दीवाली के वक्त न्यूज चैनलों में बड़े उठापटक का दौर

Spread the love

एक दूसरे को टीआरपी में पटखनी देने के चक्कर में जुटे न्यूज चैनलों के बीच बेहतर स्टाफ रखने को लेकर उथल-पुथल मची हुई है. कई लोग इधर-उधर आ जा रहे हैं और कई लोगों से बातचीत अंतिम दौर में पहुंच चुकी है. सहारा समय में लंबे समय तक कार्यरत संजय ब्राग्टा को इंडिया टीवी ने अपने यहां ज्वाइन कराया तो आईबीएन7 में कार्यरत प्रबल प्रताप सिंह आजतक न्यूज चैनल में जाने की तैयारी कर चुके हैं.

खबरें इसके आगे भी हैं. चर्चा है कि आजतक मैनेजमेंट अपनी टीम को बेहतर करने की प्रक्रिया में कुछ ऐसे लोगों को अपने यहां लाने के प्रयास में है जो कभी उनके यहां चर्चित चेहरे हुआ करते थे और आज भी जहां हैं अपने काम के बल पर अपना स्थान बनाए हुए हैं. भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि स्टार न्यूज में वरिष्ठ पद पर कार्यरत दीपक चौरसिया पर आजतक प्रबंधन डोरे डाल रहा है. कुछ लोगों का यह भी कहना है कि दीपक से बातचीत करीब करीब फाइनल है पर इस बात की पुष्टि दीपक और स्टार न्यूज के करीबी सूत्र नहीं कर रहे हैं.

पर मीडिया जगत में ताजी बड़ी चर्चा दीपक को लेकर ही है. सूत्रों के मुताबिक सुप्रिय प्रसाद की आजतक में वापसी के बाद आजतक मैनेजमेंट सुप्रिय की सलाह पर कई लोगों से संपर्क कर रहा है. प्रबल प्रताप के नाम पर मुहर के बाद अब बारी दीपक चौरसिया की है. देखना है कि दीपक आने वाले दिनों में आजतक के साथ जुड़ जाते हैं या फिर स्टार न्यूज के साथ ही बने रहते हैं.

कुछ लोगों का यह भी कहना है कि स्टार न्यूज के एक अन्य पत्रकार से आजतक मैनेजमेंट की बातचीत चल रही है. इस पत्रकार का अतीत कुछ चीजों को लेकर विवादास्पद रहा है पर उनके बेहतरीन काम को देखते हुए आजतक प्रबंधन उन्हें फिर से वापस बुलाने पर विचार कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक दीवाली तक पिक्चर क्लीयर हो जाएगी कि कौन कौन कहां से इस्तीफा देकर दूसरे संस्थानों को ज्वाइन कर रहे हैं.

अपने मोबाइल पर भड़ास की खबरें पाएं. इसके लिए Telegram एप्प इंस्टाल कर यहां क्लिक करें : https://t.me/BhadasMedia

Comments on “दीवाली के वक्त न्यूज चैनलों में बड़े उठापटक का दौर

  • भाई साहब अगर भूले से दीपक चौरसिया आजतक गए तो समझो की नैया डूब गयी स्टार न्यूज़ की लेकिन जिस तरह से आजतक प्रबंदन दीपक चौरसिया पर डोरे डाल रहा हौं तो बही स्टार इंडिया लिमिटेड की सहयोगी कंपनी आनंद बाज़ार पत्रिका के एक अधिकारी किसी भी कीमत पर दीपक चौरसिया को वहा से निकालने नहीं दे रहे हैं असली बात तो यह हैं मेरे मालिक समज जाओ बात तो अंदर की हैं।

    Reply

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *