था, आज मेरे घर में हुआ है और परसों आपके भी घर में हो सकता है, में जो साथी अपना समर्थन और सहयोग दे रहे हैं, उनका मैं आभार व्यक्त करूंगा तो शायद यह औपचारिकता होगी और उनके सहयोग की तौहीन होगी. मेरी इच्छा इस मसले को आगे बढ़ाने की है ताकि दोषी पुलिसकर्मियों, पुलिस अधिकारियों और सत्ताधीशों को सजा मिल सके, सबक मिल सके. मुझे कुछ ऐसे लोग चाहिए जो इस मुद्दे को खुद के स्तर से उन सभी जगहों तक पहुंचा सकें जहां जहां न्याय देने-दिलाने के दावे किये जाते हैं. मैं वेब मीडिया और प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रानिक मीडिया के सभी साथियों से अनुरोध कर रहा हूं कि वे इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाएं. खासकर लखनऊ व दिल्ली की मीडिया के साथी इस मुद्दे को एक अभियान के तौर पर लें, इसे प्रचारित-प्रसारित करें ताकि इस प्रकरण की आवाज हर कहीं पहुंचे और न्याय की इस मुहिम को गति मिल सके. अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता, इसी कारण आप लोगों के साथ की दरकार है.
यशवंत
एडिटर, भड़ास4मीडिया
sanjay pathak, journalist, bareilly
October 17, 2010 at 9:09 pm
Dear yashwant,
I read urs msg. In this reference i contact with bureaucrates and journlists friends.
God help you and family.
Abhilash Bhatt
October 17, 2010 at 10:12 pm
Dear Yashwantji
I am with you ………If wants any help from me i will always stands for you
With Regards
Abhilash Bhatt
rakesh sharma
October 18, 2010 at 12:16 am
YASHWANT BHAI DO DIN SE CHANDIGARH THA. ABHI LOUTKAR AAYA TO SAARI BAAT JAANKAR DUKH HUA. AAP IS MAAMLE MAIN JO BHI PHAISLA LENGE, AAPKE SAATH HAIN. YADI JARURAT PADHI TO U.P.-DILLI MAIN DHARNE-PARDARSHAN SE BHI PICHHE NAHI HATENGE. BAAKI AAP JIS BHI SAMAY KAHENGE SMS KAR DENA. TEEN GHANTE MAIN DILLI PAHUNCH JAAYENGE. RAHI BAAT APNE SATAR KI TO AMNESTY INTERNATIONAL KO TATKAAL HI SAARI JAANKARI BHEJ RAHAA HUN. UMEED HAI KI IS JUNG MAIN NASHE MAIN MAGRUR U.P. SHAASHAN OR PARSHASHN KI NEEND JARUR KHUL JAAYENGI.
RAKESH SHARMA,
KURUKSHETRA
aapkiawaz.com
October 18, 2010 at 12:42 am
यशवंत जी, ये सारी खबरें व लिंक देशभर के सभी गणमान्य व्यक्तियों एसएमएस व ई-मेल से आज भेज रहे है। शायद मुझे इस घटना की जानकारी अभी थोड़ी देर पहले ही मिल पायी है। फिर भी आप किसी तरह की चिंता न करे। वो माँ सिर्फ आपकी नहीं है, वो न सिर्फ हम सबकी माँ है, बल्कि अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों के सामने खुला चैलेंज है। अगर हम अपनी माँ को न्याय न दिला सके तो ये पत्रकारिता का बोझ उठाकर भेक देगें। साहस और धैर्य से काम ले, जो लोग हिम्मत से काम लेते है, वही अजर व अमर होते है। संपादक- आपकी आवाज़.काँम
भारतीय़ नागरिक
October 18, 2010 at 12:49 am
हम सब आपके साथ हैं. पुलिस कहने को भारतीय हो गयी, लेकिन संस्कार वही हैं, महारानी के समय के…. इन्हीं कृत्यों के चलते कहा जा सकता है कि अब यह प्रिन्सिपल आर्गेनाइजेशन आफ लेजिस्लेटिवली इनकारपोरेटेड क्रिमिनल एलीमेन्ट्स का रूप लेती जा रही है…
alok nandan
October 18, 2010 at 3:14 am
Shame ! Shame!! I am with u…..must fight till get justice……
dharmendra srivastav
October 18, 2010 at 3:17 am
yashvant ji aapaki is ladai me ham log sath hai.uttarpradesh ki mayawati sarkar me adhikari nirankush ho gaye hai.mayawati kewal ek mission me lagi hai.jo sab log janate hai.unako kisi ke dukh dard se koi matalab nahi hai.lekin is ladai ko aar par ladana hai taki janata bhi samajhe.
मनोज भावुक
October 18, 2010 at 5:22 am
मै स्तब्ध हूँ….
और इस भ्रष्ट सरकार के खिलाफ हर तरह से आप के साथ हूं….
माँ के साथ किया गया यह सलूक कत्तई बर्दास्त नहीं किया जाएगा…..
shailendra parashar
October 19, 2010 at 7:26 am
MAYABATI SARKAR BUS DIKHANE KA HI NATAK KARTI HAI JAVKI GUNDA RAJ KHATAM KARNE NAAM PAR KEVAL OR KEVAL PAISA RAJ SABIT HUWA HAI JO KI BUS GARIB NIRDOSO KO JAIL BEJH KAR APNI BAHBAI LUTNA CHAHTI HAI AJ JAIL MAIN 70&#xLO;G AISE HAI JO RAAT SHAM KO DARU KE TEKHE YA RAAT MAIN BHULE BHATKE LOGO HI Hai JIN PAR CASE LAGA KAR KAGJI KARWAHI PURA KARVAYA CHAHTA HAI?AJ BHI AGAR 4-5 TARIKH KO U.P. KE KISI BHI S.P. OFFICE MAIN JAYA JAYE TO KEVEL OR KEVAL GHUS SE BAND LIFAFE HI MILENGE?JO KI U.P. SARKAR KO BHEJE JATE HAI?
FROM-SHAILENDRA PARASHAR MAKHANLAL UNIVERCITY BHOPAL
shailendra parashar
October 19, 2010 at 7:35 am
Dear Yashwantji,
MAA KE ES DARD KO MAIN BHUKT BHOGI SAMAJH SAKTA HU MAIN BHI U.P. KA HU,OR MAYA SARKAR KE JAAL SE APNE U.P. KO MUKT KARWANA CHAHTA HU?QKI YANHAA EK NAHI HAZARO MAA KE SATH DAILY AISA HOTA HAI BUS SAV MAYA RAJ SE KAHN E WALA KOI NAHI HAI SAB BUS PALA JHADNA CHAHTE HAI MAIN APKE SAATH HU AKI ES LADAI MAIN AAP BUS SANGHARS KARO.
FROM SHAILENDRA PARASHaR MAKHANLAL CHATURVEDI UNIVERCITY BHOPAL MOB. 9889548733