: राष्ट्रीय सहारा भारी फायदे में : मुगलसराय में कमीशन को लेकर हॉकरों का प्रोटेस्ट दूसरे दिन भी जारी रहा. हॉकरों ने अमर उजाला, हिन्दुस्तान और जागरण का पूरी तरह बहिष्कार कर दिया. इसका सीधा फायदा राष्ट्रीय सहारा को पहुंचा. तीनों अखबारों के प्रसार से जुड़े लोग सुबह से ही डेरा डाले हुए थे, पर हॉकर इस मामले में किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे. सहारा ने लगभग दस हजार कॉपियां ज्यादा भेजी थीं.
पिछले दो दिनों से चंदौली जिले में हॉकर बनारस के बराबर कमीशन दिए जाने की मांग कर रहे हैं. जागरण, हिन्दुस्तान और अमर उजाला ने बनारस में राष्ट्रीय सहारा के झटके से उबरने के लिए कई स्कीमें लांच की हुई हैं. जिसका फायदा ग्राहकों के साथ हॉकरों को भी हो रहा है. चंदौली और मुगलसराय में इस मामले को सुलझाने के लिए तीनों अखबारों के प्रसार प्रबंधन से जुड़े लोग लगे हुए हैं. जागरण से जुड़े सूत्रों ने बताया कि हॉकर कुछ लोगों के बहकावे में आ गए हैं. उन्हें समझाया जा रहा है, जागरण ने आज कॉपियां कुछ कम करके भेजी थीं. इनका कहना है कि बनारस महानगर है और चंदौली ग्रामीण इलाका है, दोनों जगहों पर योजनाएं समान रूप से लागू नहीं की जा सकतीं. हॉकरों को जो बढ़ा कमीशन दिया जा रहा है वो स्कीम के तहत दिया जा रहा है. स्कीम खतम होने के बाद ये लागू नहीं रहेगा. अब चंदौली में बिना स्कीम के बढ़ा कमीशन दे पाना संभव नहीं है.
इधर, हॉकरों के हड़ताल के फायदा सीधे राष्ट्रीय सहारा और आज को हुआ. ज्यादातर हॉकरों ने इन्हीं दोनों का उठान किया. राष्ट्रीय सहारा से जुड़े मोहम्मद फीरोजुद्दीन ने बताया कि सहारा की लगभग दस हजार ज्यादा कॉपियों की खपत हुई. तीनों प्रमुख अखबारों ने कम कॉपियां भेजी थी. सोमवार को भी हॉकरों का विरोध जारी रहने की संभावना है.