: फिर एक स्त्री को अपमानित किया पुलिस वालों ने : बनारस में इंस्पेक्टर ने किया यौन उत्पीड़न : उत्तर प्रदेश में यही कमाल है कि ये प्रदेश बहुत हर मामले में बहुत बदहाल है. खासकर कानून-व्यवस्था के मामले में तो इस हाल बेहद बेहाल है. और, खासकर यहां महिलाएं सबसे ज्यादा उत्पीड़ित की जा रही हैं. और, मजेदार है कि एक महिला का राज है. पर महिला के राज में उनके मनमाने अफसर सबसे ज्यादा महिलाओं को ही दुख दे रहे हैं.
ढेर सारी गंदी-गंदी घटनाएं होती जा रही हैं लेकिन कुर्सियों पर श्रीमान किंकतर्व्यविमूढ़ जी लोग बिलकुल पत्थर की मूर्ति की तरह पालथी लगाए बैठे हैं. ये श्रीमान किंकतर्व्यविमूढ़ जी लोग कुछ न करने की कसम खा चुके हैं. इसी कारण एक के बाद एक घटनाक्रम होते जा रहे हैं और दोषियों को दंडित किए जाने की जगह पीड़ितों को ही डराया-धमकाया जा रहा है. दिव्या कांड, शीलू कांड जैसे दर्जनों कांडों की निरीह महिलाओं, मृतकताओं व पीड़िताओं के रुहानी अभिशाप को झेल रहे इन मोटी चमड़ी वाले अफसरों के न्याय के नेत्र अब भी नहीं खुल रहे हैं. इसी कारण हर ओर लूट का राज है. दबंगई का आलम है. फर्जीवाड़े का जोर है. अब तक किसी भी आरोपी-दोषी आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, उल्टे उन्हें अच्छे पदों पर बिठाने का क्रम जारी रखा जा रहा है. सिर्फ दरोगा व थानेदार स्तर के लोगों को कुछ समय तक सस्पेंड कर हर मामले की फाइल को बंद कर दिया जा रहा है.
ताजा मामला बनारस का है. जो युवती न्याय मांगने जिस पुलिस इंस्पेक्टर के पास गई, उसी इंस्पेक्टर ने युवती के साथ रेप कर दिया. पूर्वांचल दीप डॉट काम वेबसाइट पर प्रकाशित खबर के मुताबिक वाराणसी के कैंट थानान्तर्गत सोयेपुर के हाशिमपुर गांव में कथित रूप से बलात्कार की शिकार विवाहिता युवती कल्पना गोड़ (काल्पनिक नाम, 19 वर्ष) ने कैंट इंस्पेक्टर धर्मवीर सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न एवं थाने पर घंटों बैठाये रखने का आरोप लगाया है.
मानव तस्करी एवं बलात् वेश्यावृत्ति के खिलाफ कार्य करने वाली संस्था ’गुड़िया’ के सहयोग से बुधवार को मीडिया तक पहुंची युवती के सनसनीखेज आरोप पर स्थानीय पुलिस प्रशासन गंभीर हुआ और त्वरित कार्रवाई करते हुए पहले तो बलात्कार के आरोपित राजेश को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया और फिर मामले की जांच शुरू की गयी. ज्ञात हो कि इस युवती ने एक युवक राजेश पर बलात्कार का आरोप लगाया था और पुलिस में इसकी शिकायत करने जाने पर उसके साथ तमाम घृणित कार्य हुआ.
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) लालजी शुक्ल ने बताया कि अपर जिलाधिकारी (नगर) अटल कुमार राय एवं अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) विजय भूषण को मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गयी है. उन्होंने ’गुड़िया’ संस्था जाकर पीड़िता से पूछताछ की है और मामले की सत्यता के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. ’गुड़िया’ संस्था के अध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि कल्पना का पति विकलांग है और उसकी सास होमगार्ड है. युवती के अनुसार उसके साथ 30 जनवरी को भी बलात्कार की कोशिश की गयी थी, लेकिन सोयेपुर चौकी पर उसकी शिकायत नहीं सुनी गयी. 31 जनवरी की रात आरोपित राजेश अपने मकसद में कामयाब रहा.
मंगलवार दोपहर डीआईजी व आईजी जोन के न मिलने पर कैंट थाने पर वह पहुंची तो जांच के नाम पर उसे लगभग पांच घंटे तक इंस्पेक्टर ने थाने में बैठाया और यौन उत्पीड़न किया. शाम को उसे मेडिकल के लिए ले जाया गया और रात को लौटने के बाद फिर मध्यरात्रि बाद तक थाने में उसे बैठाया गया. बुधवार को इंस्पेक्टर के खिलाफ अपनी लिखित शिकायत आईजी व डीआईजी के कार्यालय में देने के बाद युवती ने शाम को मीडिया को आपबीती सुनायी. यहां सुरक्षात्मक कारणों से युवती द्वारा कही गयी उन बातों को नहीं लिखा जा रहा है जो उसने मीडिया से कहे. उसके आरोप बेहद ही संगीन और मानवता को शर्मसार करने वाले हैं.